कल से शुरु हो जायेगी कुर्की व संपत्ति सील की कार्रवाई

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

  • कल से शुरु हो जायेगी कुर्की व संपत्ति सील की कार्रवाई।
  • कुर्की व सील के बाद देना होगा 10 प्रतिशत अतिरिक्त बकायादारों के पास बस आज का दिन बाकि।

सहारनपुर जिन बकायादारों की ओर निगम का टैक्स बकाया है उनके लिए केवल आज का दिन शेष है, कल यानि एक जनवरी से नगर निगम बकायादारों की संपत्ति सील करने और कुर्की की कार्रवाई शुरु कर देगा। उधर बकायादारों की सुविधा के लिए निगम द्वारा शहर के विभिन्न इलाकों में वसूली कैंप लगाकर टैक्स वसूली की जा रही है। गत तीन दिनों में ही निगम द्वारा करीब 55 लाख रुपया टैक्स वसूला गया है। नगरायुक्त के निर्देश पर नगर निगम के अधिकारियों ने कुर्की व संपत्ति सील की कार्रवाई के लिए बकायादारों, विशेषकर बडे़ बकायादारों की सूची को अंतिम रुप दे दिया है। कर अधीक्षक विनय शर्मा ने बताया कि ऐसे बकायादारों के पास टैक्स जमा कराने के लिए केवल आज का दिन शेष है जिन्होंने पिछले कई वर्ष से टैक्स जमा नहीं कराया है या जो बड़े बकायादार है। उन्होंने बताया कि ऐसे बकायादारों की संपति सील करने व कुर्की की कार्रवाई एक जनवरी से शुरु कर दी जायेगी, जबकि सामान्य बकायादारों के लिए महानगर मंे टैक्स वसूली के लिए वसूली कैंप लगाकर टैक्स वसूलने का सिलसिला जारी रहेगा।

कर अधीक्षक विनय शर्मा ने बताया कि 31 दिसंबर तक निगम की खिड़की या वसूली कैंप में नकद टैक्स जमा कराने पर चालू वर्ष की डिमांड पर 5 प्रतिशत तथा आॅन लाईन जमा कराने पर 10 प्रतिशत की छूट दी जायेगी। लेकिन एक जनवरी से कोई छूट बकायादारों को नहीं मिलेगी। उन्होंने बताया कि कुर्की या संपत्ति सील की कार्रवाई के बाद बकायादार द्वारा टैक्स जमा कराने पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त पेनाॅल्टी देनी पडे़गी। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में निगम की खिड़की के अलावा बकायादारों द्वारा वसूली कैंपों में टैक्स जमा कराया गया है। गत तीन दिनों में लगभग 55 लाख रुपये टैक्स के रुप में वसूले गए है। आज चैक फव्वारा, मानकमऊ व नूर बस्ती में वसूली कैंप लगाकर वसूली की गयी है। इसके अलावा बेरीबाग, दराकोटतला, ज्वालानगर, लेबर काॅलोनी, नवीन नगर, मल्हीपुर रोड, पर वसूली कैंप लगाये गए हैं।

समाजवादी व्यापार सभा में हरपाल सिंह वर्मा बने जिलाध्यक्ष व अनुराग मलिक बने महानगर अध्यक्ष

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

सहरानपुर नगर विधायक संजय गर्ग के कैंप कार्यालय पर आयोजित बैठक में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की स्वीकृति व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की संस्तुति  पर सपा व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष नगर विधायक/पूर्व मंत्री संजय गर्ग ने व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष पद पर हरपाल सिंह वर्मा को एवं महानगर अध्यक्ष पद पर अनुराग मलिक को मनोनीत किया ।जिला महामंत्री अनुज गुप्ता को एवं महानगर महामंत्री नवीन सिंघल को मनोनीत किया गया ।

