सुभाष चावला चंडीगढ़ कांग्रेस के नए अध्यक्ष

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़, 09 फरवरी, 2021:

कांग्रेस अध्यक्ष ने सुभाष चावला को चंडीगढ़ प्रादेशिक कांग्रेस कमेटी (CTCC) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया।

पार्टी अध्यक्ष की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, “कांग्रेस अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से सुभाष चावला को चंडीगढ़ प्रादेशिक कांग्रेस समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है।”

चावला चंडीगढ़ के पूर्व मेयर और राजधानी चंडीगढ़ शहर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं।

पार्टी हाईकमान ने निवर्तमान अध्यक्ष परदीप छाबड़ा की सेवाओं की सराहना की है।

केन्द्र सरकार की ओर से पेश किया गया बजट आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ले जाने वाला: ओ पी धनकड़

  • केन्द्र सरकार की ओर से पेश किया गया बजट आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ले जाने वाला: ओ पी धनकड़
  • बजट पारित होने के बाद पहली बार देश के शेयर बाजार में भारी उछाल आया: ओ पी धनकड़

पंचकूला 9 फरवरी:

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से पेश किया गया बजट आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ले जाने वाला है। बजट में सुस्पष्ट व प्रभावकारी परिणाम देखने को मिले है तथा बजट पारित होने के बाद पहली बार देश के शेयर बाजार में भारी उछाल आया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के तीन आर्थिक विकास के सूत्रधार सम्पति, सोना, व शेयर बाजार में एक साथ बढौतरी हुई है और देश के आर्थिक सुधार विशेषज्ञों ने इसे बहुत ही हितकारी बताया है। उन्होंने कहा कि लोग पहले सम्पति से निकालकर सोना या शेयर मार्केट में धन का निवेश करते रहे है लेकिन अबके बजट से तीनों ही क्षेत्रों में निवेश का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सरकार के कार्यकाल में पारित किए गए बजट और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के छठे साल में पेश बजट में अनाज खरीद के लिए 127 प्रतिशत ज्यादा का प्रावधान किया गया है। वर्तमान मंें 34 हजार करोड से बढाकर 71 हजार करोड़ रुपए गेहूं खरीद पर खर्च करने, धान की खरीद पर 63 हजार करोड से 1.72 लाख करोड रुपए का प्रावधान किया गया हैं। उन्होंने कहा कि देश में 35 लाख करोड़ का बजट पारित हुआ ओर इसमें 15 लाख करोड़ का शेयर बाजार में उछाल आया है।

प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि दलहन क्षेत्र में 10 हजार करोड़ रुपए, कपास के लिए एक हजार करोड़ रुपए की राशि निर्धारित की है। इस प्रकार सभी को मिलाएं तो अढाई लाख करोड़ रुपए अतिरिक्त की राशि अनाज के लिए रखी गई है। उन्होंने कहा कि देश में एक साथ 100 सैनिक स्कूल खोलना एक मिसाल है। इसके साथ ही स्वास्थ्य, फार्मा, डिफेंस व इलैक्ट्रोनिक के क्षेत्र में बढौतरी देश की ढांचागत सुविधाओं में भी वृद्धि करना देश को आत्मनिर्भर बनाएंगी। उन्होंने स्वच्छता के लिए एक लाख करोड़ रुपए तथा रेलवे बजट में भी इतनी बड़ी वृ़िद्ध करना अनुकरणीय बताया है।

उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई के लिए 5 हजार करोड़ की राशि से 40 लाख एकड भूमि को सिंचित करने की दिशा में कदम उठाए गए है। उन्होंने कहा कि यदि सूक्ष्म सिंचाई का सही उपयोग किसान करेगें तो पानी के जलस्तर में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा निर्मित कोविड वैक्सिन की आॅक्सफोर्ड युनिवर्सिटी और ब्राजील जैसे देशों ने सराहना की है। उन्होंने कहा कि बायोलोजी के क्षेत्र में नवांचार के चार संस्थान खोलने के अवसर मिलेंगे और एयरपोर्ट, बंदरगाहों पर भी बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए कदम उठाए जाएगें।

श्री धनखड़ ने कहा कि इस प्रकार यह बजट स्वास्थ्य सुविधाओं व किसानों के साथ साथ नवांचार के लिए बहुत कारगर होगा। इससे पूर्व आयोजित संगोष्ठि में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बजट के लिए धन्यवाद प्रस्ताव भी पारित किया गया। उन्होंने कहा कि नागरिकों को जागरूक करने के लिए 13-14 विचार संगोष्ठियां आयोजित की जाएंगी और इनमें विस्तार से चर्चा की जाएगी।

एक सवाल के जवाब में प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि किसान आन्दोलन पूर्ण रूप से राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों में किसान की जमीन नहीं छिन्नी जाएगी तथा एमएसपी पहले की तरह ही लागू रहेगा। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम में एमएसपी की गारंटी लिखित में दी गई है कि सरकार सदैव किसानों से एमएसपी पर ही अनाज की खरीद करेगी।

उतराखण्ड में हुई प्राकृतिक आपदा पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उतराखण्ड सरकार को 11 करोड़ रुपए की राशि अनुदान के रूप में दी है। इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यदि जरूरत हुई तो मानवता की सेवा के लिए भी स्वंयसेवी प्रदेश से भेजे जाएगें। वर्तमान में कैप्टन भूपेन्द्र सिहं उतराखण्ड सेवा के लिए गए हुए है।

