डेमोक्रेटिक फ्रंट impact : नींद से जागी खट्टर सरकार ने की युवा महिला खिलाड़ी की मदद

देर से ही सही पर हरियाणा सरकार नींद से जागी तो। अभी कुछ दिन पहले ‘पुरनूर’ कोरल की खिलाड़ी सुनीता को ले कर एक खबर जुमलों कि राजनीति में पिस रही हरियाणा की खेल प्रतिभाएं खूब वायरल हुई। एक युवा ने दूसरे युवा के मन की टीस पहचानी ओर उस खिलाड़ी की आवाज़ बुलंद की जो राष्ट्र के लिए स्वर्ण पदक तो लाती है परंतु स्वयं लोगों के घर जूठे बर्तन माँजते हुए सूखी रोटी ओर मिर्ची के सहारे अगले पदक को जीतने की तैयारी कर रही है। आर्थिक तंगी से जूझ रही रोहतक के सीसर खास गांव की रहने वाली सुनीता कश्यप को राज्य सरकार ने 5 लाख रुपए की सहायता राशि मुहैया कराई है। सुनीता पावर-स्ट्रेंथ लिफ्टिंग प्लयेर हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर सूबे का नाम रोशन किया। हालांकि, आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते वह मेहनत मजदूरी कर अपने खेल-प्रशिक्षण का खर्च उठा रही थीं। यहां तक कि, बैंकॉक में हुए टूर्नामेंट में भेजने के लिए उनके पिता 2 दो लाख रुपए का कर्ज भी लेना पड़ा था। तब लोगों ने सरकार से सुनीता की मदद करने को कहा था। जिस पर खेल मंत्री सरदार संदीप सिंह सुनीता से मिले और विभिन्न माध्यमों से मदद की।

सुनीता कश्यप ने जून 2018 में 52 किलोग्राम भार में राज्य स्तर पर बहादुरगढ़ में गोल्ड मेडल जीता था, 2019 में सोनीपत में राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीता, 2019 में लोहारू में राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता, अक्टूबर 2019 में हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में हुई नार्थ इंडिया चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता, फरवरी 2019 में छत्तीसगढ़ में हुई राज्य स्तरीय चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता, फरवरी 2020 में थाइलैंड के बैंकाक में हुई विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता।

क्या कहा खेल मंत्री ने

खेल राज्यमंत्री संदीप सिंह से उनके कार्यालय में मिलने के लिए पहुंची सुनीता कश्यप से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए खेल राज्य मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि, “मुझे इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग-स्ट्रॉंग लिफ्टिंग प्लेयर सुनीता कश्यप की तकलीफ के बारे में पता चला तो अपने कार्यालय बुलवाया। मैं जानता हूं कि, उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष करते हुए खुद को साबित किया है। ऐसे खिलाडिय़ों की हम बहुत कदर करते हैं। मैंने सुनीता को आर्थिक सहायता दिलाई है और साथ ही जिला खेल अधिकारी रोहतक को निर्देश दिए हैं कि तत्काल इनके प्रशिक्षण का प्रबंध करें। जरूरत के लिए सुनीता जो चीज चाहें, वो उपलब्ध करवाई जाए।”

जुमलों कि राजनीति में पिस रही हरियाणा की खेल प्रतिभाएं

सनद रहे घोषणाएँ तो पहले भी बहुत हुईं, लेकिन अमल में नहीं आ पाईं। मंत्री जी को पूर्व घोषणाओं का भी संग्यान ले कर उन्हे भी शीघ्रातिशीघ्र पूरा करवाना चाहिए। तथा पूर्व घोषणाओं के पूरा न होने से जो इस ज्झारु खिलाड़ी को मानसिक क्लेश हुआ उसके दोषी अधिकारियों पर भी बनती कार्यवाई करवाएँ।

कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर सुनीता की मौजूदा परिस्थिति का एक वीडियों वायरल हुआ था जिसके बाद कई सामाजिक संगठन और नेता मदद का भरोसा देते नज़र आये थे अब राज्य सरकार ने मदद की है तो निश्चित ही इस युवा खिलाड़ी का हौंसला बढ़ेगा।