Wednesday, December 25
  • भाजपा राज में हो रही किसान-मजदूरों की बेकद्री: डॉ. अशोक तंवर
  • चौपटा में किसानों और आढ़तियों से मुखातिब हुए पूर्व सांसद तंवर

सतीश बंसल सिरसा, 28 अप्रैल:

अपना भारत मोर्चा के संयोजक एवं पूर्व लोकसभा सांसद डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि भाजपा शासन में आज किसानों और मजदूरों की बेकद्री हो रही है। किसानों को मंडियों में सुविधाएं नहीं मिल रही और बारदाना भी पुराना दिया जा रहा है।

        डॉ. तंवर बुधवार को नाथूसरी चौपटा की अनाज मंडी में विकास ट्रेडिंग कंपनी पर किसानों से मुखातिब हो रहे थे। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर सरकारी दफ्तरों में किसानों की लूट हो रही है वहीं कोरोना काल में लाखों की संख्या में धरनों पर बैठे किसानों की कोई सुध नहीं ली जा रही। सौ से अधिक किसान मोर्चे पर शहीद हो चुके हैं लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। किसानों की मांगों के आगे सरकार की हठधर्मी हैरान करती है। किसान तीन काले कानूनों को वापस लेने की मांग कर रही है लेकिन प्रधानमंत्री ने अब तक एक बार भी इस मुद्दे को लेकर बयान नहीं दिया। इतना ही नहीं केंद्रीय कृषि मंत्री भी बेतुकी बातें करके किसानों का आक्रोश बढ़ा रहे हैं। सरकार को चाहिए कि किसानों की जायज मांगें मानकर उनके साथ न्याय करे क्योंकि किसानों के कर्ज माफ करने और उनकी आय दुगुनी करने के वादे पर भाजपा सत्ता में आई थी।

         पूर्व सांसद ने कहा कि सरकारी खजाना खाली करने, विभिन्न सरकारी एजेंसियों को ठेकों पर देने और आरबीआई से लाखों करोड़ रुपया निकलवाने के बावजूद सरकार ने इतनी महंगाई कर दी है कि चीजों के दामों में आग लगी हुई है। डीजल पेट्रोल के दामों में भयंकर वृद्धि के कारण किसानों को भी बुरी तरह से प्रभावित होना पड़ा है लेकिन उन्हें फसलों के उचित भाव नहीं मिल रहे। मिट्टी के साथ मिट्टी होकर देश के लिए अन्न उत्पादन करने वाले किसानों की इतनी बेकद्री अतीत में कभी नहीं हुई। किसानों के साथ साथ खेत मजदूरों का और भी बुरा हाल है। आज महंगाई के दौर में उनके लिए अपनी रसोई चलाना भी मुश्किल हुआ पड़ा है।

                 अशोक तंवर ने कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के सत्तासीन होने के बाद से अब तक हर वर्ग बुरी तरह से हताश और निराश है। विकास कार्यों के नाम पर कुछ नहीं हो रहा बल्कि देश को हिंदू मुसलमान के नाम पर लड़वाया जा रहा है। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व सरपंच बंसीलाल जमाल, बलिंद्र सिंह सहारण पूर्व सरपंच, विकास पूनिया, अमित सोनी, खुशीराम मील, राजू बजाज, पंकज चौहान, आदिकर्ता तंवर, अशोक सहारण, बजरंग शर्मा, बलबीर सुथार, पवन कासनिया सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।