104 बच्चों की मौत पर मीडिया का मौन अखरता है

जो राजस्थान के कोटा में हुआ है, वह किसी अक्षम्य अपराध से कम नहीं है। इस पर मीडिया की खामोशी उसका एक घिनौना पक्ष भी उजागर करती है। वास्तव में मीडिया के कुछ पत्रकारों की अंतरात्मा को तभी चोट पहुंचती है जब कोई त्रासदी भाजपा प्रशासित राज्य में हुई हो, और उसमें भी जब नेता योगी आदित्यनाथ जैसा एक भगवाधारी संत हो। यदि स्थिति इसके ठीक उलट हो, तो इनके मुंह से आवाज़ तक न निकलेगी। क्या राजस्थान के बच्चे बच्चे नहीं है? क्या इनकी जान का कोई मोल नहीं?

हाल ही में राजस्थान के कोटा शहर से एक बुरी खबर सामने आई है। पिछले एक महीने में इस शहर के एक अस्पताल में लगभग 104 बच्चों की मृत्यु हो गयी है, और सरकार से लेकर अस्पताल प्रशासन सब इससे पल्ला झाड़ने में जुटे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोटा में जेके लोन अस्पताल में मृत बच्चे HIE नामक बीमारी से जूझ रहे थे, जिसमें मस्तिष्क तक ऑक्सिजन नहीं पहुँच पाता। बताया जा रहा है कि इस महीने के पहले 24 दिनों में 67 बच्चों की मौत हुई थी, और 10 अन्य बच्चों की मृत्यु को हुए अभी 48 घंटे भी नहीं बीते हैं। परंतु अस्पताल प्रशासन ने इससे पल्ला झाड़ते हुए ये कहा है कि सभी बच्चे गंभीर हालत में थे और अंत समय में अस्पताल लाये गए थे। राष्ट्रीय मृत्यु दर के हिसाब से कोटा में बच्चों का मृत्यु दर केवल 10-15 प्रतिशत है, जो चिंता का विषय बिलकुल नहीं है।

अस्पताल प्रशासन के सदस्य और बाल रोग विभाग के अध्यक्ष अमृत लाल बैरवा के अनुसार, “राष्ट्रीय एनआईसीयू रिकॉर्ड्स के अनुसार 20 प्रतिशत मृत्यु सामान्य मानी जाती है। वहीं कोटा में मृत्यु दर 10-15 प्रतिशत है, जो चिंता का विषय बिलकुल नहीं है। मरीज बूंदी, बारन, झालावाड़ और मध्य प्रदेश से भी लाये जाते हैं। हर दिन एक से तीन शिशु की मृत्यु होती है”।

परंतु वास्तविकता तो कुछ और ही बयां करती है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस अस्पताल में मृत्यु दर का स्तर बहुत ज़्यादा है। 2014 में यहाँ 1198 बालकों की मृत्यु हुई थी, और अभी केवल 24 दिसंबर तक ही यह आंकड़ा इस वर्ष 940 तक पहुँच चुका है। ऐसे में अस्पताल की सफाई उनकी अक्षमता को छुपाने का बेहद असफल प्रयास है। इतना ही नहीं, टाइम्स नाऊ के रिपोर्ट की माने तो अस्पताल में सीवर लीक होने की भी समस्या सामने आई है।

इसके अलावा ध्यान देने वाली बात तो यह है कि यह केवल एक अस्पताल का आंकड़ा है। जब से अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस ने सत्ता संभाली है, तब से राजस्थान का नाम अधिकतर गलत कारणों से चर्चा में रहता है। सोचने वाली बात है कि जब एक अस्पताल का हाल है तो राज्य भर के अस्पतालों की क्या दुर्दशा होगी?

इस मामले पर प्रकाश डालते हुए लोक सभा प्रवक्ता ओम बिड़ला ने एक के बाद एक ट्वीट डालते हुए कहा, “कोटा में 48 घंटों के भीतर 10नवजात शिशुओं की असामयिक मृत्यु निस्संदेह चिंता का विषय है। राजस्थान सरकार को इस मामले में तुरंत एक्शन लेना चाहिए”।

इतना ही नहीं, ओम बिड़ला ने मुख्यमंत्री गहलोत को लिखे एक पत्र में ये भी बताया है कि कैसे इस अहम अस्पताल में प्रशासनिक अक्षमता और जीवन रक्षक यंत्रों की कमी के कारण हर वर्ष लगभग 800 से 900 नवजात शिशु और 200 से 250 बच्चे इसकी भेंट चढ़ जाते हैं।

अब इन मामलों पर अगर ध्यान दिया जाये, तो एक बात पूरी तरह स्पष्ट सिद्ध होती है और वो यह कि कोटा के जेके लोन अस्पताल प्रशासन स्थिति को संभालने में पूरी तरह विफल रहा है, और प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण 77 बच्चों की मृत्यु हुई है। परंतु इसके बारे में मीडिया भी दबी आवाज़ में बात कर रही है, और विडम्बना की बात तो यह है कि अभी तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस पर अपनी तरफ से जो सफाई दी वो बेहद असंवेदनशील थी।

