Wednesday, December 25

आज 26 मार्च है. आज शुक्र प्रदोष व्रत है. शुक्र प्रदोष व्रत या भुगुवारा प्रदोष के दिन भगवान शिव के साथ साथ माता पार्वती की पूजा का भी विधान है. मान्यता है कि भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से पाप तो मिटते ही है मोक्ष भी प्राप्त होता है. शुक्र प्रदोष व्रत सौभाग्य और दाम्पत्य जीवन की सुख-शान्ति और समृद्धि के लिए रखा जाता है. 

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः फाल्गुन, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः द्वादशी प्रातः 08.22 तक है, 

वारः शुक्रवार, 

नक्षत्रः मघा रात्रिः 09.39 तक है, 

योगः धृति सांय 07.45 तक, 

करणः बालव, 

सूर्य राशिः मीन, 

चंद्र राशिः सिंह, 

राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.22, 

सूर्यास्तः 06.32 बजे।

नोटः त्रयोदशी तिथि का क्षय है। और प्रदोष व्रत है।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।