जल जीवन मिशन व स्वच्छता मिशन के साथ स्वास्थ्य बजट की अनुकरणीय वृद्धि- ज्ञानचंद गुप्ता

इससे पहले आयोजित संगोष्ठि को सम्बोधित करते हुए हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने बजट को देश हित में बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से देश के लिए हितकारी बजट पास किया गया है यह उद्योगों में बढौतरी होने के साथ रोजगार के अवसर पर उपलब्ध करवाएगा। उन्होंने कहा कि विशेषकर स्टार्टअप सैंटर के लिए भी बजट बहुत ही उत्कृष्ट होगा। पंूजीगत व्यय को भी बजट में एक सुनहरी अवसर दिया है ओर लोग इसमें बढचढ कर भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि देश के अंदर स्वास्थ्य के लिए 64180 करोड रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। 2. 87 लाख करोड रुपए से जल जीवन मिशन की शुरुआत की गई है। जिसमें हर घर को पानी संकल्प पूरा करने के लिए यह बजट निर्धारित किया गया है। 1. 42 लाख करोड रुपए के शहरी स्वच्छ भारत मिशन 20 का आरंभ किया गया है। इसके साथ ही कोविड टीकाकरण करने के लिए भी 35000 करोड़ का प्रावधान भी बजट के अंदर किया गया।

आज इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती बंतो कटारिया, प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल, जिला प्रभारी एवं प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर संजय शर्मा, जिला अध्यक्ष अजय शर्मा, जिला महामंत्री वीरेंद्र राणा एवं श्रीमती परमजीत कौर, पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल, जिला परिषद की चेयरपर्सन रितु सिंगल,पूर्व विधायक लतिका शर्मा के साथ प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

विधानसभा में बॉर्डर पर विराजमान होंगे पूर्व मुख्यमंत्री पायलट

बगावत में पायलट का साथ देने वाले पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को आगे की कतार से विधानसभा में पिछली कतार में भेज दिया गया। दोनों आखिरी पंक्ति की सीट पर बैठेंगे. दोनों की मंत्रीमंडल में वापसी को लेकर पायलट कुछ समय से जोर लगा रहे थे लेकिन कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ. दोनों को अगली कतार में बैठने को मौका फिलहाल नहीं मिलेगा. इस बार निगाहें इस पर भी रहेगी कि पायलट गुट विधानसभा में चर्चा के दौरान सरकार का बचाव करता है या खामोश रहता है।

जयपुर:

राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र 2021 बुधवार को शुरू होगा. इस बार विधानसभा में सबकी नजरें सत्ता पक्ष के सीट क्रम पर हैं। सचिन पायलट की जगह और भूमिका पर भी सबकी निगाहें हैं। सूत्रों के मुताबिक पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की सीट बदल दी गई है । पायल्ट अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास नहीं बल्कि परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बगल में बैठेंगे। प्रताप खाचरियावास गहलोत मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्रियों की कतार में आखिर में बैठते हैं. सचिन पायलट जब डिप्टी सीएम थे, तब सत्ता पक्ष की नंबर दो सीट यानी गहलोत की अगली सीट पर बैठते थे।राजस्थान विधानसभा में विधायकों, मंत्रियों के बैठने के क्रम से ही उनकी वरीयता और हैसियत तय होती है।

प्रताप सिंह खाचारिवास को मंत्री बनाने में सचिन पायलट की ही भूमिका थी। खाचरियवास को गहलोत मंत्रीमंडल में पायलट कोटे का मंत्री माना जाता था लेकिन सचिन पायलट ने जब बगावत की थी तब खाचरिवास ने पाला बदल लिया था और गहलोत के साथ चले गए थे। अब पायलट को खाचरियवास के बगल में बैठना पड़ेगा। हालांकि गहलोत सरकार के शक्ति परीक्षण के दौरान इससे पहले तो पायलट को सत्ता पक्ष की आखिरी सीट पर बैठाया था, तब पायलट ने विधानसभा में कहा था कि सेना सबसे बेहतरीन सिपाही को ही बॉर्डर पर भेजती है। विधानसभा में बॉर्डर का मतलब सत्ता पक्ष की आखिरी बेंच

बगावत में पायलट का साथ देने वाले पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को आगे की कतार से विधानसभा में पिछली कतार में भेज दिया गया। दोनों आखिरी पंक्ति की सीट पर बैठेंगे. दोनों की मंत्रीमंडल में वापसी को लेकर पायलट कुछ समय से जोर लगा रहे थे लेकिन कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ. दोनों को अगली कतार में बैठने को मौका फिलहाल नहीं मिलेगा. इस बार निगाहें इस पर भी रहेगी कि पायलट गुट विधानसभा में चर्चा के दौरान सरकार का बचाव करता है या खामोश रहता है।

लोकतन्त्र बचाने को चीन की शरण में नेपाल के प्रचंड, भारत से भी लगाई गुहार

प्रचंड ने कहा, ‘‘हमने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस बात से अवगत कराया है कि ओली के कदम से लोकतंत्र का क्षरण हुआ है और हम भारत, चीन सहित यूरोपीय संघ तथा अमेरिका से देश के संघीय ढांचे और लंबे संघर्ष के बाद हासिल किये गये लोकतंत्र के प्रति समर्थन मांग रहे हैं.’’ भारत ने संसद भंग करने और नये चुनाव कराने के ओली के फैसले को नेपाल का आंतरिक मामला बताते हुए कहा है कि इस बारे में पड़ोसी देश को ही अपनी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के मुताबिक फैसला करना होगा.