अब याद कीजिये 2017 की उस दुर्घटना को, जब गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जापानी बुखार के कारण एक ही हफ्ते में 60 से ज़्यादा बच्चों की मृत्यु हो चुकी थी। जैसे ही यह खबर सामने आई कि बच्चों की मृत्यु ऑक्सिजन के पर्याप्त सिलिन्डर न मिल पाने के कारण हुई थी, मीडिया ने आसमान सर पर उठाते हुए कुछ ही महीनों के सीएम योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया। यहां तक कि उनके इस्तीफे की मांग करने लगे। अधिकांश मीडिया वालों ने बिना ठोस आधार और प्रमाण के ही योगी आदित्यनाथ को पूरे घटनाक्रम के लिए दोषी ठहराया था।

इतना ही नहीं, सूत्रों की माने तो गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज की त्रासदी के समय मीडिया ने डॉक्टर कफील खान को मसीहा बना दिया था। हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी होने पर डॉक्टर खान ने 17 सिलिंडर अपने खर्च से मंगाए थे जिससे बच्चों की जान बचाई गयी थी। इस मामले के बाद जब खान को नोडल अधिकारी के पद से बर्खास्त कर डॉक्टर भूपेन्द्र शर्मा को नया नोडल अधिकारी बनाया गया तो मीडिया ने मौजूदा सरकार पर कई हमले किये थे और डॉक्टर कफील को सरकार के फैसले द्वारा पीड़ित के रूप में चित्रित किया गया था।

जबकि दोनों मामलों में ज़मीन आसमान का अंतर है। जापानी बुखार एक ऐसी बीमारी थी, जिसका प्रशासनिक सतर्कता के बाद भी आने का खतरा बना रहता था। जो बीआरडी कॉलेज में हुआ, वो स्थानीय प्रशासन की अक्षमता के साथ साथ कुछ लोगों के निहित स्वार्थ का भी दुष्परिणाम था, जिसे योगी सरकार से भी छुपाया गया था।

इतनी जटिल परिस्थितियों के बावजूद योगी सरकार ने जापानी बुखार जैसी घातक बीमारी को नियंत्रण में लाने में भारी सफलता दर्ज की है। वास्तव में जापानी बुखार के कुल मामलों में योगी सरकार के आने के बाद से ही भारी गिरावट भी दर्ज हुई थी, और 2018 के अंत होते होते उत्तर प्रदेश इस खतरनाक बीमारी के प्रकोप से मुक्त भी हुआ थ

योगी सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सफलता अब धीरे धीरे सामने भी आ रही है। 2018 में अगस्त तक 1427 मामले सामने आए हैं, जिसमें केवल 117 मृत्यु हुई हैं। अगर 2014 के आंकड़ों से तुलना करे, तो यह किसी चमत्कार से कम नहीं। 2014 में 5850, 2015 में लगभग 7000 और 2016 में 6121 मृत्यु गोरखपुर में दर्ज हुई है, और यह केवल जापानी बुखार के कारण हुई है। 2 सितंबर 2017 तक भी इस बीमारी के कारण 1317 बच्चों की मृत्यु हुई, जिसमें गोरखपुर त्रासदी में मरने वाले बच्चे भी शामिल है। परंतु दुख की बात तो यह है की इस सकारात्मक बदलाव को मीडिया ने वैसे नहीं दिखाया, जैसे उन्होने गोरखपुर त्रासदी को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया था।

परंतु जो राजस्थान के कोटा में हुआ है, वह किसी अक्षम्य अपराध से कम नहीं है। इस पर मीडिया की खामोशी उसका एक घिनौना पक्ष भी उजागर करती है। वास्तव में मीडिया के कुछ पत्रकारों की अंतरात्मा को तभी चोट पहुंचती है जब कोई त्रासदी भाजपा प्रशासित राज्य में हुई हो, और उसमें भी जब नेता योगी आदित्यनाथ जैसा एक भगवाधारी संत हो। यदि स्थिति इसके ठीक उलट हो, तो इनके मुंह से आवाज़ तक न निकलेगी। क्या राजस्थान के बच्चे बच्चे नहीं है? क्या इनकी जान का कोई मोल नहीं?

सरकार किलोमीटर स्कीम को करें रद्द अन्यथा चक्का जाम के लिए तैयार रहे सरकार-वीरेन्द्र सिंह धनखड़

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने आंदोलन को लेकर रूपरेखा की तैयार
950 करोड़ रुपए का घोटाले को सरकार ने दबाने का काम किया
दोषी अधिकारियों के खिलाफ सरकार ने नहीं की कोई कार्रवाई
कर्मचारी बोले, सरकार की तानाशाही को नहीं बर्दाश्त

रोहतक, 2 जनवरी:

