आजाद के द्वितीय परिनिर्वाण दिवस पर बौद्ध विहार में आयोजित कराए गए सामूहिक विवाह
राहुल भारद्वाज सहारनपुर:
- आजाद के द्वितीय परिनिर्वाण दिवस पर बौद्ध विहार में आयोजित कराए गए सामूहिक विवाह।
- सामाजिक समर्पण के प्रतीक थे ज्ञानचंद आजाद, सतीश गौतम।
सहारनपुर सामाजिक न्याय एंव समतामूलक समाज की स्थापना हेतु जीवनपर्यन्त संघर्षरत रहे दलित आन्दोलन के पुरोधा, समाजसेवा में अग्रणी भूमिका निभाने वाले, बामियान बुद्ध विहार अम्बेडकरपुरम के संस्थापक पूर्व कमिश्नर श्रद्वेय ज्ञानचंद आजाद जी के द्वितीय परिनिर्वाण दिवस पर बामियान बुद्व विहार अम्बेडकरपुरम दिल्ली रोड सहारनपुर में श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए आजाद के ज्येष्ठ पुत्र व बामियान बौद्ध विहार के संरक्षक सतीश गौतम (पीसीएस) ने देश मे समता, स्वतंत्रता के प्रखर योद्धा दिवंगत आजाद जी की द्वितीय पुण्यतिथि पर श्रद्वाजंलि स्वरूप दो गरीब कन्याओं के बौद्व रीति से सामूहिक विवाह आयोजित कराते हुए कहा कि शिक्षा, सुरक्षा व सम्मान के आंदोलन व समतामूलक समाज की स्थापना पर जोर देकर आजाद के मिशन को सफल बनाने की बात कहते हुए सामाजिक आन्दोलन को सकारात्मक दिशा प्रदान करने हेतु समाजसेवा में हर सम्भव योगदान देने की बात कही तथा दिवंगत आजाद को सामाजिक समर्पण का प्रतीक बताया।
इस दौरान पूर्व विधायक जगपाल सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुजफ्फर अली, रघुवीर सिंह बौद्ध, दलित सेना जिलाध्यक्ष शिवकुमार, जेपी सिंह धवल, मैनकुमार, नरेश कुमार, एसडी गौतम, तेज श्याम सिंह, अविनाश चोपड़ा, नवनीत, अजय बौद्ध, ओमप्रकाश, शेरसिंह, राजपाल, सुमित बौद्ध, मुकेश राणे, श्रीमती सावित्री आजाद, इंदु आजाद, युवराज गौतम, सविता अम्बेडकर, देशराज बौद्ध, दीपक आनंद, कालरदास, भागमल प्रधान, समेत अनेको सामाजिक व राजनीतिक दलों के गणमान्य व्यक्तियों ने ज्ञानचंद आजाद को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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