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के नेतृत्व वाले गुट ने केपी ओली के संसद भंग करने के कदम के खिलाफ भारत और चीन से समर्थन की मांग की है. प्रचंड ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी ने संसद भंग करने के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के “असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक” कदम के खिलाफ भारत और चीन सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन की अपील की है.

केपी ओली ने प्रचंड के साथ सत्ता को लेकर रस्साकशी के बीच एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए पिछले साल 20 दिसंबर को प्रतिनिधि सभा भंग कर दी थी, जिसके बाद नेपाल में राजनीतिक संकट गहरा गया. 275 सदस्यीय सदन को भंग करने के उनके कदम का पार्टी के प्रचंड के नेतृत्व वाले धड़े ने विरोध किया था. प्रचंड सत्तारूढ़ पार्टी NCP के सह-अध्यक्ष भी हैं.

प्रचंड ने काठमांडू में अंतरराष्ट्रीय मीडिया के एक समूह से बातचीत में कहा, ‘‘यदि हमें संघीय ढांचे एवं लोकतंत्र को मजबूत करना है तो प्रतिनिधि सभा को बहाल करना होगा और शांति प्रक्रिया को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाना होगा.’’ उन्होंने बुधवार को काठमांडू में होने वाली अपने धड़े की एक विशाल विरोध रैली से पहले कहा, ‘‘मेरा मानना है कि उच्च्तम न्यायालय प्रतिनिधि सभा भंग करने के प्रधानमंत्री ओली के असंवैधानिक एवं अलोकतांत्रिक कदम को स्वीकृति नहीं देगा. ’’

प्रचंड ने चेतावनी दी कि यदि सदन को बहाल नहीं किया गया तो देश एक गंभीर राजनीतिक संकट में चला जाएगा. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने पड़ोसी देशों भारत और चीन सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ओली के इस असंवैधानिक एवं अलोकतांत्रिक कदम के खिलाफ उनके (प्रचंड नीत धड़े के) जारी संघर्ष को समर्थन देने की अपील की है.

प्रचंड ने कहा , ‘‘हमने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस बात से अवगत कराया है कि ओली के कदम से लोकतंत्र का क्षरण हुआ है और हम भारत, चीन सहित यूरोपीय संघ तथा अमेरिका से देश के संघीय ढांचे और लंबे संघर्ष के बाद हासिल किए गए लोकतंत्र के प्रति समर्थन मांग रहे हैं.’’

भारत ने संसद भंग करने और नए चुनाव कराने के ओली के फैसले को नेपाल का आंतरिक मामला बताते हुए कहा है कि इस बारे में पड़ोसी देश को ही अपनी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के मुताबिक फैसला करना होगा. हालांकि, चीन ने सत्तारूढ़ पार्टी को विभाजित होने से रोकने की अपनी कोशिश के तहत पिछले साल दिसंबर में चार सदस्यीय एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजा था, जिसने एनसीपी के कई शीर्ष नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें की थीं.

यह पूछे जाने पर कि क्या ओली(68) ने किसी दूसरे देश के प्रभाव में आकर संसद भंग करने का फैसला किया था, प्रचंड ने कहा, ‘‘हमें अपने आंतरिक मामलों में विदेशी तत्वों को शामिल नहीं करने की जरूरत है क्योंकि इस तरह की चीजें बाहरी माहौल के बजाय आंतरिक स्थिति से कहीं अधिक निर्धारित होंगी. ’’ केपी ओली, चीन के प्रति झुकाव रखने को लेकर जाने जाते हैं.

भाजपा के तथाकथित एजेंट दीप सिद्धू की गिरफ्तारी पर किसान आंदोलनकारियों और समर्थकों का विलाप

दीप सिद्धू को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को गिरफ्तार कर तीस हजारी कोर्ट के सामने पेश किया। अदालत ने उसे सात दिन की रिमांड पर भेजा है। पुलिस ने अदालत से 10 दिन की रिमांड की मांग की थी। उधर, दीप सिद्धू के वकील ने दिल्ली पुलिस की सिद्धू को हिरासत में भेजने की मांग का विरोध किया। उन्होंने अदालत से कहा कि सिद्धू गलत समय पर गलत जगह पर था। संपर्क में था। फरार होने के दौरान फेसबुक पर जो 5 वीडियो दीप सिद्धू ने अपलोड किए थे, वो उसने अपने दोस्तों (जिनके यहां रुकता था) के मोबाइल से बनाए और उन्हीं के नंबर से उन्हें कैलिफोर्निया में अपनी महिला दोस्त को भेजा, जिन्हें वो उसके फेसबुक एकाउंट पर अपलोड करती थी, लेकिन, दीप सिद्धू पर मुकदमा दर्ज होते और उसके बाद 1 लाख रुपये का इनाम घोषित होते ही उससे कई करीबियों ने पल्ला झाड़ लिया।

चंडीगढ़/नयी दिल्ली(ब्यूरो) :

