जय श्री राम का नारा हमारी यात्रा का प्रतीक है। हम संकल्प करते हैं कि पश्चिम बंगाल से टीएमसी को उखाड़ फेकेंगे: अमित शाह
अमित शाह गुरुवार को गंगासागर स्थित कपिल मुनि मंदिर में पूजा अर्चना के बाद दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप के नामखाना में एक जनसभा को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने भाजपा के पांचवें चरण की परिवर्तन यात्रा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद शाह यहां के नारायणपुर गांव में शरणार्थी परिवार सुब्रत विश्वास के घर पहुंचे जहां उन्होंने दोपहर का भोजन किया।
- बीजेपी सरकार बनने के बाद किसानों को पुराना और नया दोनों पैसा बैंक अकाउंट में जमा करेंगे: शाह
- शाह ने कहा कि रबींद्र नाथ टैगोर और विवेकानंद के सपनों का बंगाल बनाना है तो जनता को बीजेपी को एक मौका देना चाहिए
- तुष्टीकरण के खिलाफ है जय श्रीराम का नारा। इस नारे को लेकर घर-घर जाएगी बीजेपी: अमित शाह
- अम्फान तूफान में केंद्र सरकार ने राज्य के लिए पैसा भेजा। उन पैसों को ये टीएमसी के गुंडे खा गए: अमित शाह
- गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता के भारत सेवाश्रम संघ में पूजा की।
कोलकतता/चंडीगढ़:
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। पश्चिम बंगाल में दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नामखाना में एक रैली को संबोधित किया। शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जय श्री राम का नारा लगता है, तो दीदी बोलती है कि उनका अपमान करते हैं। अमित शाह ने टीएमसी को घेरते हुए रैली में जय श्री राम के नारे भी लगवाए। शाह ने कहा कि ये नारा हमारी यात्रा का प्रतीक है। हम संकल्प करते हैं कि पश्चिम बंगाल से टीएमसी को उखाड़ फेकेंगे।
अपने बंगाल दौरे पर अमित शाह ने कहा कि हमारा लक्ष्य सत्ता परिवर्तन नहीं बल्कि गरीब जनता की स्थिति में सुधार लाना है। बंगाल की माताओं-बहनों की स्थिति में परिवर्तन हो। इसलिए हम परिवर्तन यात्रा लेकर आए हैं।
शाह का एलान, मछुआरों को दिए जाएंगे 6000 सालाना
गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने पर मछुआरों को हर साल 6000 रुपये दिए जाएंगे, बिल्कुल वैसे ही जैसे किसानों को सम्मान निधि मिलती है। शाह ने कहा कि मछुवारे भाइयों को नाव चलाने के लिए किसी को रिश्वत न देनी पड़े, ये परिवर्तन है।आदिवासियों को रहने के लिए कट मनी न देनी पड़े, इसे परिवर्तन कहते हैं। प्राकृतिक आपदा के समय आपका अधिकार कोई और न ले जाए, इसे परिवर्तन कहते हैं।
भाजपा के दबाव में सरस्वती पूजा कर रहीं ममता दीदी
बंगाल के नामखाना में रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ममता बनर्जी पर निशाना साधा। कहा कि बंगाल में दुर्गा पूजा के लिए कोर्ट से अनुमति लेनी होती है। दीदी ने स्कूलों में सरस्वती पूजा बंद करा दी गई, भाजपा के दबाव के बाद दीदी सरस्वती पूजन करती दिखी हैं। जय श्रीराम का नारा लगाने पर दीदी को गुस्सा आ जाता है। अमित शाह ने कहा कि हम बंगाल में तुष्टिकरण खत्म करेंगे ताकि लोग सरस्वती पूजा-राम नवमी को मना पाएं। दुर्गा पूजा करने के लिए किसी से अनुमति ना लेनी पड़े।
सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा 7वें वेतन आयोग का लाभ : शाह
शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की हालत बदतर हो गई है, यहां भाजपा की सरकार बनेगी, तो केंद्र की मोदी सरकार के साथ डबल इंजन सरकार आगे बढ़ेगी। हमारी सरकार आने पर सरकारी कर्मचारी को सातवां वेतन आयोग देने का काम किया जाएगा। शाह ने कहा कि आप एक बार बंगाल में भाजपा की सरकार बना दीजिए, बंगाल के सभी सरकारी कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाएगा। शिक्षक भाइयों को उचित मानदंड मिले, इसके लिए एक कमेटी का गठन भाजपा सरकार करेगी।
130 कार्यकर्ताओं की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी :शाह
गृह मंत्री शाह ने कहा, ”बंगाल में जो राजनीतिक हिंसा होती है, उसमें 130 भाजपा कार्यकर्ता मारे गए। ममता दीदी सोचती हैं कि किसी को मार देने से भाजपा रुक जाएगी। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि ममता दीदी तृणमूल के गुंडो ने हमारे 130 कार्यकर्ताओं को मारा है, उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।”
अमित शाह ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो गुंडे ममता दीदी की शह पर आज छिपकर बैठे हैं, उनको मैं कहना चाहता हूं कि जहां छिपना है छिप जाओ। भाजपा की सरकार बनने के बाद पाताल में से भी ढूंढकर आपको जेल में डालेंगे।
टीएमसी का नारा -भतीजा बढ़ावा
अमित शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा, टीएमसी का एक ही नारा है, भतीजा बढ़ावा। भतीजे के कल्याण के अलावा टीएमसी के मन में कोई अभिलाषा नहीं है। नरेंद्र मोदी का नारा- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास है।
शाह के साथ भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल राय, राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, राहुल सिन्हा सहित अन्य नेताओं ने भी जमीन पर बैठकर भोजन किया। भोजन के पश्चात शाह काकद्वीप में एक रोड शो भी करेंगे। इससे पहले शाह गंगासागर भी गए थे और उन्होंने वहां कपिल मुनि मंदिर में पूजा अर्चना की।
तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। आंदोलन के प्रमुख चेहरे राकेश टिकैत चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल में आंदोलन को धार देने का ऐलान कर चुके हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ सबसे ज्यादा नाराजगी पंजाब और हरियाणा के किसानों में देखी जा रही है और पंजाब के निकाय चुनाव में बीजेपी इस गुस्से में बुरी तरह झुलस भी चुकी है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बंगाल चुनाव पर भी किसान आंदोलन का असर दिखेगा? एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में जब यही सवाल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पूछा गया तो उनके जवाब का लब्बोलुआब यह था कि फायदा ही होगा, नुकसान नहीं।
किसानों की एक अलग प्रॉब्लम है जिस पर किसान नेता जवाब देना ही नहीं चाहते हैं। मोदीजी जो 6 हजार रुपये सालाना (किसान सम्मान निधि) किसानों को भेज रहे हैं, वह पश्चिम बंगाल के किसानों को मिलता ही नहीं हैं। ममता दीदी इसका लिस्ट ही नहीं देती हैं। देशभर के किसानों को साल का 6 हजार रुपये मिलता है लेकिन पश्चिम बंगाल के किसानों को नहीं मिलता। लेकिन पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बनने के बाद हम सूबे के किसानों को पुराने पैसे के साथ-साथ नई किस्त भी देंगे।’
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