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने प्रदेश सरकार से कैबिनेट की आज होने वाली बैठक में किलोमीटर स्कीम को रद्द करने की मांग की, अन्यथा सात-आठ जनवरी को होने वाले राज्य स्तरीय चक्का जाम की जिम्मेदार सरकार होगी।
वीरवार को नए बस स्टैंड स्थित यूनियन मुख्यालय में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी की बैठक डिपो प्रधान जोगेन्द्र बल्हारा, सुमेश कुंडू, हिम्मत राणा व कृष्ण हुड्डा की संयुक्त अध्यक्षता में हुई।
रोडवेज कर्मचारियों ने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। अगर सरकार ने शांतिपूर्वक आंदोलन को दबाने के लिए दमनकारी नीति अपनाई तो सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। बैठक में प्रदेश सरकार द्वारा 190 बसें किलोमीटर स्कीम के तहत चलाने के निर्णय की कर्मचारियों ने कड़े शब्दों में निंदा की।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि गत वर्ष 510 निजी बसों को किलोमीटर स्कीम के तहत लाने का प्रयास किया था, जिसमें विजिलेंस जांच के दौरान करीब 950 करोड़ रुपए का घोटाला उजागर हुआ था लेकिन सरकार ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि इस घोटाले को दबाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि अब भाजपा सरकार अपने चहेते पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए दोबारा से किलोमीटर स्कीम लागू कर रही है, जिससे रोडवेज कर्मचारी किसी कीमत पर बर्दाशत नहीं करेंगे। कर्मचारी नेताओं ने चेताया कि सरकार ने जिस दिन भी प्रदेश के किसी भी डिपो में किलोमीटर स्कीम के तहत बसें चलाने का प्रयास किया तो उसी दिन से कर्मचारी चक्का जाम कर देंगे।
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के वरिष्ठ सदस्य वीरेन्द्र सिंह धनखड़, दिनेश हुड्डा, कृष्ण सुहाग, दीपक बल्हारा, सतबीर मुंडाल ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व प्रतिपक्ष नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से भी किलोमीटर स्कीम के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करने की मांग की क्योंकि कई बार दोनों नेता सार्वजनिक मंचों से इस स्कीम का विरोध कर चुके हैं।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार विभाग को घाटे में बता रही है जबकि रोडवेज विभाग में कोई भी घाटा नहीं है, केवल प्रदेश सरकार अपने चहेतों को लाभ देने के लिए परिवहन विभाग का निजीकरण करने पर तुली हुई है।
उन्होंने सरकार से कैबिनेट बैठक में इस स्कीम को तुंरत रद्द करने की मांग की। साथ ही चेताया कि अगर सरकार ने अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ी तो पूरे प्रदेश में 7-8 जनवरी को रोडवेज के पहिए थम जाएंगे, जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी।
बैठक में रणबीर दहिया, चरण सिंह, स्वीट हुड्डा, राजा निंदाना, यशपाल, मनीष पोलंगी, अमीन, कृष्ण खिड़वाली, जीता चिड़ी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

आज का राशिफल

Aries

03 जनवरी 2020: कुछ कामों में रुकावटें आ सकती हैं. मेहनत ज्यादा हो सकती है. जॉब स्विच करने का मन बना सकते हैं, लेकिन सोच-समझकर फैसला लें. किसी काम या बात में जल्दबाजी करने से नुकसान हो सकता है. सेहत को लेकर सावधान रहें. आज आप नया व्हीकल या मोबाइल खरीदने का मन बना सकते हैं. पैसे और सेविंग के मामले में दूर स्थान के किसी व्यक्ति से सलाह ले सकते हैं. निवेश या खर्चे को लेकर भी बातचीत हो सकती है. पार्टनर का मूड अच्छा रहेगा. दाम्पत्य जीवन भी सुखमय रखेगा.

Taurus

03 जनवरी 2020: बिजनेस में फायदा हो सकता है. नौकरीपेशा लोगों की पदोन्नति हो सकती है. साथ काम करने वालों से सहयोग मिलेगा. जीवनसाथी से मदद मिलने के योग बन रहे हैं. अविवाहित लोगों की लव लाइफ अच्छी हो सकती है. आपके कामकाज के तरीको में बदलाव हो सकता है जिससे आपको फायदा होगा. इसके साथ ही कामकाज की टेंशन कम हो सकती है. करियर में आगे बढ़ने के कुछ अच्छे मौके मिल सकते हैं. आमदनी बढ़ने की भी संभावना है.

Gemini

03 जनवरी 2020: सितारों की स्थिति आपके लिए खास हो सकती है. आज आप सक्रिय रहेंगे. ऑफिस में नया काम या नई जिम्मेदारी भी आपको मिल सकती है. रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं. कुछ नए लोग आपसे जुड़ सकते हैं. लव पार्टनर की मदद से धन लाभ के योग हैं. आपको भावनात्मक सहयोग मिल सकता है. सामाजिक और सामूहिक कामों के लिए लोगों से मुलाकात हो सकती है. ताजगी और स्फूर्ति महसूस होगी. सेहत में सुधार होने के योग हैं.