मंगलवार (फरवरी 09 2021) को, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जानकारी दी कि उन्होंने अभिनेता और खालिस्तान समर्थक दीप सिद्धू को गिरफ्तार किया है। दीप सिद्धू की भूमिका किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान गणतंत्र दिवस पर हिंसा भड़काने और लाल किले पर उत्पात में पाई गई थी।

सोमवार रात करीब 10.30 बजे दीप सिद्धू को करनाल से गिरफ्तार किया गया है। वह पुलिस के रडार पर कई दिन से था। गिरफ्तारी से पूर्व, दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह और गुरजंत सिंह की सूचना देने वाले को 1 लाख रूपए का नकद इनाम देने की घोषणा की थी।

दीप सिद्धू का ‘किसान’ से ‘भाजपा एजेंट’ तक का सफर

पिछले साल 28 नवंबर को सोशल मीडिया पर दीप सिद्धू का वीडियो वायरल होने के बाद अभिनेता और खालिस्तान समर्थक दीप सिद्धू प्रमुखता से किसान आन्दोलन के बीच चेहरा बनकर सामने आए। सिद्धू ने झूठे आरोप लगाए थे कि सरकार ने किसानों की जमीनों को छीनने के लिए कृषि कानूनों को पारित किया है।

दीप सिद्धू के वीडियो को ट्विटर पर आम आदमी पार्टी (कॉन्ग्रेस और वाम-उदारवादियों का खूब समर्थन भी मिला। उन्हें ‘किसान’, ‘किसान का बेटा’ कहकर शुरू से ही किसान-विरोधी कानून आंदोलन से जोड़ दिया गया। यह और तथ्य है कि दीप सिद्धू ने बरखा दत्त के साथ एक साक्षात्कार में खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले की निंदा करने से इनकार कर दिया था।

खालिस्तान के प्रति उनके खुले समर्थन के बावजूद कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोगों ने दीप सिद्धू को अपना पूरा समर्थन दिया। भारत के 71वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर, यही दीप सिद्धू उन्मादी भीड़ का हिस्सा थे। इस भीड़ ने 26 जनवरी को लाल किले पर भारतीय तिरंगे का अपमान करते हुए सिखों के मजहबी झंडे को फहरा दिया था और उन्हें उकसाने वालों में दीप सिद्धू प्रमुख आरोपित हैं।

इस घटना के सामने आने के फ़ौरन बाद, वाम-उदारवादियों ने उन्हें ‘भाजपा एजेंट’ साबित करना शुरू कर दिया। इन लोगों ने फ़ौरन अभिनेता और भाजपा सांसद सनी देओल के साथ दीप सिद्धू की तस्वीरों को प्रसारित करना शुरू कर दिया।

हालाँकि, खुद दीप सिद्धू ने इस बात का खुलासा किया था कि वह भाजपा से नहीं जुड़े थे और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सनी देओल के चुनाव प्रचार में शामिल होने के लिए वो खेद व्यक्त कर चुके थे।

लाल किले पर हुए उत्पात में दीप सिद्धू का नाम आते ही कॉन्ग्रेस और कृषि कानून विरोधी इकोसिस्टम तब केंद्र सरकार पर दीप सिद्धू को गिरफ्तार नहीं किए जाने को लेकर भाजपा पर आरोप लगा रहे थे। और अब, जब दिल्ली पुलिस ने सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया है, तो कई कार्यकर्ता दीप सिद्धू की रिहाई की माँग कर रहे हैं।

दीप सिद्धू के गिरफ्तार होते ही फूट पड़े ‘किसान समर्थक’

जाने-माने ‘किसान’ कार्यकर्ता, पपलप्रीत सिंह, ने सिद्धू की गिरफ्तारी के बाद खालिस्तान से सहानुभूति रखने वाले दीप सिद्धू को अपना खुला समर्थन दिया है। अभिनेता की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए, उन्होंने जोर देकर कहा कि वह अभिनेता के साथ खड़े हैं।

एक अन्य ट्विटर यूजर, एच बरार ने ट्वीट किया, “हम वीर (बहादुर) दीप सिद्धू के लिए प्रार्थना करते हैं। सतगुर हर कीमत पर उसकी रक्षा करें। किसानों के विरोध में उनके द्वारा निभाई गई भूमिकाओं को न भूलें, उन्होंने युवाओं को कितना प्रेरित किया है। ”

एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, “दीप सिद्धू को गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए। ये दुख की बात है।” कुंवरवीर ने लिखा, “दीप सिद्धू के खून की जिम्मेदारी संघ (किसान) नेताओं की होगी।”

क अन्य कृषि कानून विरोधी, नेहा शर्मा ने दीप सिद्धू को किसानों के अधिकारों का ‘योद्धा’ बताया और जोर देकर कहा कि वह सिद्धू के साथ खड़ी हैं। उसने सिद्धू की गिरफ्तारी पर निराशा व्यक्त की।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कॉन्ग्रेस पार्टी, जो कि कृषि कानूनों का विरोध करने में सबसे आगे रही है और पंजाब में अपनी ही सरकार होने के बावजूद किसानों के विरोध प्रदर्शनों को प्रायोजित कर रही है, ने किसान की आवाज के रूप में सिद्धू का महिमामंडन किया।

