Wednesday, December 25

तापसी और अनुराग के घर छापेमारी के बाद अब सात लॉकर सीज़ कर दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि करीब जांच में 350 करोड़ की धोखधड़ी का खुलासा हो सकता है. दरअसल, ये पूरा मामला इनकम टैक्स चोरी का है. जिसको लेकर 28 अलग अलग स्थानों पर छापेमारी हुई है. जब आईटी विभाग ने फैंटम फिल्म्स के annual income tax return की जांच की तो कुछ गड़बड़ी का अंदेशा हुआ जिसके बाद ही ये पूरी कार्रवाई अमल में लाई गई है. वहीं अब ख़बर है कि कुछ सवालों के जवाब उन्हें सही तौर पर नहीं मिले हैं जिसके कारण इस बार सेलेब्स को आईटी के दफ्तर बुलाकार पूछताछ भी हो सकती है.  लें कॉंग्रेस के पूर्वाध्यक्ष राहुल गांधी को इसमें विशुद्ध राजनीति दिखाई पड रही है .

नयी दिल्ली/मुंबई:

फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप, अभिनेत्री तापसी पन्नू सहित अन्य के ठिकानों पर आयकर विभाग (IT dept) की छापेमारी में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी पकड़े जाने की बात सामने आ रही है। आईटी डिपार्टमेंट की छापेमारी लगातार दूसरे दिन गुरुवार (4 मार्च 2021) को भी जारी रही।

चार शहरों- मुंबई, पुणे, दिल्ली और हैदराबाद के 28 ठिकानों पर कार्रवाई हुई है। सीबीडीटी ने बताया है कि आयकर विभाग सर्च और सर्वे ऑपरेशंस अंजाम दे रहा है। इसकी शुरुआत मुंबई में 2 फिल्म निर्माण कंपनियों, एक अभिनेत्री और दो टैलेंट मैनेजमेंट कंपनियों से 3 मार्च को हुई थी।

सीबीडीटी का कहना है कि 5 करोड़ रुपए कैश पेमेंट लेने की रसीदें तापसी पन्नू के घर से बरामद हुई हैं। कथित तौर पर टैक्स बचाने के लिए यह पेमेंट कैश के तौर पर ली गई। यही नहीं फिल्म प्रोडक्शन हाउस फैंटम फिल्म्स ने बॉक्स ऑफिस पर जितने कलेक्शन की बात कही थी, उससे ज्यादा रकम की जानकारी मिली है।

कंपनी के अधिकारी 300 करोड़ रुपए का हिसाब नहीं दे पाए हैं। यह भी बताया है कि फैंटम फिल्म्स की हिस्सेदारी बेचने के लिए उसका अंडरवैल्यूएशन किया गया। फैंटम फिल्म्स को 2018 में डिजॉल्व कर दिया गया था। शेयरों की कीमत कम दिखाई और लेनदेन में गड़बड़ी की। विभाग के अनुसार कुल 350 करोड़ की टैक्स अनियमितता से यह मामला जुड़ा हुआ है।

बुधवार को अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान इन फ़िल्मी हस्तियों से पूछताछ करते हुए कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और दस्तावेजों की जाँच की थी। विभाग के अधिकारी जानना चाहते थे कि आखिर टैक्स चोरी की रकम का बँटवारा कैसे हुआ। इससे क्या-क्या खरीदा गया और कहीं इस रकम को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए देश से बाहर तो नहीं भेजा गया।

अधिकारियों ने जाँच के दौरान कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों को कब्जे में लिया है। कहा जा रहा है कि तापसी और अनुराग के घर प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी छापा मार सकता है। संभव है कि अनुराग और तापसी की व्हॉट्सएप चैट भी खँगाली जाए और जिन लोगों ने उनकी फिल्मों में निवेश किया उनसे भी पूछताछ हो।

इस रेड की खबर आते ही सोशल मीडिया पर हड़कंप मच गया। वहीं कॉन्ग्रेस और एनसीपी ने इस कार्रवाई को केंद्र सरकार का बदला कहा। जबकि केंद्र की मानें तो आईटी रेड कानून के मुताबिक हुई है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ”कुछ मुहावरे: उंगलियों पर नचाना- केंद्र सरकार आयकर विभाग, ईडी, सीबीआई के साथ ये करती है. भीगी बिल्ली बनना- केंद्र सरकार के सामने मित्र मीडिया. खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे- जैसे केंद्र सरकार किसान-समर्थकों पर रेड कराती है.” 

गौरतलब है अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू पहले ऐसे बॉलीवुड के जाने-माने चेहरे नहीं है जिन पर आईटी विभाग ने शिकंजा कसा हो। इससे पूर्व एकता कपूर के घर पर भी आईटी ने रेड मारी थी। ये मामला शूटआउट एट वडाला के रिलीज से पहले का है। इसी प्रकार कटरीना कैफ के घर पर भी साल 2011 में छापा पड़ा था। प्रियंका चोपड़ा के घर भी 2011 में छापेमारी हुई थी। इसी तरह 90 के दशक की मशहूर अदाकारा माधुरी दीक्षित के घर भी सालों पहले आईटी रेड पड़ी थी।