पंचांग 02 अप्रैल 2021 शुक्रवार को पंचमी तिथि 01:07:00 बजे तक तदोपरान्त षष्ठी तिथि है।पंचमी तिथि के स्वामी नागदेवता हैं तथा षष्ठी तिथि के स्वामी कार्तिकेय जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। इस तिथि में खट्टी वस्तुओं को नही खाना चाहिए यह तिथि समस्त शुभ कार्यो के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
विक्रमी संवत्ः 2077,
शक संवत्ः 1943,
मासः चैत्र,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः पंचमी प्रातः 08.16 तक है,
वारः शुक्रवार,
नक्षत्रः ज्येष्ठा रात्रि 03.44 तक है,
योगः व्यातिपात रात्रिः 11.39 तक,
करणः तैतिल,
सूर्य राशिः मीन,
चंद्र राशिः वृश्चिक,
राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक,
सूर्योदयः 06.14,
सूर्यास्तः 06.36 बजे।
नोटः षष्ठी तिथि का क्षय है।
विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।