नवंबर माह में, जैसे ही दीप सिद्धू मोदी सरकार के खिलाफ विरोध का चेहरा बने, कॉन्ग्रेस पार्टी ने खुले तौर पर पगड़ी पहने अभिनेता के ‘किसान’ होने का दावा किया था और कृषि कानूनों के खिलाफ उनके विरोध का समर्थन किया था।

कुछ किसान नेताओं के अनुसार, गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर झंडा फहराने के लिए दीप सिद्धू और उनके समर्थकों का गिरोह जिम्मेदार था। बूटा सिंह बुर्जगिल, अध्यक्ष बीकेयू (डकौंडा), ने ‘द प्रिंट’ से कहा था, “दीप सिद्धू और उनके समूह ने लाल किले पर झंडे फहराए। वे पहले दिन से आंदोलन में समस्या पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। हम उसी परेड वाले रास्ते पर जा रहे हैं, जिसकी हमने घोषणा की थी।”

हालाँकि, तथाकथित किसान विरोध के वास्तविक इरादे सामने आने के बाद, कॉन्ग्रेस के इकोसिस्टम ने पंजाब के अभिनेता को अपने राजनीतिक बयान को बनाए रखने के लिए बलि का बकरा बना दिया, और सिद्धू को ‘भाजपा एजेंट’ के रूप सामने रखना शुरू कर दिया।

कॉन्ग्रेस आईटी सेल के सदस्य गौरव पाँधी, जिसने 28 नवंबर को दीप सिद्धू के कार्यों का बचाव किया था, ने सिद्धू की पीएम मोदी के साथ ली गई एक बेहद रेंडम तस्वीर के आधार पर सिद्धू को भाजपा से जोड़ दिया था।

मंगलवार को दीप सिद्धू की गिरफ्तारी के साथ ही दीप सिद्धू के भाजपा समर्थक होने के वाम-उदारवादी तर्क ध्वस्त हो गया है। ऐसे में, अब जबकि खालिस्तान समर्थक का बचाव करने के लिए कुछ भी नहीं बचा है, इनमें से कई लोगों ने सोशल मीडिया पर चुप्पी बना रखी है। हालाँकि, बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी ‘किसानों’ ने अपनी गरिमा का भी त्याग कर दिया है और दीप सिद्धू की रिहाई की माँग करते हुए खुलकर आगे आए हैं।

क्या झूठ फैलाने पर कभी प्रियंका वाड्रा भी होंगी निलंबित ?

राजदीप सरदेसाई अपने विवादित बयानों के चलते पहले भी अपनी भद्द ही नहीं पिटवा चुके है बल्कि खुद भी पिट चुके हैं। पत्रकारों पर गुस्सा निकालना कोई नयी बात नहीं लेकिन सरदेसाई साहब तो अमेरिका में पिट गए थे। अभी 26 जनवरी को हे हिंसा किसान आंदोलन पर ब्यान दे कर फंसे सरदेसाई को निलंबित किया गया बल्कि हिसा भड़काने वाले ब्यान पर प्राथमिकी भी दर्ज़ हुई जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने बहाल रखा। राज दीप तो पत्रकार हैं भावावेश में कह जाते हैं, लेकिन प्रियंका वाड्रा, झूठ बोलने और भावनाएं भड़काने में उन्हे क्या सुख मिलता है। बेशर्मी से झूठ फैलाना ओर फिर माफी भी न मांगना अब शायद उनका भी शगल बन चुका है। क्या कोई है जो इन्हे निलंबित करेगा? क्या श्रीमती वादरा पर किसी भी प्रकार की कोई कानूनी कार्यवाही होगी? शायद नहीं, कभी नहीं।

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

कॉन्ग्रेस नेताओं में अपने शीर्ष नेतृत्व के प्रति इतनी अधिक वफादारी है कि यदि गाँधी परिवार से कोई कुछ फर्जीवाड़ा भी कर दे, तो भी वह उस पर यकीन नहीं करते। मंगलवार (फरवरी 9, 2021) को कुछ ऐसा ही कॉन्ग्रेस नेता डॉ विनीत पुनिया के साथ हुआ। विनीत पुनिया ने अपनी वफादारी सिद्ध करने के लिए पॉलिटिकल कीड़ा नाम के सक्रिय ट्विटर हैंडल पर ऊँगली उठाई और दावा किया कि प्रियंका गाँधी ने फर्जी तस्वीर शेयर ही नहीं की। नतीजतन कुछ ही देर में सबूत सामने आए व उन्हें खुद सबके सामने शर्मिंदगी झेलनी पड़ी।

दरअसल, पिछले दिनों किसान आंदोलन को भावनात्मक तड़का देने के लिए एक फोटो शेयर की गई। इस फोटो में सेना का जवान अपने पिता से मिल रहा था। सोशल मीडिया पर इस फोटो को ये कहकर बेचा गया कि जवान छुट्टी मिलते ही सीधे दिल्ली बॉर्डर पर आया, जहाँ पिता को देख उसकी आँख भर आई।

प्रियंका गाँधी वाड्रा ने भी इस तस्वीर को 6 फरवरी 2021 को शेयर किया। अपने ट्वीट पर दो तस्वीरें डालकर प्रियंका ने लिखा, “छुट्टी मिलते ही अपने पिता से दिल्ली बॉर्डर पर मिलने आए जवान की आँखे भर आईं। 75 दिनों से इनके पिता अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। और पूँजीपतियों की सरकार की यह हिमाक़त कि उन्हें आतंकवादी, देशद्रोही, षड्यंत्रकारी कहते हैं? शर्म आनी चाहिए मौक़ापरस्त बेईमानों की सरकार को।”

