पंचकूला:
जो भी पंचकूला के लोग कोरोना वैक्सिनेशन के लिए किसी भी हस्पताल, डिस्पेंसरियों और प्राइवेट डाक्टरों के पास जाते हैं तो अंत बहुत ही जरूरी बात का पुरा खयाल रखें।
जब कोई भी वैक्सिन लगवाने जाता है तो एक तो पहले मोबाइल पर या जहां जाते हो वहां रजिस्ट्रेशन की जाती है। उसके बाद वैरिफिकेशन की जाती है आपके आधार कार्ड से और फोन नम्बर कम्प्यूटर में फीड कर फ़ोटो ली जाती है।
अब हर नागरिक ने करना क्या है कि वो उस स्टाफ से जरूर पूछें की वैरिफिकेशन सही हो गई है या नहीं।
क्योंकि हो क्या रहा है लोग सब कुछ करवा कर वैक्सिन लगवाने बाद घर चले जाते हैं और उनमे से बहुत से लोगों के मोबाइल पर वैक्सिन लग जाने की कन्फर्मेशन ही नहीं आती है।
इसका मतलब यह हुआ की ऐसे लोगों को वैक्सिन तो लग गई परन्तु सिस्टम में वैरिफिकेशन हुई ही नहीं होती है। यानी सिस्टम के हिसाब से वैक्सिन नहीं लगी।तो होगा क्या कि उन लोगों को पहली वैक्सिनेशन का सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा। ऐसे में उसी जगह जा कर दोबारा कम्प्यूटर में चैक करवाना पड़ेगा और हो सकता है दोबारा डम्मी रजिस्ट्रेशन और वैरिफिकेशन करवानी पड़ेगी और फोटो करवानी होगी। तो कन्फर्मेशन इस दिन की ही मिलेगी की इस दिन वैक्सिनेशन हुई है।
यह सिस्टम बहुत गलत है।
दुसरा जिन्होंने वैक्सीनेशन नहीं करवानी वो भी सिस्टम का फायदा उठा सकते हैं। वो रजिस्ट्रेशन वैरिफिकेशन और फ़ोटो करवा कर घर चले जाएं तो सिविल हस्पताल सेक्टर 6 में पता ही नहीं चलेगा।
हम लगातार हस्पताल और हैल्थ विभाग को लिख रहे हैं सिस्टम में सुधार थे लिए और डबल चैक थे लिए। यह सिस्टम फुल प्रूफ हेनान बहुत जरूरी है।