पंचांग 11 फरवरी 2021
आज 11 फरवरी को हिंदू पंचांग के अनुसार गुरुवार है. गुरुवार का दिन सुख समृद्धि और सौभाग्य का दिन होता है. यह दिन भगवान विष्णु और मां सरस्वती दोनों की पूजा का दिन होता है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु जल्दी प्रसन्न नहीं होते, मगर शास्त्रों में उनको प्रसन्न करने के बेहद आसान उपाय भी बताए गए हैं. जिनके माध्यम से आप प्रभु की कृपा के पात्र बन सकते हैं.
विक्रमी संवत्ः 2077,
शक संवत्ः 1942,
मासः माघ,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः अमावस रात्रि 12.36 तक है।
वारः गुरूवार,
नक्षत्रः श्रवण दोपहर 02.05 तक है,
योगः वरीयान 02.05 तक,
करणः चतुष्पद,
सूर्य राशिः मकर,
चंद्र राशिः मकर,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,
सूर्योदयः 07.07,
सूर्यास्तः 06.04 बजे।
नोटः आज माघ मौनी अमावस है। एवं महोदय योग है। तथा आज ही पितृ तर्पण आदि है।
नोटः आज आज रात्रि 02.11 से पंचक प्रारम्भ हो रहे है। पंचक काल में तृण, काष्ठ, धातु का संचय व भवन निर्माण और नवीन कार्य तथा यात्रा आदि कर्म वर्जित होते हैं।पंचक काल में शव दाह का भी निषेध होता है।चूंकि शव को इतनी लंबी अवधि हेतु रोकना देश काल परिस्थिति के अनुसार मुश्किल हैं, अतः योग्य वैदिक ब्रह्मण की सलाह लेकर पंच पुतलों का दाह और पंचक नक्षत्रों की शांति विधि पूर्वक करानी चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि मृतक व्यक्ति के परिवार व संबंधियों में से ही पांच व्यक्तियों के अकालमृत्यु होने की आशंका बनी रहती है।
विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!