गंगा – जामुनी तहज़ीब : जिसने ज़रूरत के वक्त ख़ून दे आर मदद की राम मंदिर का चंदा इकट्ठा करने पर उसी रिंकू शर्मा की मोहम्मद इस्लाम और साथियों ने चाकू घोंप कर चुकाया एहसान
मोहम्मद इस्लाम की पत्नी लगभग 1.5 साल पहले गर्भवती थी। दिल्ली के रोहिणी स्थित अस्पताल में उसका उपचार हो रहा था। उसकी पत्नी की हालत गंभीर थी और उसे खून की सख्त ज़रूरत थी। इसके बाद रिंकू ने इस्लाम की पत्नी को एक नहीं बल्कि दो बार खून दिया था। आरोपितों को रिंकू शर्मा की ओर से मदद का सिलसिला यहीं ख़त्म नहीं होता है। रिंकू शर्मा ने आरोपित मोहम्मद इस्लाम के भाई शुकरु को कोरोना होने पर अस्पताल में भर्ती कराने पर भी मदद की थी। रिंकू ने इस बात की शायद ही कल्पना की होगी कि खून का एहसान कुछ इस तरह चुकाया जाएगा। तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि रिंकू शर्मा नेक दिल इंसान थे। उनका किसी से कोई विवाद नहीं था।
नयी दिल्ली(ब्यूरो):
दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में बजरंग दल के कार्यकर्ता रिंकू शर्मा (26 वर्ष) की हत्या कर दी गई। रिंकू अयोध्या में होने वाले भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए जारी धन संग्रह अभियान में सक्रिय भागीदारी निभा रहे थे। अब इस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। जागरण की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि जिन लोगों के लिए उम्मीद की किरण बन कर रिंकू शर्मा ने अपना खून दिया था, उन्हीं लोगों ने ही रिंकू शर्मा की बेरहमी से हत्या कर दी।
पुलिस ने इस मामले में अभी तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान मोहम्मद इस्लाम, दानिश नसीरुद्दीन, दिलशान और दिलशाद इस्लाम के रूप में हुई है। इस हत्याकांड में शामिल मोहम्मद इस्लाम की पत्नी लगभग 1.5 साल पहले गर्भवती थी। दिल्ली के रोहिणी स्थित अस्पताल में उसका उपचार हो रहा था। उसकी पत्नी की हालत गंभीर थी और उसे खून की सख्त ज़रूरत थी।
इसके बाद रिंकू ने इस्लाम की पत्नी को एक नहीं बल्कि दो बार खून दिया था। आरोपितों को रिंकू शर्मा की ओर से मदद का सिलसिला यहीं ख़त्म नहीं होता है। रिंकू शर्मा ने आरोपित मोहम्मद इस्लाम के भाई शुकरु को कोरोना होने पर अस्पताल में भर्ती कराने पर भी मदद की थी।
रिंकू ने इस बात की शायद ही कल्पना की होगी कि खून का एहसान कुछ इस तरह चुकाया जाएगा। तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि रिंकू शर्मा नेक दिल इंसान थे। उनका किसी से कोई विवाद नहीं था।
कथित तौर पर 25-30 लोगों के समूह ने बुधवार (10 फरवरी 2021) को घर में घुसकर 26 वर्षीय रिंकू शर्मा पर हमला किया था। वे अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए जा रहे धन संग्रह अभियान में सक्रिय थे। रिपोर्टों के अनुसार पुलिस ने इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
सोशल मीडिया में रिंकू के पिता का रोते-बिलखते वीडियो भी आया है। वीडियो में वे बता रहे हैं कि किस बर्बरता से उनके बड़े बेटे को मारा गया। साथ ही उनके छोटे बेटे पर भी हमला हुआ।
रिंकू के पिता कहते हैं कि अचानक गेट खोलने के लिए आवाज आई और जैसे ही उनका छोटा बेटा गेट खोलने गया, सामने से 25-30 लोग आए। उन सबके हाथ में लाठियाँ थी। मेरे छोटे बच्चे को भी मारा। फिर वो घर में घुस गए। रिंकू किसी तरह बाहर भागा… थोड़ी देर बाद वे गेट पर लाठी बजाकर गए कि मार दिया, जा बचा ले अपने बच्चे को। पीछे से एक महिला ने बताया कि रिंकू को चाकू मार दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार बीते महीने इलाके में राम मंदिर निर्माण को लेकर एक जागरुकता रैली निकाली गई थी। उस दौरान रिंकू का विवाद हो गया था। उस समय स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप से मामला खत्म हो गया था। इसके बाद एक जन्मदिन पार्टी में रिंकू का आरोपितों से विवाद हुआ। उसके बाद बुधवार की रात उसके घर में घुसकर हमला किया गया। हमलावरों के जाने के बाद लोग रिंकू को संजय गाँधी अस्पताल ले गए। इलाज के दौरान गुरुवार दोपहर उन्होंने दम तोड़ दिया।
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