- नारी शिक्षा, सुरक्षा व स्वाबलंबन अभियान में सहयोग दें महिलाएं : निताशा
- कहा स्वाबलंबी महिला पर अत्याचार की संभावना भी कम हो जाती है
- ऐलनाबाद में महिला चौपाल कार्यक्रम, हर महिला से दुर्गा ऐप इंस्टॉल करने का आह्वान
सतीश बंसल ऐलनाबाद:
महिलाओं को सुरक्षा के लिए संजीदा होने की जरूरत है, उतना ही स्वावलंबन जरूरी है। स्वाबलंबी महिला पर घरेलू हिंसा जैसी अत्याचार की संभावनाएं घट जाती हैं। यह बात भारतीय नारी शक्ति मंच की संस्थापक निताशा राकेश सिहाग ने शहर की तलवाड़ा रोड पर स्थित वाल्मीकि चौक के पास मोहल्ले में आयोजित महिला चौपाल में कही। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपनी सुरक्षा से लेकर महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी होना जरूरी है। इसी कड़ी में वे महिला चौपाल कार्यक्रम के तहत महिलाओं के घर द्वार तक जा रही हैं। योजनाओं की जानकारी से ही आम महिलाओं तक लाभ पहुंचाया जा सकता है।
निताशा ने बताया कि महिलाओं को जानकारी होनी चाहिए कि हरियाणा में बलात्कार और छेड़छाड़ के मामलों के अभियुक्त की सभी सरकारी सुविधाएं निलंबित करना, इस तरह के मामलों की जांच एक माह व पन्द्रह दिन में पूरी करना, बलात्कार पीड़िता को निजी वकील की सुविधा प्रदान करना, छह नए फास्ट ट्रैक कोर्ट खोलना, महिला गवाह को अगली तिथि न देना, दिन में विशेष गश्त की व्यवस्था, कन्या स्कूलों में महिला आत्मरक्षक निर्देशक की नियुक्ति करना, छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना और रात्रि में गश्त, यौन और लैंगिक हिंसा रोकने के लिए कार्य योजना पर काम हुआ है। किसी भी विकट स्थिति में पुलिस सहायता के लिए हर बहन बेटी के मोबाइल में दुर्गा शक्ति ऐप अवश्य ही इंस्टॉल होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वावलंबन के लक्ष्य के तहत प्रयास है कि हर जागरूक महिला इस अभियान में सहयोग करे। किसी भी समाज के विकास का सीधा सम्बन्ध उस समाज की महिलाओं के विकास से जुड़ा होता है। महिलाओं के विकास के बिना व्यक्ति, परिवार और समाज के विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इसके साथ ही निताशा ने हर महिला से आह्वान किया कि वे स्वयं सहायता समूह के माध्यम से स्वरोजगार का रास्ता अपनाकर स्वावलंबी बने। मौके पर सुनीता देवी, सिलोचना रानी, ममता, कुसुम, सुमित्रा, कांता देवी, अनुबाला, शुभा, कमलेश रानी, राजबाला, रेनू आदि उपस्थित थी।