इस दौरान बैठक में बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष व्यापार सभा संजय गर्ग ने कहा कि सपा सरकार ही व्यापारियों की हितैषी रही है जितनी सहूलियत व्यापारियों को सपा की सरकार में मिली है वह आज भी व्यापारी वर्ग याद करता है चाहे वह चुंगी हटाने का काम हो, 3/7 स्थगित करने या वैट को व्यापारियों की सहमति के बिना नहीं लागू किए जाने का निर्णय हो , इंस्पेक्टर राज का खात्मा किया गया हो, यह सब पूर्व की सपा सरकारों में ही हुआ है आज व्यापारी वर्ग सरकार के व्यापारी विरोधी निर्णयों की वजह से त्रस्त है नोट बंदी हो या जीएसटी की विसंगतियां हों इस सब से आज भी व्यापारी उबर नहीं पाया है इसने व्यापारीयों को बर्बाद कर दिया है, छोटे व मझोले व्यापारी आत्महत्या करने को मजबूर हो गए हैं, अनियंत्रित लॉकडाउन ने व्यापार की स्थिति को बिगाड़ कर रख दिया है, हम सरकार से यह मांग रखते हैं कि लॉकडाउन के दौरान बिजली बिलों में जोड़े गए फिक्स चार्ज को हटाया जाए एवं व्यापारियों की लिमिट व बैंक लोन पर लॉकडाउन के दौरान लगाए गए ब्याज को माफ किया जाए।सपा महानगर अध्यक्ष आजम शाह व नगर महामंत्री गुलशन कपूर ने व्यापार सभा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष व महानगर अध्यक्ष को बधाई देते हुए कहा कि कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा से ही व्यापारियों के विषय में सजग रही है समस्त पार्टी पदाधिकारी व्यापारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनकी समस्याओं का हल करवाने के लिए तत्पर रहेंगे 2022 में व्यापारी चुनावों में सपा को पूर्ण समर्थन देकर सरकार बनाने का काम करेगा।

व्यापार सभा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष हरपाल सिंह वर्मा ने कहा कि जिले में व्यापारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा सपा ही व्यापारियों की सच्ची हितैषी पार्टी है पूरे जिले में सपा व्यापार सभा को व्यापारियों के बीच मजबूत किया जाएगा।व्यापार सभा के नवनियुक्त महानगर अध्यक्ष अनुराग मलिक ने मनोनीत किए जाने पर आभार व्यक्त करते हुए कहा के हर स्तर पर व्यापारियों की लड़ाई लड़ने का काम सपा व्यापार सभा करेगी किसी भी व्यापारी को कोई भी समस्या हो तो व्यापार सभा हमेशा तत्पर मिलेगी , नित नए कानून बनाकर व्यापारियों की परेशानी को और बढ़ाया जा रहा है जो कदापि सहन नहीं किया जाएगा प्राथमिकता के आधार पर व्यापारिक समस्याओं का हल करवाया जाएगा ।व्यापार सभा के नवनियुक्त जिला महामंत्री अनुज गुप्ता व महानगर महामंत्री नवीन सिंघल ने कहा कि व्यापार सभा व्यापारियों की आवाज को प्रदेश स्तर तक पहुंचाने का कार्य करेगी एवं व्यापारियों की हर समस्या का हल प्राथमिकता के आधार पर करवाया जाएगा।

इस दौरान उपस्थित प्रदेश सचिव इंजीनियर वीजेश शर्मा, मुस्तकीम राणा कोषाध्यक्ष उपाध्यक्ष शेखर राणा रतन यादव शाहनवाज चांद शहजाद विधानसभा अध्यक्ष परीक्षित वर्मा महासचिव काशिफ अल्वी पार्षद टिंकू अरोड़ा , रविकांत लूथरा, मीडिया प्रभारी उमर अली रामशरण पुरुषोत्तम सैनी देवेंद्र पवार नरेश पांचाल विनय त्यागी, स0 सुरिंदर सिंह, अनिल वर्मा, रमेश बजाज, जितेंद्र नरूला , विनोद वर्मा फैजान खान , विजेंद्र गुप्ता,अनिल वर्मा सरदार रणजीत सिंह अफजाल मलिक अनुज यादव मास्टर अब्दुल हमीद आदि ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी।

आंध्र में हिन्दू मंदिरों पर हमले जारी, या यह सरकारी तुष्टीकरण की अगली सीढ़ी है ?

