फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जानकी व्रत का पर्व है। इसे जानकी जयंती के रूप में भी मनाते हैं। मान्यता है कि इस दिन सीता जी प्रकट हुई थीं। राजा जनक की पुत्री होने के कारण माता सीता ने पूरे जीवन काल में विवेक और प्रेम को केंद्रीय भाव बनाया। आज 20 मई 2021 और दिन गुरुवार है। आज श्री बगलामुखी जयंती है। श्री बगलामुखी को मां दुर्गा का आठवां अवतार मानते हैं। आज के दिन श्री बगलामुखी की विधि विधान से पूजा की जाती है।
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विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः वैशाख,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः अष्टमी दोपहर 12.23 तक है,
वारः गुरूवार,
नक्षत्रः मघा अपराहन् 03.57 तक हैं,
योगः व्यातिपात रात्रि 11.27 तक,
करणः बव,
सूर्य राशिः वृष,
चंद्र राशिः सिंह,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,
सूर्योदयः 05.32,
सूर्यास्तः 07.03 बजे।
नोटः आज श्री भगवती जानकी (सीता) जयंती है। तथा भगवती श्री बंगलामुखी जयंती है।
विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगायें और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।