Wednesday, December 25

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर विधानसभा में बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी बेहद सरल व्यक्ति हैं, लेकिन ग़लत पार्टी में होने के कारण कभी-कभी भटक जाते हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि पता नहीं ये लोग घर में भी यही टोपी पहन कर चलते हैं या नहीं। इस दौरान सीएम ने एक वाकया भी सुनाया, जब वो किसी बेसिक विद्यालय के उद्घाटन के लिए गए थे। इस दौरान सीएम योगी ने विपक्ष पर तीखे प्रहार किए। साथ ही रोचक अंदाज में तंज भी कसा। विपक्षी नेताओं के ऊपर सीएम के इन बयानों पर तीखी प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं।

लखनऊ(ब्यूरो):

टोपी पहने व्यक्ति को गुंडा समझता है बच्चाः

 सीएम योगी ने नेता विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि कि नेता विपक्ष अच्छे आदमी है, लेकिन गलत पार्टी में होने के कारण भटक जाते हैं. सदन में विभिन्न रंगों की टोपियां ड्रामा कंपनी की तरह लगती हैं।ढाई साल का बच्चा टोपी पहने व्यक्ति को गुंडा समझता है। नेता प्रतिपक्ष पगड़ी पहनकर आते तो मैं आपका स्वागत करता. नेता प्रतिपक्ष को टोपी लगाने से परहेज करना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष को इस उम्र में टोपी लगाकर आना शोभा नहीं देता है।सीएम ने एक वाकया भी सुनाया, जब वो किसी बेसिक विद्यालय के उद्घाटन के लिए गए थे। उन्होंने बताया, “वहाँ मेरा विरोध करने कुछ लोग टोपी लगा कर पहुँच गए थे। टोपी पहन कर आने वालों की तरफ इशारा करते हुए ढाई साल के एक बच्चे ने कहा- ‘मम्मी-मम्मी, वो देखो गुंडा।’ अगर आप गमछा बाँध कर आते या पगड़ी पहनकर आते तो मैं आपका स्वागत करता और ये अच्छा भी लगता। वो इस नाटक से तो बेहतर होता।” इसके बाद समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सदन में ही हंगामा शुरू कर दिया। इस पर मुख्यमंत्री ने चुटकी ली कि मैंने किसी का नाम तो नहीं लिया, फिर भी ये हंगामा ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’ की तरह है। 

सदन में अज्ञेय के ‘सांप’ का जिक्रः 

इस दौरान सीएम योगी ने सदन में अज्ञेय की पंक्तियों के जिक्र किया- ‘सर्प तुम कभी नगर नहीं गए, नहीं सीखा तूने वहां बसना, तो फिर कहां से विष पाया, कहां सीखा डासना।’ सीएम ने कहा कि राज्य के प्रति सिर्फ सत्ता पक्ष का ही नहीं विपक्ष का भी दायित्व है। एनसीआरबी के आंकड़ों को तोड़-मरोड़ कर प्रदेश को बदनाम करते हैं. राज्यपाल का कम से कम महिला होने के नाते सम्मान किया जाना था।

हज पर जाने वाले हिंदू: 

सीएम योगी बोले कि आज विदेशों में लोग अपनी पहचान छुपाकर खुद को भारतीय बताते हैं. पाकिस्तानी बताने पर लात-जूते चलने लगते हैं। भारत से हज पर भी जाने वालों की हिंदू के रूप में पहचान होती है। हिंदू को सांप्रदायिक कहने वाले अपनी विरासत का अपमान किए हैं।

राहुल गांधी पर हमलाः 

उन्होंने केरल जाकर ‘उत्तर प्रदेश की खिल्ली उड़ाने’ के लिए राहुल गाँधी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि राहुल के पास इटली जाने के लिए समय है, लेकिन अमेठी जाने के लिए नहीं। उन्होंने प्रियंका वाड्रा की भी आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें मंदिर तभी याद आता है, जब वो यहाँ आते हैं। सदन में सीएम योगी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि जिन्हें यूपी के लोगों ने सांसद बनाया वो केरल जाकर यूपी के लोगों की खिल्ली उड़ा रहे हैं।इस पर कांग्रेस ने हंगामा शुरू किया तो सीएम योगी बोले। हमने किसी का नाम नहीं लिया, चोर की दाढ़ी में तिनका। यूपी और अमेठी के लोगो को कौन अपमानित कर रहा है? आपके पास इटली जाने का समय था, अमेठी आने का नहीं। ये मानसिकता हम सबको चिंता में डालती है। मालूम हो कि राहुल गाँधी ने त्रिवेंद्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था, “मैं 15 साल तक उत्तर भारत में सांसद था। मुझे एक अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी। मेरे लिए केरल आना बेहद नया था क्योंकि मुझे अचानक लगा कि यहाँ के लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं और जमीनी तौर पर मुद्दों के विस्तार में जाने वाले हैं।” इस बयान के बाद अमेठी से वर्तमान सांसद स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी के लिए ‘एहसान फरामोश’ शब्द का इस्तेमाल किया। साथ ही, कहा कि इनके बारे में तो दुनिया कहती है- थोथा चना बाजे घना।

स्वाभिमानी व्यक्ति होगा पटककर मारेगा’:

 सीएम योगी ने कहा कि कोविड के दौरान भी मुझसे 1000 बस देने की बात कही गई. एक माता जी ने तो जीवन भर की कमाई दे दी। कांग्रेस महासचिव का पत्र आया कि 1000 बस देना चाहती हूं, मैं खुश हुआ। लेकिन जब जांच कराई तो कोई स्कूटर तो कोई थ्री व्हीलर निकला. ये मज़ाक नहीं था तो क्या था? हर चीज़ में राजनीति नहीं करनी चाहिए. किसी के यहां दुःखद घटना होगी और आप डीजे बजायेंगे तो कैसा लगेगा? स्वाभिमानी व्यक्ति होगा तो पटक कर मारेगा। अगर कांग्रेस बस देना चाह रही थी तो कोटा में फंसे छात्रों को बस क्यों नहीं उपलब्ध कराई गई? महामारी के दौरान कांग्रेस ने भद्दा मज़ाक किया