Tuesday, December 24

27 March 2021 शनिवार को चतुर्दशी तिथि 02:29:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः फाल्गुन, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः चतुर्दशी रात्रि 03.27 तक है, 

वारः शनिवार, 

नक्षत्रः पूर्वाफाल्गुनी सांय 07.52 तक है, 

योगः अतिगण्ड रात्रि 01.31 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः मीन, 

चंद्र राशिः सिंह, 

राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक, 

सूर्योदयः 06.20, 

सूर्यास्तः 06.32 बजे।

नोटः आज महेश्वर व्रत एवं वृषदान है।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।