आज 20 मार्च है. आज कामदा सप्तमी है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कामदा सप्तमी का व्रत भक्त मनोकामनाओं की पूर्ति हेतु करते हैं. कामदा सप्तमी व्रत की महिमा स्वयं ब्रह्मा जी ने अपने श्रीमुख से भगवान विष्णु को बतायी थी. इस व्रत को करने से संतान सुखी रहती है, धन, संपत्ति में वृद्धि होती है.
विक्रमी संवत्ः 2077,
शक संवत्ः 1942,
मासः फाल्गुन,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः सप्तमी (तिथि की वृद्धि है जो कि रविवार को प्रातः 07.11 तक है),
वारः शनिवार,
नक्षत्रः रोहिणी सांय 04.46 तक है,
योगः प्रीति प्रातः 11.57 तक,
करणः गर,
सूर्य राशिः मीन,
चंद्र राशिः वृष,
राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,
सूर्योदयः 06.29,
सूर्यास्तः 06.28 बजे।
नोटः आज श्री गुरू धनिष्ठा में एवं श्री सूर्य सायन मेष में और आज से उत्तरगोल प्रारम्भ हो रहा है। यानी आज से महाविषुव दिन है। तथा सर्वार्थ सिद्धि योग है।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी,गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।