पंचांग 29 अप्रैल 2021 आज 29 अप्रैल है. आज गुरुवार भी है. गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. विष्णु जी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और सभी कार्य सफल होते हैं.पंचांग या पंचागम् हिन्दू कैलेंडर है जो भारतीय वैदिक ज्योतिष में दर्शाया गया है। पंचांग मुख्य रूप से 5 अवयवों का गठन होता है, अर्थात् तिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण। पंचांग मुख्य रूप से सूर्य और चन्द्रमा की गति को दर्शाता है। हिन्दू धर्म में हिन्दी पंचांग के परामर्श के बिना शुभ कार्य जैसे शादी, नागरिक सम्बन्ध, महत्वपूर्ण कार्यक्रम, उद्घाटन समारोह, परीक्षा, साक्षात्कार, नया व्यवसाय या अन्य किसी तरह के शुभ कार्य नहीं किये जाते ।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः वैशाख,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः तृतीया रात्रि 10.10 तक है,
वारः गुरूवार,
नक्षत्रः अुनराधा दोपहर 02.29 तक हैं,
योगः वरीयान प्रातः 11.48 तक,
करणः वणिज,
सूर्य राशिः मेष,
चंद्र राशिः वृश्चिक,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक
सूर्योदयः 05.46,
सूर्यास्तः 06.51 बजे।
नोटः आज गण्डमूल दोपहर 02.29 से शुरूआत है।
विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।