प्रियंका गाँधी के अलावा कॉन्ग्रेस ने भी यह तस्वीर को ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा। कॉन्ग्रेस ने लिखा, “जिस किसान और जवान को इस भाजपाई हुकूमत के अहंकार ने आमने-सामने खड़ा कर दिया है, वो दोनों ही देश सेवा के लिए समर्पित हैं और उनमें एक-दूसरे के प्रति सहयोग का भाव है। भाजपा की साजिशें हमारे किसान और जवान को बांँट नहीं सकती।”

अब वर्तमान में इस तस्वीर को प्रियंका गाँधी के हैंडल से डिलीट कर दिया गया है। वहीं कॉन्ग्रेस का ट्वीट खबर लिखने तक अकॉउंट पर मौजूद है। कॉन्ग्रेस नेता पुनिया का कहना है कि फर्जी पॉलिटिकल कीड़ा को शर्म आनी चाहिए, क्योंकि ‘प्रियंका जी’ ने ऐसा ट्वीट किया ही नहीं है।

हालाँकि, पूनिया के इस आरोप के बाद पॉलिटिकल कीड़ा ने प्रियंका के ट्वीट का अर्काइव पेश कर दिया है। हैंडल ने बताया है कि वे लोग कॉन्ग्रेस की भाँति कोई भी दावा बिना सबूत के नहीं करते हैं।

बता दें कि जिन तस्वीरों को लेकर कॉन्ग्रेस समेत कई लोग किसान आंदोलन पर भावनात्मक पोस्ट कर रहे हैं उसकी सच्चाई यह है कि ये तस्वीर दिल्ली की है ही नहीं। ये पंजाब की है। जिसका फैक्ट चेक इंडिया टुडे ने भी किया है। इसके अलावा पॉलिटिकल कीड़ा का कहना है कि ये तस्वीर लुधियाना के बस स्टैंड से है जहाँ ऐसे भावनात्मक पल अक्सर दिखते रहते हैं।

भाजपा ही एक मात्र ऐसी पार्टी जो समाज के अंतिम वर्ग के व्यक्ति को मुख्यधारा में लाने का काम करती है : सियाराम कनौजिया

सियाराम ने बताया, “मैं धोबी समाज से हूं और बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो सभी को सम्मान देती है. मैं 30 साल से बीजेपी का कार्यकर्ता हूं और कपड़े धोने का काम करता हूं. इसी बाइक पर कपड़े रखकर बांटने जाता हूं. अपने शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की सोच, अंतिम पंक्ति में खड़े इंसान को आगे बढ़ाया जाए उसका पालन किया है.” अपनी बाइक से अपने लगाव के बारे में बताते हुए सियाराम ने कहा, ‘हम इस बाइक से पूरी कॉलोनी में चलते हैं. ये हमारा हवाई जहाज है. हम हर जगह ऐसे ही इसी बाइक से जाते हैं. हमें पूरा विश्वास है कि 100 फीसदी जीत हमारी ही होगी. केजरीवाल ने 13,000 करोड़ रुपये सफाई कर्मचारियों के नहीं दिए. हम जीतेंगे तो उनकी ईंट से ईंट बजा देंगे. कांग्रेस चुनाव के कहीं है ही नहीं, खत्म है चादर तान के सो गई है.”

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

दिल्ली नगर निगम के 5 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) और कॉन्ग्रेस ने अपने कैंडिडेट्स के नामों की घोषणा कर दी है। ऐसे में भाजपा की ओर से नामांकन के आखिरी दिन मैदान में एक ऐसे उम्मीदवार को उतारने का ऐलान हुआ, जिनका बैकग्राउंड सुन कर शायद आप भी आश्चर्यचकित रह जाएँ। ये नाम है- कल्याणपुरी से सियाराम कनौजिया का। 

सियाराम के अनुसार वह झुग्गी में रहते हैं और कपड़े धोने का काम करते हैं। उनका मानना है कि भाजपा ही एक मात्र ऐसी पार्टी जो समाज के अंतिम वर्ग के व्यक्ति को मुख्यधारा में लाने का काम करती है। कल नामांकन के आखिरी दिन आवेदन करने जा रहे सियाराम का एक अलग अंदाज देखने को मिला। वह पूरी तरह से भगवा में रमे अपनी विक्की पर बैठ, नॉमिनेशन दाखिल करवाने गए।

अपने अलग अंदाज पर मीडिया से बात करते हुए कनौजिया ने कहा, “मैं धोबी समाज से हूँ बेटा। भारतीय जनता पार्टी ही ऐसी पार्टी है, जो सारे समाज को सम्मान देती है। मैं 30 साल से भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूँ। मैं झुग्गी में रहता हूँ। कपड़ा धोने का काम करता हूँ। धुलाई प्रेस का काम है। धोबी घाट पर हमारी झुग्गी है। कपड़ा धोने-सुखाने के बाद समाज की सेवा करता हूँ। हमें बीजेपी ने जो सम्मान दिया है, मैं अपने शीर्ष नेतृत्व का बाराम्बार प्रणाम करता हूँ। उनका धन्यवाद करता हूँ कि जो पंडित दीन दयाल उपाध्याय की सोच थी कि अंतिम पंक्ति में बैठे हुए व्यक्ति को सम्मान मिलेगा। आज वो सम्मान मिला है हमें। इसलिए हम विक्की से आए हैं। ”