Cancer

03 जनवरी 2020: आप ऑफिस में कुछ लोगों को इम्प्रेस कर सकते है. जॉब बदलने या एक्स्ट्रा इनकम के लिए भी विचार कर सकते हैं. इसमें आपको किस्मत का साथ मिल सकता है. नई शुरुआत करने में भी सफल हो सकते हैं. रुका हुआ पैसा मिलने की संभावना है. अचानक फायदा हो सकता है. बिजनेस में नए सौदे हो सकते हैं. आत्मविश्वास बढ़ सकता है. पारिवारिक सुख और संतोष रहेगा. दुर्घटना या चोट लगने के योग बन रहे हैं. आपको संभलकर रहना होगा.

Leo

03 जनवरी 2020: अधिकारियों से सहयोग कम ही मिल पाएगा और आपको बिजनेस में सावधान रहना होगा. ऑफिस और बिजनेस में जो काम हाथ में लेंगे, उसमें सफलता की संभावना कम है. बिजनेस के मामलों में किसी अनुभवी की सलाह जरूर लें. जल्दबाजी न करें. अकेलेपन से बचें. अधूरे काम निपटाने में आपको परेशानियां आ सकती हैं. आज मिलने वाले पैसों को आने वाले समय के लिए बचा कर रखें. जीवनसाथी के साथ यात्रा हो सकती है या किसी प्रोग्राम की प्लानिंग बन सकती है.

Virgo

03 जनवरी 2020: आज बिजनेस और नौकरी के बड़े मामलों पर कुछ फैसले हो सकते हैं या प्लानिंग भी बन सकती हैं. पैसों की स्थिति में सुधार हो सकता है. आमदनी बढ़ाने और खर्चों में कटौती करने पर विचार कर सकते हैं. आज आप नौकरी या कारोबार से जुड़ा कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. जीवनसाथी से गिफ्ट मिल सकता है. प्रेमियों के लिए समय अच्छा हो सकता है. महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात हो सकती है. नौकरी में बदलाव और पदोन्नति की संभावना है. आज आप किसी को बिना मांगे राय देने से बचें. आपकी सेहत में पहले से थोड़ा सुधार भी हो सकता है.

Libra

03 जनवरी 2020: कुछ रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं. नौकरी और बिजनेस में समय पर सहयोग नहीं मिलने से परेशानी हो सकती है. कुछ लोग आपके काम का विरोध भी कर सकते हैं. इसके अलावा आप कुछ नया और ज्यादा करने की सोच सकते हैं. आने वाले कुछ दिनों में बड़े काम करने कीयोजना बना सकते हैं. जीवनसाथी से मदद और समर्थन मिल सकता है. आज आपको विवाह प्रस्ताव भी मिल सकते हैं. शादीशुदा लोगों के लिए दिन ठीक कहा जा सकता है.

Scorpio

03 जनवरी 2020:  बिजनेस में फायदे के योग हैं. नौकरीपेशा लोगों के लिए समय ठीक है. रुके हुए काम निपट जाएंगे. पुरानी परेशानियां सुलझ सकती हैं. दुश्मनों पर जीत मिलने के योग हैं. नए काम करने का मन बनेगा. कुछ बड़ी जिम्मेदारियां भी पूरी हो सकती हैं. कुछ अच्छे मौके मिल सकतेहैं. व्यापारिक फैसले सोच-समझकर लें. कोई बड़ा फायदा भी होने के योग बन रहे हैं. कई तरह की जिम्मेदारियां आप पर हो सकती हैं. आज आप कहीं घूमने भी जा सकते हैं. पार्टनर से भी आपको मदद मिल सकती है. सेहत के मामले में सावधान रहें.

Sagittarius

03 जनवरी 2020: नौकरीपेशा लोगों के काम में रुकावटें आ सकती है. बिजनेस करने वाले लोग सावधान रहें. कानूनी मामले उलझ सकते हैं. फालतू कामों में समय खराब होने के योग हैं. स्थान में बदलाव संबंधी कोई प्लान बन सकता है. कामकाज के सिलसिले में कहीं बाहर जाना पड़ सकता है.आपकी लव लाइफ में कुछ बदलाव होने के योग बन रहे हैं. इस राशि के अविवाहित लोगों के लिए समय अच्छा हो सकता है. सेहत के मामलों में भी संभलकर रहें.

Capricorn

03 जनवरी 2020:  पुरानी परेशानियां खत्म होने के योग बन रहे हैं. मकर राशि वालों के लिए स्थिति अनुकूल हो सकती है, रुके हुए कामों को पूरा करने की कोशिश करें. बिजनेस और नौकरी में नए आइडिया मिल सकते हैं. आपका एनर्जी लेवल बढ़ सकता है. किसी पर आंख बंद कर के भरोसा नकरें. पार्टनर से अनबन हो सकती है. वाणी पर नियंत्रण रखें. सेहत के मामले में दिन ठीक है. बीमारी में राहत मिल सकती है.

