प्रदर्शनकारी ‘किसानों’ के लिए एक बजे रात अपने विधायक को भेज कर पानी की व्यवस्था करवाने वाले अरविंद केजरीवाल ने नया फ़रमान जारी किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात की गई डीटीसी (DTC) बसों को तत्काल प्रभाव से डिपो में लौटने का आदेश दिया है।
नयी दिल्ली(DFब्यूरो)0,4 फरवरी:
27 जनवरी को किसानों द्वारा दिल्ली दहलाने के बाद कॉंग्रेस, आआपा, स्पा इत्यादि राजनैतिक दलों की पोल धीरे धीरे खुलने लगी है। एक ओर दिल्ली को आतंक से दहला कर किसान फिर से धरणे पर जा बैठे हैं वहीं यह राजनैतिक दल किसानों के समर्थन में खुल कर सामने आ गए हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दोषी आतताइयों के लिए सरकारी पैसों से 70 वकीलों का दल एकत्रित किया है, जो इन दंगाइयों के मुक़द्दमे लड़ेंगे। वहीं शिरोमणि अकाली दल ने दंगाइयों में जेल में जा कर कंबल स्वेटर बांटे और गुरद्वारे से एलान भी किया की वह इन दंगाइयों(उपद्रवी किसानों) को कानूनी सहायता भी मुहैया करवाएँगे। sambit
इसी कड़ी में अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी केएचएल कर सामने आगाए हैं। केजरीवाल ने तो प्द्रवी आंदोलनकारियों तक पुलिस के न पहुँचने का राजनैतिक षड्यंत्र रचा है। दिल्ली को दंगाइयों से बचाने वाली प्लीस की सहाता तो दूर केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस की आवाजाही के लिए पुलिस द्वारा किराये पर ली हुई 576 बसें तत्काल प्रभाव से वापिस बुला लीं हैं।
बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अराजक बताया है।
अरविंद केजरीवाल का यह फैसला बीजेपी को नागवार गुजरा है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि दिल्ली सरकार के बस वापस भेजने के फरमान से पता चलता है कि केजरीवाल अराजक हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या पुलिस के जवान दिल्ली के नहीं हैं? ये बस किस काम के लिए होती हैं? पुलिस वालों ने लाठी खाईं, तलवार खाईं, 400 से ज्यादा पुलिस वाले घायल हुए हैं लेकिन केजरीवाल को उनकी फिक्र नहीं। इससे पता चलता है केजरीवाल कितने आराजक हैं।
कांग्रेस की मंशा क्या?
संबित पात्रा ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा है उन्होंने कहा है कि, ‘26 जनवरी को लाल क़िला पर हुई घटना में उपद्रव हुआ था तो, राहुल गांधी समेत तमाम कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि ये भाजपा के कार्यकर्ता हैं. जब ये हुड़दंगी गिरफ्तार हो रहे हैं, तो आप कह रहे हैं कि इनको रिहा कर दीजिए। आपको क्यों इतनी पीड़ा हो रही है, इसका अर्थ है कि ये आप ही के लोग थे।’