Wednesday, December 25

पंचकूला मार्च 23 –

केंद्रीय जल शक्ति और सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया ने देश के वीर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को आज देश में कौन नहीं जानता है l उन्हीं की याद में 23 मार्च को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है, दरअसल इसी दिन 1931 में इन तीनों वीर सपूतों को अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी दे दी थी l हालांकि इन तीनों को फांसी दिए जाने की तारीख 24 मार्च तय की गई थी, लेकिन अंग्रेजी हुकूमत ने उन्हें बगावत के डर से एक दिन पहले ही फांसी दे दी थी lकटारिया ने कहा भगत सिंह ने करीब 2 साल तक जेल में रहने के दौरान अनेक लेख लिखकर अपने क्रांतिकारी विचार व्यक्त करते रहते थे, अपने लेखों में उन्होंने कई तरह से भ्रष्ट पूंजीपतियों को अपना शत्रु बताया है l उन्होंने लिखा है कि मजदूरों का शोषण करने वाला चाहे एक भारतीय ही क्यों ना हो, वह उनका शत्रु है l उन्होंने अपने लेखों के माध्यम से भारतीय समाज में लिपि, जाति  और धर्म के कारण आई दूरियों पर दुख भी व्यक्त किया था l इसीलिए लोग उन्हें आजादी के दीवाने के रूप में देखते हैं lकटारिया ने कहा कि आजादी के 73 वर्ष इन्हीं शहीदों की कुर्बानी का फल है l आज हम शहीदी दिवस के अवसर पर अपने शहीदों को याद कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं और साथ ही आने वाली युवा पीढ़ी को भी देश भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं l