Friday, December 27

देशभर में जारी कोरोना के कहर से सर्वोच्च अदालत भी अछूती नहीं बची है। खबरों के मुताबिक, देश की सुप्रीम कोर्ट में कई कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। हालात को देखते हुए अब सुप्रीम कोर्ट के जजों ने फैसला लिया है कि वे अपने-अपने घरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुननाई करेंगे। संक्रमित पाए गए कर्मियों में से कई लोग जजों के दफ्तर से जुड़े हैं।  जानकारी के मुताबिक, सिर्फ शनिवार को ही सुप्रीम कोर्ट के 44 स्टाफ मेंबर कोरोना संक्रमित पाए गए थे। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में करीब 3400 स्टाफ मेंबर हैं। 

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में बीते कुछ दिनों में रिकॉर्ड वृद्धि देखने को मिली है। देश का सर्वोच्च न्यायालय भी संक्रमण से अछूता नहीं रहा है। खबरों के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के 50 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी कोरोना संक्रमित हैं। शनिवार (अप्रैल 10, 2021) तक यहाँ 44 पॉजिटिव केस सामने आए। इसके चलते सुप्रीम कोर्ट के जजों ने अपने-अपने घरों से मामलों की सुनवाई करने का फैसला किया है।

इस बाबत सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी किए गए नोटिस के मुताबिक इस दौरान सुप्रीम कोर्ट परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा और, सभी बेंच अपने निर्धारित समय से 1 घंटे की देरी से बैठेगी। नोटिस के मुताबिक जो बेंच 10:30 पर बैठती है वह 11:30 पर और जो बेंच 11 बजे बैठती है, वह दोपहर 12 बजे बैठेगी।

सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल ने कहा है कि वे कोरोना संक्रमित होने वालों का डाटा कलेक्ट कर रहे हैं। उनके संपर्क आए लोगों की ट्रेसिंग की जा रही है। कोर्ट परिसर को सेनेटाइज करने का काम चल रहा है। इससे पहले दिल्ली में कोरोना संकट के चलते दिल्ली हाई कोर्ट ने राजधानी की सभी जिला अदालतों में फिजिकल सुनवाई बंद करने के आदेश जारी किए थे। नए आदेश के बाद 23 अप्रैल तक दिल्ली हाई कोर्ट और दिल्ली की सभी जिला अदालतों में सुनवाई अब वर्चुअल मोड में ही होगी।

24 घंटे में टूट गए संक्रमण के सारे रिकॉर्ड

बीते 24 घंटे में भारत में कोरोना के 168912 नए मामले सामने आए हैं, जबकि इस दौरान 904 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले रविवार (अप्रैल 11, 2021) को देश में कोरोना के 170195 मामले सामने आए थे जो कि शनिवार (अप्रैल 10, 2021) को मिले 1.52 लाख केसों से 11.6% ज्यादा थे। कोविड के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में देखने को मिले हैं।