Aquarius

03 जनवरी 2020: करियर के लिए कुंभ राशि वाले लोगों के लिए दिन अच्छा कहा जा सकता है. ऑफिस में साथ वाले लोगों से मदद मिल सकती है. कुछ अच्छे और बड़े बदलाव होने की संभावना बन रही है. ऑफिस और बिजनेस में अनुभवी लोगों से सलाह मिल सकती है. धन लाभ हो सकता है.प्रॉपर्टी के मामलों में भी समय अच्छा कहा जा सकता है. महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात होने के योग हैं. लव लाइफ के लिए भी दिन अच्छा हो सकता है. सेहत का ध्यान रखें.

Pisces

03 जनवरी 2020: अचानक फायदा मिलने के योग हैं. पार्टनर भी आपकी मदद करेगा तो धन लाभ हो सकता है. पुराना कर्जा खत्म हो सकता है. फालतू खर्चों पर कंट्रोल हो सकता है. नए इनकम सोर्स मिलने के भी योग हैं. ऑफिस में नया काम या नई जिम्मेदारी मिल सकती है. आप कोई भी बात सावधानी से बोलें. सेहत को लेकर सावधान रहें. मौसमी बीमारियों से भी परेशानी हो सकती है.

आज का पंचांग

पंचांग 03 जनवरी 2020   

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः पौष़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः अष्टमी रात्रि 11.27 तक है, 

वारः शुक्रवार, 

नक्षत्रः रेवती (की वृद्धि है जो कि शनिवार को प्रातः 10.05 तक है), 

योगः परिघ रात्रि 11.24 तक, 

करणः विष्टि, 

सूर्य राशिः धनु, 

चंद्र राशिः मीन, राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.19, 

सूर्यास्तः 05.32 बजे।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

पिछले कुछ सालों की तुलना में इस साल बच्चों की मौत कम हुई: CM गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार की खामोशी पर भी लोगों ने उन्हें कोसना शुरू कर दिया है। लोगों की बढ़ती नाराजगी देखते हुए आखिरकार अशोक गहलोत ने कहा है कि, “नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में जो माहौल बना हुआ है, उससे ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि इस साल शिशुओं की मौत के आंकड़ों में पिछले कुछ सालों की तुलना में काफी कमी आई है।” अशोक गहलोत के इस बयान पर लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना की है। लोगों ने अशोक गहलोत के पुराने बयानों से उन्हें जवाब दिया है।

नई दिल्ली(ब्यूरो):

राजस्थान के कोटा अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में दिसंबर के अंतिम दो दिन में कम से कम 8 और शिशुओं की मौत हो गई। इसके साथ ही इस महीने अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या 100 से अधिक हो गई है। इसपर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी की चुप्पी पर लोग अब सवाल उठाने लगे हैं।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार की खामोशी पर भी लोगों ने उन्हें कोसना शुरू कर दिया है। लोगों की बढ़ती नाराजगी देखते हुए आखिरकार अशोक गहलोत ने कहा है कि, “नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में जो माहौल बना हुआ है, उससे ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि इस साल शिशुओं की मौत के आंकड़ों में पिछले कुछ सालों की तुलना में काफी कमी आई है।”

अशोक गहलोत के इस बयान पर लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना की है। लोगों ने अशोक गहलोत के पुराने बयानों से उन्हें जवाब दिया है।

श्याम किशोर नाम के एक यूजर ने अशोक गहलोत के इस बयान पर लिखा कि, पूरा लाज शर्म घोल के पी गए हो क्या? मतलब कोई जिए या मरे कोई लेना देना नहीं है। इंसान बन जाइए, समाज पर उपकार हो जाएगा।

वहीं गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में हुई बच्चों की मौत और राजस्थान में हुई बच्चों की मौत पर कांग्रेस के दोहरे चरित्र पर एक यूजर ने लिखा कुछ ऐसा ट्वीट किया।

देखिए ट्विटर पर अशोक गहलोत के बयान पर कैसे रिएक्शन आए..

शुभम राय ने लिखा..

इसके अलावा बीरेंद्र सिंह ने लिखा कि..

Chandigarh Police got a major success in arresting accused Amit involved in the double murder case

Korel, 02.01.2020:

           Crime Branch of Chandigarh Police got a major success in arresting accused Amit s/o Mahipal r/o Village-LalitKhera, District-Jind, Haryana, age-23 yrs, who was involved in the double murder case of deceased Vineet Kumar and Ajay @ Ajjuoccurred in H.No.3556, Sector-15, Chandigarh on 19.12.2019. In the matter, case FIR No. 246 dated 19.12.2019 u/s 302, 34 IPC& 25-27-54-59 Arms Act, was registered in PS-11, Chandigarh.

            On 30.12.2019, on the secret information, three accused persons namely AnkitNarwal, Sunil @ SilluNandal and Vicky @ Kaliainvolved in the murder case of Vineet Kumar and Ajay @ Ajju were arrested by Crime Branch and recovered two country made pistols and 04 live cartridges as well as Polo Vehicle registration No.HR 70B 8075 used in murder case from their possession. Further, 05 days police remand of all three accused were obtained from the Hon’ble Court.

                        During the course of interrogation of arrested accused AnkitNarwal, Sunil @ SilluNandal and Vicky @ Kalia, 03 more pistolsand 03 live cartridges were recoveredfrom their instances which were used in murder of deceased Vineet Kumar and Ajay @ Ajju. Further, during the course of investigation, accused AnkitNarwalrevealed that one of their accomplices, namely Amit s/o Mahipal r/o Village-LalitKhera, District-Jind, Haryana, age-23 yrs who was involved in the murder incident and remained with them as driver of Polo vehicle used by themshall visit to one of his relatives in Sector-22, Chandigarh from NayaGaon, where, presently he is residing.

            Today, 02.01.2020, after getting the information, a trap was laid by a team of Crime Branch officialsheaded by Insp. Sher Singh and Sub Inspector Ashok Kumar on the direction of Sh. Rajeev Kumar Ambasta, DANIPS, DSP Crime under the close supervision of Inspector Ranjit Singh, I/C Crime Branch near PEC, Sector-12, Chandigarh. As per the information, team officials noticed that one person is coming on his foot towards NayaGaon side and moving to PGI side. After getting the confirmation, he was apprehended by team officials, and during the course of interrogation, he revealed his name asAmit s/o Mahipal r/o Village-LalitKhera, District-Jind, Haryana, age-23 and confessed that he was involved in the murder incident of Vineet Kumar and Ajay @ Ajju. After that the arrest of accused Amitwas made in case in FIR No. 246 dated 19.12.2019 u/s 302, 34 IPC& 25-27-54-59 Arms Act, PS-11, Chandigarh. Further, investigation of this case is going on.

Profile of accused person:-Amit

Name Amit
Father Name Mahipal
Permanent address Village-LalitKhera, District-Jind, Haryana,
Present Address NayaGaon, District Mohali, Punjab.
Age 23 yrs
Qualification 10+2

                     The accused shall be produced in the court tomorrow. The investigation of this case is being carried out.

वेंडर्स मामला: पार्षदों को अचानक हुई वोट बैंक की चिंता

कमिश्नर केके यादव ने कहा कि जितने भी मामले सदन में पार्षद उठा रहे हैं, वे सभी वेंडर्स ने हाई कोर्ट में चैलेंज किए हुए हैं। जिन वेंडर्स को कोर्ट में राहत नहीं मिल पाई है, वे पार्षदों द्वारा ये मुद्दे सदन में उठवा रहे हैं। साथ ही पब्लिक टोईलेट्स पर विज्ञापन के मामले में सदन ने दो हजार रुपये प्रति स्क्वेयर फीट के हिसाब से पहले इन 55 पब्लिक टॉयलेट्स पर विज्ञापन की मंजूरी देने का निर्णय लिया है। ये पब्लिक टायलेट्स शहर के प्राइम लोकेशन में स्थित हैं

चंडीगढ़(ब्यूरो)2 जनवरी 2020:

बाजारों से वेंडर्स हटने का दर्द अभी भी पार्षदों में छलक रहा है। सोमवार को नगर निगम की सदन की बैठक में एक बार फिर से वेंडर्स का मामला पार्षदों ने ढाई घंटे तक गरमाया। पार्षदों ने कहा कि वेंडिंग जोन में वेंडर्स का काम नहीं चल रहा है। उनकी रोजी-रोटी का हवाला देकर बाजारों में ही नए स्थल तलाश करने की मांग की। कांग्रेस पार्षद देवेंद्र सिंह बबला ने टाउन वेंडिंग कमेटी के गठन और चुनाव पर ही सवाल खड़ा कर दिया। कहा कि इस कमेटी में जो वेंडर्स शामिल किए गए हैं, उन्हें पता भी नहीं है कि कमेटी में क्या-क्या फैसले हो गए। इस पर कमिश्नर ने नाराजगी भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं कहना चाहिए। कमेटी में उनके रिश्तेदार शामिल नहीं हैं।

तीन सदस्यों को जानकारी नहीं होती

बबला ने कहा कि सदन में भी दो से तीन सदस्य ऐसे हैं जिन्हें सदन द्वारा लिए गए फैसलों की जानकारी बाद में नहीं होती। कमिश्नर केके यादव ने यह भी कहा कि जब वेंडर एक्ट पास हो रहा था, उसके बायलॉज पास हुए, उस समय पार्षद क्यों चुप रहे। वे वेंडर्स के खिलाफ नहीं हैं, उनका काम कानून को लागू करवाना है। पार्षदों ने मांग उठाई की कि जिन 2200 वेंडर्स के लाइसेंस फीस जमा न होने के कारण खारिज कर दिए गए हैं, उन्हें एक बार और मौका दिया जाए। इस पर कमिश्नर ने कहा कि इसी सप्ताह टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक होने जा रही है। जिसमें फीस जमा करवाने का मौका देना है या नहीं, फैसला लिया जाएगा। कमिश्नर केके यादव ने यह भी कहा कि जितने भी मामले सदन में पार्षद उठा रहे हैं, वे सभी वेंडर्स ने हाई कोर्ट में चैलेंज किए हुए हैं। जिन वेंडर्स को कोर्ट में राहत नहीं मिल पाई है, वे पार्षदों द्वारा ये मुद्दे सदन में उठवा रहे हैं।