सियाराम कनौजिया अपनी विक्की को हवाई जहाज बताते हैं। साथ ही अपनी जीत के लिए आश्वस्त होकर कहते हैं कि जीत उन्हें सौ प्रतिशत जीत मिलेगी। केजरीवाल ने जो 13000 करोड़ रुपए सफाई कर्मचारियों के नहीं दिए, उस पर बात करते हुए सियाराम ने कहा कि यदि वह जीते तो उनकी (AAP) ईंट से ईंट बजा देंगे। वहीं कॉन्ग्रेस पर बात करते हुए कहते हैं, “कॉन्ग्रेस तो कुछ है ही नहीं। वह चद्दर तान कर सो गई है।”

Police Files, Chandigarh – 09 February

‘Prnoor’ Korel, CHANDIGARH – 09. 02. 2021:

09.02.2021

Two arrested under NDPS Act

          Chandigarh Police arrested Kuldeep Singh R/O # 426A Govind Nagar Nayagaon, Mohali, PB(Age 36 Years),  near Cremation Ground Sec-25, Chandigarh and recovered 750 grams Charas from his possession alongwith motor cycle No PB65-K- 4238 on 08.02.2021. A case FIR No. 16, U/S 20 NDPS Act has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Sanjay Ganji (Age 22 Years) R/o # 2675 Mauli Jagran Complex, Chandigarh and recovered Total 50 injection (25 Injections Rx-Promethazine Hydrochloride I.P Phenergan 2 M.L each and 25 Injections Pentazocine Lactate I.P Panlale 1 M.L each) from his possession from main road near Nirankari Bhawan Mauli Jagran, Chandigarh on 08-02-2021 A case FIR No. 12 U/S 22 NDPS Act has been registered in PS-MJ, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

One arrested for possessing illicit liquor

          Chandigarh Police arrested Honey R/O # 42, Govind Nagar Fatehgarh Dist- Hoshiarpur (PB) age- 28 years and recovered 09 Boxes Of Super Jubilee Special Whiskey 750 ML each (total- 108 Bottles) in His Swift Dezire Car No. PB07-AE- 7672 near Cactus Park PH-1 Ram Darbar, Chandigarh on 08.02.2021. A case FIR No. 22, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Action against Gambling/satta

Chandigarh Police arrested Ajay (age 25 years), Parvesh@Ganju (age 27 years), Pardeep @ Lallu (age 34 years) and vicky (age 25 years) all resident of Dainik bhaskar colony, Sector-25, Chandigarh while they were playing satta at public place near Football Ground, Sector-25, Chandigarh on 08.02.2021. Total cash Rs. 2420/- was recovered from their possession. In this regard, a case FIR No. 15, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Action against obstruction in public way

A case FIR No. 24, U/S 283 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh against Aman R/o # 679, sector 38A, Chandigarh while he was obstructing public way by installing rehri/fari near SCO No. 80-81, Sector-17, Chandigarh on 08-02-2021. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

A lady resident of sector 47, chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s bullet M/Cycle No DL8-SBT- 8761 parked in front of her house. A case FIR No. 21, U/S 379 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Dinesh Kumar Pal R/o #35, charan singh colony, mouli jagran, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s Activa  No CH01-BM- 6905 from Shanti Kunj Parking, sector 16, chandigarh on 26-01-2021. A case FIR No. 23, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A lady resident of Mohali, PB. reported that unknown person stole away complainant’s Grey Eon car No CH01-BU- 0902 which was parked in the parking of civil Secretariat sector 1, Chandigarh on 04.02.2021. A case FIR No. 11, U/S 379 IPC has been registered in PS-3, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

Sumit Dhiman R/o # 214, Sector-45A, Chandigarh reported that unknown person who Broken the Backside Window of Complainant’s house and stole Taps of kitchen and bathroom, gas stove burner and other valuables from his house on 07-02.2021. A case FIR No. 26, U/S 380 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Attempt to murder

A case FIR No. 25, U/S 307, 34 IPC has been registered in PS- I/Area, Chandigarh on the complaint of Rohit Rana R/o # 1234 2nd Floor Sec-19, Panchkula who alleged that two unknown person on two M/cycle bearing number CH01AX6454 & CH01BX8128, assaulted to the complainant with a sharp edge weapon near Elante Mall, PH-1, I/A, on 07-02-2021. Complainant got injured and admitted in GMCH-32, Chandigarh. Later on, accused namely Sumit @ Rahul R/O # 772 Saini Vihar Baltana Mohali PB Age 27 Years and Gagandeep Singh @ Gagan R/O # 890 Phase-2 Ram Darbar Chandigarh Age- 25 years were arrested in this case. Investigation of case is in progress.