पिछले कुछ समय से आंध्र प्रदेश में लगातार हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाएँ सामने आ रही हैं। कहीं मूर्तियों को तोड़ा जा रहा है, तो कहीं रथों को आग में जलाकर राख किया जा रहा है। 27 सितंबर को चित्तूर जिले में एक शिव मंदिर पर हमला किया गया और मंदिर में स्थित नंदी की प्रतिमा को खंडित कर दिया गया। रिपोर्टों के अनुसार, मंदिर में नंदी की मूर्ति को 26 और 27 सितंबर की रात कुछ बदमाशों ने तोड़ा। मूर्ति के टुकड़े पास रखी कुर्सी पर बिखरे हुए पाए गए थे।“जिस समय अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण चल रहा है, हमारे राज्य में भगवान राम की मूर्ति को नष्ट कर दिया गया है। मूर्ति के सिर को अलग करना एक पागल व्यक्ति का कार्य नहीं हो सकता है। यह धार्मिक उन्मादियों का कृत्य है।”

विशाखापत्तनम/नयी दिल्ली :

एक तरफ आंध प्रदेश की सरकार पर मुस्लिमों और ईसाइयों के तुष्टिकरण के आरोप लग रहे हैं, दूसरी तरफ हिंदू मंदिरों पर हमले रुक नहीं रहे। ताजा घटना में प्रदेश के विजयनगरम जिले के नेल्लीमरला मंडल में एक पहाड़ी पर स्थित मंदिर में अज्ञात उपद्रवियों ने भगवान राम की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया।

मूर्ति रामतीर्थम गाँव के पास पहाड़ी की चोटी पर स्थित बोडिकोंडा कोदंडाराम मंदिर में विराजमान थी। कथित तौर पर उपद्रवी ताला तोड़ मंदिर के गर्भगृह में घुसे और और स्वामी कोदंडारामुडु का सिर काटकर अलग कर दिया।

बताया जाता है कि यह मूर्ति 400 साल पुरानी थी। इसके साथ ही मंदिर में माता सीता और लक्ष्मण की भी मूर्तियाँ विराजमान हैं। मुख्य मंदिर पहाड़ी की तलहटी में है। जिस मंदिर में मूर्ति क्षतिग्रस्त की गई वह पहाड़ी की चोटी पर है। एक ही पुजारी दोनों मंदिरों में नियमित अनुष्ठान करते हैं। यह घटना तब सामने आई जब पुजारी मंगलवार (दिसंबर 29, 2020) सुबह मंदिर में नियमित अनुष्ठान करने के लिए पहुँचे।

मंगलवार की सुबह, पुजारियों को रामतीर्थम में बोडिकोंडा पहाड़ी पर प्राचीन सीता लक्ष्मण कोदंडाराम मंदिर के दरवाजे खुले मिले और गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति का सिर धड़ से अलग दिखा। मंदिर के कर्मचारियों ने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। बुधवार को क्षतिग्रस्त किए गए हिस्से को पास के तालाब में प्रवाहित कर दिया गया।

जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने बुधवार (दिसंबर 30, 2020) को एक बयान में कहा, “जिस समय अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण चल रहा है, हमारे राज्य में भगवान राम की मूर्ति को नष्ट कर दिया गया है। मूर्ति के सिर को अलग करना एक पागल व्यक्ति का कार्य नहीं हो सकता है। यह धार्मिक उन्मादियों का कृत्य है।”

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऐसी घटनाओं को लेकर लापरवाह है। इसकी वजह से ही यह घटना हुई है। उन्होंने पूछा कि मंदिर पर लगातार हो रहे हमले पर मुख्यमंत्री जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं? वे चुप क्यों हैं?

पुलिस की टीमों ने मौके पर पहुँचकर सबूत इकट्ठे किए और अपराधियों को पकड़ने के लिए विशेष टीमें बनाई है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जाँच सभी संभावित एंगल से की जा रही है।

TNM से बात करते हुए, जिला पुलिस अधीक्षक (SP) राजा कुमारी ने कहा, “घटना सोमवार को मंदिर के बंद होने के बाद हो सकती है। यह कल (मंगलवार) हमारे संज्ञान में आई। अज्ञात बदमाशों ने भगवान राम की मूर्ति का सिर अलग कर दिया। अभी तक आरोपित का पता नहीं चला है। टीमें मामले पर काम कर रही हैं।”

मूर्ति के क्षतिग्रस्त होने के पीछे के मकसद के बारे में पूछे जाने पर एसपी ने कहा, “यह घटना दुर्घटना की तरह नहीं दिख रही है, बल्कि इरादन किया गया कृत्य जान पड़ता है। हालाँकि, फिलहाल हम इस बारे में निष्कर्ष नहीं निकाल सकते हैं कि इसके पीछे क्या इरादे थे।”