55 पब्लिक टॉयलेट्स पर होगा विज्ञापन, एमसी की कमाई बढ़ेगी

55 पब्लिक टॉयलेट्स पर विज्ञापन करने की मंजूरी देने का प्रस्ताव भी सोमवार को पास किया गया। जबकि 190 पब्लिक टॉयलेट्स पर विज्ञापन करने की मंजूरी देने का प्रस्ताव आया था लेकिन सदन ने दो हजार रुपये प्रति स्क्वेयर फीट के हिसाब से पहले इन 55 पब्लिक टॉयलेट्स पर विज्ञापन की मंजूरी देने का निर्णय लिया है। ये पब्लिक टायलेट्स शहर के प्राइम लोकेशन में स्थित हैं। इससे नगर निगम को हर साल करोड़ों रुपये की कमाई होगी। 

नहीं लेता मेरा बेटा आरक्षण, लोग स्वेच्छा से छोड़ें आरक्षण : दलित IPS संदीप तमगाडगे

दिल्ली ब्यूरो:

नागपुर : नागालैंड पुलिस के दलित IPS अधिकारी नें आरक्षण पर देश के सामने एक मिसाल पेश किया है।

देश की आज़ादी के 70 साल से भी ज़्यादा हो चुके हैं राजनीति से लेकर आम तौर पर सामाजिक न्याय को लेकर बातें आती हैं प्रश्न उठता है कि क्या जो संविधान निर्माताओं नें सपने इसके लिए देखे थे वो पूरे हुए। जिसका अधिकतर लोग आधे अधूरे शब्दों में जवाब देते हैं अर्थात वो सपने आंशिक रूप से ही साकार हुए।

हाल ही में महाराष्ट्र के नागपुर जिले में समाज सेवी संस्था SMSN की ओर से आयोजित पैनल डिस्कशन “मंंथन” में देश के जाने मानें IPS अधिकारी सन्दीप मधुुुकर तमगाडगे नें भी सामाजिक सुरक्षा से जुड़े आरक्षण विषय पर अपनी राय रखी।

हालाँकि उन्होंने चर्चा के दौरान ख़ुद बताया कि उनका बेटा आरक्षित श्रेणी में होने के बावजूद आरक्षण नहीं लेता।

नागालैंड पुलिस के महानिरीक्षक (IG) संदीप तमगाडगे नेें कहा कि “आरक्षण छोड़ना, स्वेच्छा से होना चाहिए।, आरक्षित वर्गों में क्रीमी लेयर का जबरदस्ती  लागू करना अच्छा विचार नहीं है। इसे स्वैच्छिक बनाया जाना चाहिए।”

इसके आगे IG संदीप बोले आरक्षण के लाभ को छोड़ने के इच्छुक लोग इसे खुलकर और स्पष्ट रूप से घोषणा करें।”

अंत में IPS संदीप नें आरक्षण पर देश के लिए मिसाल के तौर पर बताया कि उनका बेटा अब जाति-आधारित आरक्षण का लाभ नहीं लेता है।

कौन हैं IPS संदीप तमगाडगे ?

संदीप 2001 बैच में नगालैंड कॉडर के IPS अधिकारी हैं। इसके अलावा वो महाराष्ट्र में नागपुर के SP भी रहे हैं।

वहीं CBI टीम का भी हिस्सा वो रह चुके हैं। और जुलाई 2013 में जब वो नागपुर पुलिस में SP थे तब इशरत जहां एनकाउंटर केस में चर्चा में आए।

Nellai Kannan a veteran Congressman wants Shah and Modi killed by Muslims

Kannan, besides making derogatory remarks against the Prime Minister and the Home Minister while addressing a meeting held against the Citizenship Amendment Act at Muslim-dominated Melapalayam on Sunday (29 December) had incited the people to ‘murder the leaders’: A Dhayasankar

2nd January 2020:

Nellai Kannan, a veteran Congress leader known for his rabble rousing speeches, waded in to yet another controversy as a video of a speech delivered by him at a gathering of Muslims saying, “Why Muslims have not yet killed Prime Minister Narendra Modi and Home Minister Amit Shah,” went viral .

Kannan made these remarks while addressing an anti-Citizenship Amendment Act (CAA) rally organised by radical Islamist outfit Social Democratic Party of India (SDPI) in Tirunelveli. His remark was lustily cheered by the hundreds of Muslims who had gathered for the protest.

Kannan also went on to say “If his (Amit Shah’s) story is finished then the story of the PM would also be over. I was expecting something to happen, but no Muslim is doing it.”

