पंचांग, 18 जून 2021
Dhumavati Jayanti 2021: आज 18 जून को है मां धूमावती जयंती, साधना करने वाला साधक सर्वशक्ति सम्पन्न हो जाता है मां का सर्वोत्तम भोग मीठी रोटी, घी के द्वारा होम करने से प्राणियों के सभी संकट समाप्त हो जाते हैं।
श्रीनगर से 24 किलोमीटर दूर कश्मीर घाटी में स्थित खीर भवानी मंदिर हिंदू देवी रगन्या को समर्पित है। क्षीरभवानी माता, को शामा नाम से भी जाना जाता था। दंतकथाओं के अनुसार माता रगन्या पहले श्रीलंका में विराजमान थीं, लेकिन रावण के शासनकाल के दौरान वे श्रीलंका से कश्मीर आ गईं। ऐसा कहा जाता है कि वैष्णवी प्रवृत्ति होने के चलते माता रगन्या राक्षसों के तौर-तरीकों और उनकी गलत कर्मों से नाराज़ हो गईं। रावण के पाप का घड़ा जब भर गया तो भगवान श्रीराम का आगमन वहां हुआ और उन्होंने रावण का वध कर दिया।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः ज्येष्ठ,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः अष्टमी रात्रि 08.40 तक है।
वारः शुक्रवार,
नक्षत्रः उत्तराफल्गुनी रात्रि 09.37 तक हैं,
योगः व्यातिपात रात्रि काल 02.46 तक,
करणः विष्टि,
सूर्य राशिः मिथुन,
चंद्र राशिः कन्या,
राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक,
सूर्योदयः 05.27,
सूर्यास्तः 07.17 बजे।
नोटः आज श्री धूमावती जयन्ती तथा मेला क्षीर भवानी (काश्मीर)
विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।