आज 2 मार्च है. आज द्विज्प्रिया संकष्टी चतुर्थी है. संकष्टी चतुर्थी का अर्थ है संकट को हरने वाली चतुर्थी. इस दिन सभी दुखों को खत्म करने वाले भगवान गणेश का पूजन किया जाता है. साथ ही गौरी पुत्र गणेश जी के लिए व्रत रखा जाता है. आज मंगलवार है. मंगलवार को हनुमान जी की पूजा की जाती है. हनुमान जी की पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और इंसान निरोगी होता है.
विक्रमी संवत्ः 2077,
शक संवत्ः 1942,
मासः फाल्गुन,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः चतुर्थी रात्रि 03.00 तक है,
वारः मंगलवार,
नक्षत्रः चित्रा रात्रि 03.29 तक है,
योगः अतिगण्ड प्रातः 09.25 तक,
करणः बव,
सूर्य राशिः कुम्भ,
चंद्र राशिः कन्या,
राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक,
सूर्योदयः 06.49,
सूर्यास्तः 06.18 बजे।
नोटः आज श्री अंगार की श्री गणेश चतुर्थी व्रत है।
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन,मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।