मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की तरफ से दायर पीआईएल पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए अनिल देशमुख के खिलाफ सोमवार को सीबीआई जांच के आदेश दिए। बॉम्बे हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद देशमुख ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री पद से अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंप दिया। सूत्रों के मुताबिक, अब राज्य का अगला गृहमंत्री पद का चार्ज एनसीपी ही के दिलीप वलसे पाटिल को सौंपा गया। इसके साथ ही, दिलीप वलसे पाटिल के पास जो एक्साइज मिनिस्ट्री थी वह अजित पवार को दी जाएगी।
मुंबई:
महाराष्ट्र में मची राजनीतिक उथल-पुथल के बीच प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के बाद यह इस्तीफा दिया है। हालांकि अभी तक सीएम उद्धव ठाकरे ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। देशमुख ने बॉम्बे हाई कोर्ट की तरफ से सीबीआई जांच के आदेश के बाद यह कदम उठाया है।
आज (5 अप्रैल 2021) ही बॉम्बे हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के जरिए मुंबई के प्रतिष्ठानों से प्रति महीने 100 करोड़ रुपए की वसूली के आरोप मामले में CBI को प्रारंभिक जाँच करने को कहा है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे को लेकर ट्विटर पर अपनी बात रखी थी। उनका कहना था कि बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के बाद अनिल देशमुख को स्वयं ही इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर खुद मुख्यमंत्री ठाकरे को उनसे ऐसा करने को कहना चाहिए।
बॉम्बे हाई कोर्ट का फैसला
बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा कि 15 दिनों के भीतर CBI अपनी प्रारंभिक जाँच ख़त्म कर सकती है। प्रारंभिक जाँच के बाद ये CBI के निदेशक के ऊपर होगा कि वो इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करना चाहते हैं। कोर्ट ने कहा:
“हम जानते हैं कि अनिल देशमुख राज्य के गृह मंत्री हैं, जो पुलिस के ऊपर होते हैं। एक स्वतंत्र जाँच होनी चाहिए। जाँच कानून के हिसाब से होनी चाहिए।”