Kannan has been associated with Congress party for several decades. He contested twice as Congress candidate in assembly polls but lost. In 1989, the Congress fielded him as a candidate from Tirunelveli constituency but he lost to veteran DMK leader A L Subramanian. Kannan was fielded again in 1996 as ADMK-Congress candidate in Chepauk seat in Chennai city against DMK chief M Karunanidhi but he suffered a crushing defeat. Kannan briefly supported and campaigned for ADMK in 2006 assembly election as he was denied a seat.

This incendiary remark made at the SDPI rally drew widespread condemnation. Tamil Nadu Bharatiya Janata Party General Secretary K S Narendran filed a complaint against  Nellai Kannan who attempted to incite violence with his indirect call to ‘murder Amit Shah’.

Professor Srinivasan, Official Spokesperson, State Secretary – Tamil Nadu BJP told Times Now, that strong action should be taken against Kannan. “Nellai Kannan who is seen as Congressperson in public perception instigates violence against our Honourable Home minister. People of Tamil Nadu are shocked. TN police should take strong action against Nellai Kannan,” he said in a tweet.

In the petition submitted to Tirunelveli Commissioner of Police Deepak M Damor, BJP’s district president A Dhayasankar said Kannan, besides making derogatory remarks against the Prime Minister and the Home Minister while addressing a meeting held against the Citizenship Amendment Act at Muslim-dominated Melapalayam on Sunday (29 December) had incited the people to ‘murder the leaders’.

चंडीगढ़ में अब हर साल एक अप्रैल को बढ़ेंगे पानी के रेट

चंडीगढ़, 2 जनवरी-2020:

 सरकारी दावों और वादों के विपरीत शहरवासियों के साथ बड़ा धोखा हुआ है। अब लोगों को पानी के रेट में इजाफे का हर साल झटका लगेगा। नगर निगम के सदन की बैठक के दौरान पानी के रेट जो दो से चार गुना बढ़ाने का प्रस्ताव पास किया गया, उसमें इस बात की भी मंजूरी दी गई कि अब पानी के रेट में हर साल पांच प्रतिशत का इजाफा अपने आप हो जाएगा।

खास बात यह है कि इसके लिए अब हर साल पानी के रेट बढ़ाने का प्रस्ताव सदन में लाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। हर साल वित्तीय सत्र के पहले दिन से ही पानी के पांच प्रतिशत बढ़े रेट अपने आप ही लोगों के पानी के बिल के साथ जुड़ जाएंगे। इस प्रकार अब हर साल एक अप्रैल से पानी के रेट बढ़ जाएंगे।

सदन की बैठक में किसी भी पार्षद ने नहीं जताई आपत्ति

नगर निगम के सदन की बैठक में जब पानी के रेट बढ़ाने का प्रस्ताव पास हो रहा था तो किसी ने भी इस बात का जिक्र नहीं किया कि अभी तक पानी के भारी भरकम रेट बढ़ाए जा रहे हैं। साथ ही हर साल पांच प्रतिशत रेट का इजाफा हो जाएगा। उस समय नगर निगम के भाजपा और कांग्रेस के पार्षद एक-दूसरे पर तोहमत लगाने में जुटे थे। इसी वजह से अधिकारियों द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव पर किसी भी पार्षद ने आपत्ति नहीं जताई। कांग्रेस द्वारा पानी के रेट बढ़ाने का विरोध किया गया, लेकिन इस बात को उजागर नहीं किय गया कि हर साल शहरवासियों पर पांच प्रतिशत बढ़े रेट का बोझ पड़ेगा।

नगर निगम ने पानी के रेट बढ़ाने का जो प्रस्ताव पास किया है, उससे एमसी को 90 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई होगी। नगर निगम के अनुसार इस समय पानी की सप्लाई से इतना ही घाटा हो रहा था। अभी तक के नगर निगम के इतिहास में कभी भी पानी के रेट में इताना इजाफा नहीं हुआ है। इससे पहले साल 2011 में पानी के रेट रिवाइज हुए थे। नगर निगम ने पानी के रेट के साथ साथ स्लैब भी छोटी कर दी थी। पहले सबसे छोटी स्लैब शून्य से 15 किलोलीटर की थी, जिसका दो रुपये प्रति किलोलीटर का रेट था। नगर निगम ने शून्य से 10 किलोलीटर की स्लैब कर दिया है। इसका रेट दो बढ़ाकर चार किलोलीटर कर दिया गया है

बढ़े रेट के खिलाफ करेंगे निगम का घेराव : प्रदीप छाबड़ा

कांग्रेस के चंडीगढ़ अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा का कहना है कि भाजपा के मेयर और पार्षदों ने रिकार्ड तोड़ पानी के रेट बढ़ाकर शहरवासियों पर बोझ डाल दिया है। इससे हर किसी के घर और दुकान का तीन गुना पानी का बिल बढ़ गया है। पहले ही रेट काफी ज्यादा हैं। ऐसे में हर साल अभी ही पांच प्रतिशत का रेट बढ़ाने का फैसला लेकर भाजपा ने शहरवासियों के साथ धोखा किया है। शहर की जनता भाजपा को कभी माफ नहीं करेगी। पार्टी इसके के खिलाफ नगर निगम का घेराव करेगी।