पंचांग 07, जून 2021

सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजन का खास दिन माना जाता है। इसी दिन अगर प्रदोष व्रत हो तो इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाता है। जिस तरह सालभर में 24 एकादशी व्रत होते हैं, उसी प्रकार से प्रदोष के व्रत भी सालभर में 24 होते हैं। हर प्रदोष व्रत का अलग-अलग महत्व माना जाता हैं।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः ज्येष्ठ, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः द्वादशी प्रातः 08.49 तक है।, 

वारः सोमवार, 

नक्षत्रः भरणी की वृद्धि है (जो कि मंगलवार को सांय 05.36 तक हैं), 

योगः अतिगण्ड की वृद्धि है (जो कि मंगलवार को प्रातः 05.41 तक है), 

करणः तैतिल, 

सूर्य राशिः वृष, 

चंद्र राशिः मेष, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक 

सूर्योदयः 05.27, 

सूर्यास्तः 07.13 बजे।

नोटः आज सोमप्रदोष व्रत है।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही, शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।