घटना की जानकारी मिलने के बाद टीडीपी के स्थानीय नेता एस.रविशेखर और अन्य लोगों ने मंदिर में जाकर पहाड़ी पर धरना दिया। उन्होंने सरकार से उपद्रवियों पर कार्रवाई करने और मंदिरों को सुरक्षा प्रदान करने की माँग की। वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष आर.पावनी और अन्य लोगों ने भी मंदिर का दौरा किया और धरना दिया। उन्होंने भी घटना की निंदा की और सरकार से अपराधियों का पता लगाने और मंदिर की सुरक्षा करने की माँग की।

दूसरी तरफ, नेल्लीमारला के विधायक बी.पला नायडू ने मंदिर का दौरा किया और स्थिति की समीक्षा की। रामतीर्थम परिक्षेत्र परिषद के अध्यक्ष श्रीनिवासानंद स्वामी ने भी मंदिर का दौरा किया और कहा कि इसकी अपमानजनक घटना से भक्तों की भावनाएँ आहत हुई है। सरकार को इस मुद्दे पर तेजी से काम करना चाहिए और जनता में विश्वास पैदा करना चाहिए। राज्य के सभी मंदिरों को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।

गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से आंध्र प्रदेश में लगातार हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाएँ सामने आ रही हैं। कहीं मूर्तियों को तोड़ा जा रहा है, तो कहीं रथों को आग में जलाकर राख किया जा रहा है। 27 सितंबर को चित्तूर जिले में एक शिव मंदिर पर हमला किया गया और मंदिर में स्थित नंदी की प्रतिमा को खंडित कर दिया गया। रिपोर्टों के अनुसार, मंदिर में नंदी की मूर्ति को 26 और 27 सितंबर की रात कुछ बदमाशों ने तोड़ा। मूर्ति के टुकड़े पास रखी कुर्सी पर बिखरे हुए पाए गए थे।

दो मांगों पर झुकी सरकार लेकिन कानून वापस लेने की मांग पर अड़े किसान

सब्सिडियाँ जारी रहेंगी, किसानों पर पराली जलाने पर आपराधी मामले दर्ज़ नहीं होंगे इन दो मांगों के माने जाने के साथ सरकार और आंदोलनकारी किसानों की वार्ता पर पड़ी बर्फ पिघली. वहीं कॉंग्रेस के बड़े नेता ने एक टीवी चैनल पर कहा या यूं कहें की किसानों को समझाया (भड़काया) कि उन्हे सरकार से वार्ता की आवश्यकता नहीं है और सरकार को समझाईश दी कि तीनों कृषि सुधार क़ानूनों को रद्द कर दें. यही बात समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता ने भी प्रधानमंत्री को दिल बड़ा करने की सलाह दी.

नई दिल्‍ली:  

कल आंदोलन कर रहे किसानों और सरकार के बीच अब तक की सबसे सकारात्मक बैठक हुई.  इस बैठक में सरकार ने किसानों की दो बड़ी मांगें मान ली हैं. इसके तहत पराली जलाने पर अब किसानों के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज नहीं किए जाएंगे और किसानों को बिजली बिल पर मिलने वाली सब्सिडी में कटौती नहीं होगी, यानी ये सब्सिडी जारी रहेगी. 

कानून वापस लेने की मांग पर अड़े किसान 

35 दिनों से आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे किसान तीन हफ्ते के ब्रेक बाद सरकार से मिलने आए.  दिल्ली के विज्ञान भवन में कल 30 दिसंबर को दोपहर दो बजे बातचीत शुरू हुई.  इसमें किसानों ने चार मुद्दे रखे.  करीब 5 घंटे बाद सरकार ने किसानों की 50 प्रतिशत बात मान लीं.  बाकी मांगों पर 4 जनवरी को चर्चा होगी.  इस बैठक में नये कृषि कानूनों की वापसी और MSP की कानूनी Guarantee प्रमुख हैं.  सरकार इन मुद्दों के हल के लिए कमेटी बनाने को तैयार है लेकिन किसान कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हैं. 

किसान भले ही सरकार का खाना न खा रहे हों पर सरकार ने कल किसानों  का खाना भी खाया और उनकी चाय भी पी. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लाइन में खड़े होकर किसानों के लिए गुरुद्वारे से लाया गया लंगर खाया.  इन तस्वीरों से संदेश साफ है कि अब किसानों और सरकार के बीच जमी बर्फ पिघलने लगी है. 