कार्यदायी संस्थाएं नींव से लैण्टर तक की तिथिवार जानकारी उपलब्ध करायें, अखिलेश सिंह

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

  • निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं, डीएम
  • कार्यदायी संस्थाएं नींव से लैण्टर तक की तिथिवार जानकारी उपलब्ध करायें, अखिलेश सिंह

सहारनपुर जिलाधिकारी अखिलेश ने जनपद में निर्माण कार्यों में लगी कार्यदायी संस्थाओं निर्देश दिए है कि निर्माण कार्यों की गुणवतत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मानक के अनुरूप कार्य नही करने वाली कार्यदायी संस्थाओं को काली सूची में डाला जायेंगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्यों की प्रत्येक स्तर पर जिलास्तरीय टाॅस्क फोर्स गुणवत्ता एवं मानकों की जांच करायी जाए। उन्होने कहा कि सभी कार्यदायी संस्था नींव से लेकर लैण्टर तक प्रत्येक महत्वपूर्ण स्तर पर कार्य होने से पूर्व संबंधित विभाग और मुख्य विकास अधिकारी को तिथिवार जानकारी उपलब्ध करायेंगे। उन्होने कहा कि आवासीय भवनों, विद्यालयों और सेतुओं के निर्माण का शत प्रतिशत निरीक्षण जिलास्तरीय टाॅस्क फोर्स से कराया जायेंगा।

अखिलेश सिंह आज सर्किट हाऊस सभागार में निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्हेाने कहा कि मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता वाली योजनाओं में किसी प्रकार की अनदेखी बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं वाले कार्यों को मुख्य विकास अधिकारी खुद मौके पर जाकर देंखे कि कार्य की प्रगति कितनी हुई और कार्य गुणवत्तापूर्ण हुआ है अथवा नहीं। उन्होने लोक निर्माण विभाग तथा जिला पंचायत को निर्देश दिये कि अब धीरे-धीरे मौसम अनुकूल हो रहा है तो रूके हुए कार्यों में तेजी लाई जाए। उन्होने जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया जहां पर भी शिवर लाईन के लिए खुदाई की गयी है उसे जब तक पूर्व स्थिति में नही किया जाएगा तब तक अन्तिम भुगतान नही होगा। उन्होने कहा आवसीय भवनों तथा सेतुओं की जांच तृतीय पक्ष यानि आई0आई0टी0 रूडकी, कानपुर जैसी अन्य प्रतिष्ठित संस्थाओं से कराई जानी चाहिए।

जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि किसी भी कार्यदायी संस्था को पैसा तभी दिया जाये जब उसके द्वारा किया गया कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण हो। यदि कोई कार्यदायी संस्था समय से कार्य नही कर रही है तो उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अन्य किसी संस्था को कार्य दिया जाये। उन्होने कहा कि सभी अधिकारी और कार्यदायी संस्था अपने-अपने स्तर से अपने-अपने दायित्वों का भली प्रकार से निर्वहन करें। उन्होने कहा निर्माण कार्यों में लापरवाही और मानक के अनुरूप सामग्री का इस्तेमाल न करने वालों को बख्शा नही जायेगा। उन्होने कहा कि यदि कोई निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है तो उसकी गुणवत्ता का प्रमाण पत्र प्राप्त कर ही उसे हस्तगित कराएं।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रणय सिंह, जिला विकास अधिकारी मंशाराम यादव, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी अमित कुमार सहित सभी कार्यदायी संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद थे।

रात में भी बाजारों में करायी जा रही है विशेष सफाई

राहुल भारद्वाज सहारनपुर।:

सहारनपुर नगर निगम स्वच्छता रैंकिंग में नंबर वन आने के लिए कूड़ा उठान के साथ साथ महानगर के बाजारों एवं प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर रात्रिकालीन सफाई अभियान भी चला रहा है। इस दौरान दुकानदारों को सफाई के प्रति जागरुक भी किया जा रहा है।

नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में सहारनपुर को नंबर वन पर लाने के के लिए जहां सफाई निरीक्षकों की बैठके लेकर सफाई कार्य की समीक्षा कर रहे हैं वहीं स्वच्छता फीडबैक के अलावा कूड़ा उठान व डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन पर भी जोर दे रहे हैं। स्वच्छता अभियान को गति देने के लिए रात्रि कालीन सफाई अभियान भी चलाया जा रहा है। गत 18 जनवरी से शुरु किये गए इस अभियान के तहत अब तक घंटाघर से कोर्टरोड, पोस्ट आॅफिस, दीवानी कचहरी, जोगियान पुल, नवाबगंज, थाना कुतुबशेर, रायवाला, नवाबगंज, पुल दालमण्डी, रेलवे रोड, गुरुद्वारा रोड, मण्डी समिति रोड, भारतमाता चैक, रेलवे स्टेशन, शारदानगर पुल के नीचे तथा अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर रात्रिकालीन सफाई करायी जा चुकी है।

सोमवार को भी शहर के अनेक प्रमुख मार्गो पर रात्रिकालीन सफाई अभियान चलाया गया। नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह के निर्देश पर सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम व मुख्य सफाई निरीक्षक अमित तोमर द्वारा सफाई कार्य का निरीक्षण भी किया गया। नेहरु मार्केट में दुकानदारों को स्वच्छता के लिए प्रेरित करते हुए सहायक नगरायुक्त ने दुकानदारों से अपील की कि वे अपनी दुकानों का कूड़ा सड़क पर ना डाले और निगम की गाड़ियों को ही दें। उन्होंने कहा कि सहारनपुर को नंबर वन लाने के लिए सभी का सहयोग जरुरी है।