बर्ड फ्लू से निपटने के लिए चेक पोस्टों पर आने वाले पोल्ट्री एवं पोल्ट्री प्रोडेक्ट के वाहनों की निगरानी जरूरी: जिलाधिकारी
राहुल भारद्वाज सहारनपुर:
- बर्ड फ्लू से निपटने के लिए चेक पोस्टों पर आने वाले पोल्ट्री एवं पोल्ट्री प्रोडेक्ट के वाहनों की निगरानी जरूरी:जिलाधिकारी
- प्रवासी पक्षियों का गहनता एवं गम्भीरतापूर्वक सर्विलान्स किया जाए, अखिलेश सिंह।
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने कहा कि एवियन एन्फलूएन्जा (बर्ड फ्लू) की संभावना को देखते हुए समय से जरूरी कदम उठाए जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने पशुपालन विभाग के कर्मियो को पुलिस विभाग से समन्वय स्थापित कर चेक पोस्टों पर आने वाले पोल्ट्री एवं पोल्ट्री प्रोडेक्ट के वाहनों की निगरानी करते हुए संक्रमण या मृत पक्षियों के पाये जाने पर सूचना विकास भवन स्थित कंट्रोल रूम में दिये जाने के निर्देश दिए है। उन्होने कहा कि एवियन एन्फलूएन्जा की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए समस्त उपकरणों/सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
अखिलेश सिंह आज यहां कलेक्ट्रेट सभागार में एवियन एन्फलूएन्जा (बर्ड फ्लू) की किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने हेतु गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनपद में पोल्ट्री एवं पोल्ट्री प्रोडेक्ट के स्थानों और वाहनों की निगरानी निगरानी की जाए। उन्होने कहा कि चेक पोस्ट पर यह भी सुनिश्चित किया जाये कि पोल्ट्री एवं पोल्ट्री प्रोडेक्ट बर्ड फ्लू मुक्त क्षेत्र से ही आपूर्ति किये गये है, इसका प्रमाण पत्र प्रस्तुत किये जाने पर ही उन्हे जनपद में लाये जाने की अनुमति देंगे। उन्होंने कहा कि संक्रमण या मृत पक्षियों के सम्बन्ध में त्वरित कार्रवाही की जाए। उन्होंने कहा कि सभी खण्ड विकास स्तर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय स्थित कन्ट्रोल रूम का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होने कहा कि इससे संबंधित सभी विभाग अपने-अपने दायित्वों का भली प्रकार से निवर्हन करें। साथ ही किसी भी कार्य मे कहीं पर भी कोई लापरवाही न हो।
जिलाधिकारी ने पशु पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में स्थापित पोल्ट्री फार्म की सूची अद्यतन करते हुए पक्षियों की संख्या का विवरण तथा पक्षियों के जनपद में आपूर्ति की सूचना तैयार की जाये जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्यवाही की जा सके। उन्होने कहा कि पोल्ट्री एवं प्रवासी पक्षियों का गहनता एवं गम्भीरतापूर्वक सर्विलान्स किया जाये। उन्होने कहा विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा पोल्ट्री पालकों से लगातार सम्पर्क स्थापित किया जाये, जिससे पक्षियों की किसी भी असामयिक बीमारी एवं मृत्यु की दशा में तत्काल सूचना विभाग को मिल सके। जनपद में जंहा अधिकांश कुक्कुट इकाईयां है वहां पर विशेष सतर्कता बरती जाये।
अखिलेश सिंह ने कहा कि इस कार्य हेतु स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, वन विभाग, नगर पालिका/पंचायत अधिकारी, राजस्व विभाग तथा पुलिस विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करेंगे। उन्होने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रचार-प्रसार के विभिन्न माध्यमों से जनजारूकता किया जाये। जिससे किसी भी प्रकार की अफवाह न फैले।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 बी0एस0शर्मा ने जनपद में पोल्ट्री पालकों को बताया कि पक्षियों को स्लाटरिंग साफ-सुथरे तरीकें से करें। बाहरी पक्षियों को बाने में न जाने दें। मुर्गियों को बाडे में ही रखें। केवल मुर्गियों की देखभाल करने वाला ही मुर्गी के बाडे में जाये। प्रत्येक 15 दिन पर बाडे की सफाई करें। पिंजरा साफ रखें। बर्तनों की सफाई रखें। शेड में कीटनाशक दवा डालें। नये चूजों को 30 दिन तक पृथक रखें। दूसरे फार्म का उपकरण इस्तेमाल करने से पहले कीटनाशक दवा से उपचार जरूर कर लें। उन्होने कहा कि 70 डिग्री सेंटीगे्रट पर 30 मिनट उबालने पर बर्ड फ्लू का वायरस मर जाता है। इसलिए मीट/अण्डों का अच्छे से उबालकर खाने से किसी प्रकार के संक्रमण का खतरा नही है।डा0 बी0एस0शर्मा ने बताया कि विकास भवन में नोडल अधिकारी डा0 सुभाष मलिक मो0नं0- 7668841436 के निर्देशन में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। कंट्रोल रूम के अन्य नम्बर टेलीफोन नं0- 0132-2765275 एवं मोबाईल नम्बर – 9411208638 है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रणय सिंह, जिला विकास अधिकारी मंशाराम यादव, नोडल अधिकारी डा0 सुभाष मलिक, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, डा0 बी0एस0शर्मा तथा संबंधित विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहे।
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