रूस के मशहूर लेखक Leo Tolstoy ने कहा था – 

“हर कोई इस दुनिया को बदलने के बारे में सोचता है लेकिन कोई भी खुद को बदलने के बारे में नहीं सोचता. ”

किसानों को बहका रहे वामपंथी और टुकड़े टुकड़े गैंग के लोग

मौजूदा किसान आंदोलन में भी कुछ ऐसी ही स्थिति है. किसान संगठन चाहते हैं कि किसानों की आमदनी बढ़े और उनकी मुश्किलें कम हों.  लेकिन वो खुद को बदलने के लिए तैयार नहीं हैं.  वामपंथी और टुकड़े टुकड़े गैंग के लोग किसानों को बहका रहे हैं. 

जब नया नागरिकता कानून आया था तो एक विशेष धर्म के लोगों को ये कहकर डराया गया था कि इससे उनकी नागरिकता छीन ली जाएगी.  शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों से कहा गया था कि उन्हें देश से काट दिया जाएगा और इस आंदोलन में भी एक क्षेत्र विशेष के किसानों से कहा जा रहा है कि उनकी ज़मीनें छीन ली जाएगीं, जबकि सच ये है कि न तो किसी की नागरिकता गई और न ही किसी की ज़मीन जाएगी. 

सरकार ने नये कृषि कानून इसलिए बनाए हैं कि किसानों की आमदनी बढ़े. वो अपनी मर्जी से अपनी फसल बेच सकें. 

अधिकतर किसानों ने नये कानूनों को बताया फायदेमंद 

किसी नियम या सुधार के लागू होने में बदलाव का एक दौर होता है.  जिसमें कुछ समय लगता है और तब जाकर सुधार के नतीजे आते हैं.  नये कृषि कानूनों को लागू हुए 6 महीने से अधिक समय बीत चुका है और देश के अधिकतर किसानों ने नये कानूनों को फायदेमंद बताया है. 

बावजूद इसके आंदोलनकारी किसान खुद को बदलने के लिए तैयार नहीं है. उन्हें लगता है कृषि कानूनों को वापस लेना ही एक मात्र विकल्प है. 

हरियाणा प्रान्त के श्याम सिंह राजावत तीसरी बार बने प्रान्त संगठन मंत्री

30-12-2020

श्याम सिंह राजावत को पुनः हरियाणा प्रान्त संगठन मंत्री घोषित किया गया यह निर्णय बीते दिन महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित अभाविप ( अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ) राष्ट्रीय सम्मेलन में लिया गया।उनके अतिरिक्त हरियाणा प्रदेश के पुर्व अध्यक्ष प्रो. राजेन्द्र धीमान जी को राष्ट्रीय विशेष आमंत्रित सदस्य, प्रो. सुभाष कलसना जी, माधव रावत जी, सुश्री प्रसन्ता चावरिया और सूर्य प्रताप जी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य घोषित किया गया। अभाविप के मीडिया सह सन्योंजक पुरनूर ने यह जानकारी सांझा की।

सम्मेलन में अभाविप की राष्ट्रीय स्तर की समस्त सक्रिय इकाई शामिल रही जिसमे अभाविप राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ छघनभाई पटेल और राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री निधि त्रिपाठी और उनके अतिरिक्त स्वयं सेवक एम ए सरकार्यवाह और श्री सुरेश भईया जी जोशी मुख्य परिचय में उपस्तिथ रहे।

हर साल यह सम्मेलन अभाविप इकाई द्वारा किया जाता है जिसमे देश भर से अभाविप कार्यकर्ता एक जगह एकगरित होकर परिषद के आगामी कार्यक्रम की योजनाओं पर चर्चा करते हैं और यह सब प्रतिभागी के हज़ारों की संख्या में होते हैं परंतु इस वर्ष घोर माहमारी के चलते इस कार्यक्रम को भव्य स्तर पर आयोजित न करते हुए और सामाजिक दूरी को ध्यानपूर्वक रखते हुए एक छोटे स्तर पर यह कार्यक्रम आयोजित कर हर एक प्रांत में से 2 या 3 प्रांतीय स्तर के कार्यकर्ताओं को अपेक्षित कर उन्हें इस सम्मेलन का प्रतिभागी बनाकर इस कार्यक्रम का उदघाटन व समापन भी किया गया यह कार्यक्रम दो दिवसीय रहा (25 दिसंबर से 26 दिसंबर) जिसमे न केवल आगामी योजनाओं पर चर्चा की गई परन्तु इस बार यह कार्यक्रम केवल उन्ही कार्यकर्ताओं तक सीमित नही रहा बल्कि जो सम्मेलन में शामिल नहीं हो सके लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से उन कार्यकर्ताओं तक भी यह पहुंचा । हरियाणा प्रदेश की पूरी अभाविप इकाईयों द्वारा अपने अपने जिलों में दिखाया गया जिसका आंकड़ा कुछ इस प्रकार था की हरियाणा प्रदेश में 49 स्थानो पर49 स्क्रीन के जरिये 20 जिला 49 ईकाई के कुल 1134 सहभागियो ने भाग लिया जिनमे 846 छात्र 147 छात्रा 103 प्राध्यापक तथा 38 अन्य ने भाग लिया।

पंचकुला में जीती हरियाणा निकाय चुनाव हारी भाजपा

किसान आंदोलन के बीच हरियाणा में बुधवार को निकाय चुनाव के नतीजे घोषित हुए जिसमें सत्ताधारी बीजेपी-JJP को शिकस्त मिली। 27 दिसंबर को संपन्न हुए निकाय चुनाव में सोनीपत, पंचकूला और अंबाला नगर निगम में मेयर पद के लिए पहली बार सीधे वोट डाले गए थे। इसमें बीजेपी के खाते में पंचकूला और कांग्रेस के खाते में सोनीपत मेयर की कुर्सी आई।

पंचकुला 30 दिसंबर:

हरियाणा में बुधवार को निकाय चुनाव के नतीजे घोषित हो गए। कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के बीच हुए चुनाव में भाजपा को शिकस्त मिली है। 27 दिसंबर को संपन्न निकाय चुनाव में सोनीपत, पंचकूला और अंबाला नगर निगम में मेयर पद के लिए पहली बार सीधे वोट डाले गए थे। इसमें भाजपा के खाते में पंचकूला और कांग्रेस के खाते में सोनीपत के मेयर की कुर्सी आ गई।

अंबाला मेयर पद का चुनाव पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी और हरियाणा जन चेतना पार्टी की उम्मीदवार शक्ति रानी ने जीता। रेवाड़ी नगर परिषद चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की। वहीं सांपला, धारुहेड़ा और उकलाना नगरपालिका में निर्दलीयों की जीत का डंका बजा। इस बार मेयर, नगर परिषद और नगरपालिका अध्यक्ष के लिए सीधे चुनाव हुआ है।  

सोनीपत के पहले मेयर बने कांग्रेस के निखिल मदान

कांग्रेस के निखिल मदान सोनीपत के पहले मेयर बन गए हैं। उन्होंने भाजपा के ललित बत्रा को पटखनी दी और 13 हजार 818 मतों से जीत दर्ज की। हालांकि सोनीपत में पार्षद चुनाव में भाजपा को संजीवनी मिली है। 20 में से भाजपा के 10 पार्षद बने। 9 पर कांग्रेस का कब्जा हुआ था। एक पार्षद निर्दलीय चुना गया। सोनीपत में बरोदा के बाद भाजपा को लगातार दूसरी हार मिली। वहीं जजपा ने 5 वार्डों से चुनाव लड़ा था, सभी पर उसे हार मिली।  

अंबाला में शक्ति रानी बनी पहली महिला मेयर

वहीं अंबाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी ने मेयर पद पर जीत हासिल की है। शक्ति रानी अंबाला की पहली महिला मेयर बनी हैं। उन्होंने भाजपा की प्रत्याशी डॉ. वंदना शर्मा को हराया। हार के बाद डॉ. वंदना शर्मा ने कहा कि हार के कारणों की समीक्षा की जाएगी। अंबाला में पार्षद की 20 सीटों में से भाजपा को 8 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस को तीन, हरियाणा जन चेतना पार्टी को सात और हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट को दो सीटें मिलीं।

पंचकूला में भाजपा को नौ वार्ड में मिली जीत

पंचकूला में भाजपा के कुलभूषण गोयल मेयर पद का चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने कांग्रेस की उपिंदर आहलूवालिया को मात दी। पंचकूला में पार्षद पद के लिए हुए चुनाव में भाजपा को 9 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस ने सात सीटों पर जीत हासिल की है। 2 सीटें जजपा के खाते में आई और दो सीटों पर आजाद प्रत्याशी जीते।

रेवाड़ी में जीती भाजपा प्रत्याशी, सांपला में हारी

रेवाड़ी नगर परिषद में प्रधान पद के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी पूनम यादव ने निर्दलीय उपमा यादव को 2086 वोट से मात दी। रेवाड़ी में 31 वार्ड के चुनाव में भाजपा को सात में जीत मिली है। वहीं 24 सीट निर्दलीयों के खाते में आई। 

हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के हलके गढ़ी सांपला किलोई के एकमात्र कस्बे सांपला के नगर पालिका चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को करारी हार मिली है। निर्दलीय प्रत्याशी पूजा को कुल 6428 वोट मिले वहीं भाजपा प्रत्याशी सोनू वाल्मीकि को 2468 वोट मिले। सांपला में 15 वार्ड पर चुनाव हुए। सभी में निर्दलीय जीते।

उकलाना नगरपालिका चुनाव में 13 वार्ड में सभी निर्दलीयों को जीत मिली। चेयरमैन पद पर निर्दलीय प्रत्याशी सुशील साहू 419 वोटों से जीते। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी जजपा के महेंद्र को हराया।

धारूहेड़ा नगर पालिका में प्रधान पद पर निर्दलीय प्रत्याशी कंवर सिंह ने जीत दर्ज की है। कंवर सिंह को 3048 वोट मिले हैं। कंवर सिंह धारूहेड़ा के पूर्व सरपंच भी रहे हैं। दूसरे नंबर पर संदीप बोहरा रहे हैं। बोहरा को 2416 वोट मिले हैं। वहीं तीसरे नंबर पर बाबूलाल लांबा रहे हैं जिनको 2280 वोट मिले हैं। सिरसा के वार्ड 29 के उपचुनाव में हलोपा प्रत्याशी 422 से जीती। धारूहेड़ा में 17 पार्षद पद के लिए हुए चुनाव में सभी निर्दलीय जीते।

10वीं और 12वीं की परीक्षा की तारीखों की घोषणा कल

सीबीएसई 2021 की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार लंबे समय से परीक्षा की डेटशीट का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन अब छात्रों का इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक कल यानी 31 दिसंबर को शाम 6 बजे सीबीएसई की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की तारीखों की घोषणा करेंगे। इस बात की जानकारी खुद शिक्षा मंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए दी है। 

हेडलाइन्स:

  • स्‍टूडेंट्स को एग्‍जाम सेंटर बदलने की मिल सकती है इजाजत, सबसे करीब का परीक्षा केंद्र मिल सकता है।
  • एग्‍जाम सेंटर्स में हो सकती है बढ़ोतरी, ज्यादा रिस्क वाले एरिए में केंद्रों पर लग सकती है रोक।
  • सीबीएसई बोर्ड उम्मीदवारों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर सकता है।

नई दिल्ली: 

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक कल यानी कि 31 दिसंबर 2020 को सीबीएसई बोर्ड परीक्षा (CBSE Board Exams 2021) की तारीखों की घोषणा करने वाले हैं. इससे पहले शिक्षा मंत्री ने कुछ सवालों के जवाब दिए हैं. उन्होंने कहा कि पहले जनवरी-फरवरी और मध्य मार्च तक परीक्षा होती थी लेकिन संवाद के बाद निर्णय लिया गया कि 2021 में फरवरी तक परीक्षा नहीं होगी. यह भी स्पष्ट हो गया है कि परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं होंगी.

छात्रों के हित में होगा फैसला

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Union Education Minister Ramesh Pokhriyal Nishank) ने बताया कि अभी वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर डेटशीट तैयार की गई है. लेकिन अगर ऐसा महसूस होता है कि परिस्थितियां ठीक नहीं हैं तो वे छात्रों के हित में ही फैसला लेंगे. उनके लिए बच्चों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है. जरूरत पड़ी तो दोबारा संवाद करेंगे.

ऑनलाइन नहीं होगी परीक्षा

निशंक ने साफ किया कि वर्तमान परिस्थितियों में ऑनलाइन परीक्षा (Online Exam) कराना संभव नहीं है. छात्र जैसे पहले एग्जाम देते थे, वैसे ही 2021 में भी देंगे. सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 (CBSE Board Exams 2021) में छात्रों क फिजिकल प्रेजेंस अनिवार्य है. उन्होंने ऑनलाइन क्लासेस (Online Classes) को लेकर कहा कि हम बहुत तेजी से 33 करोड़ बच्चों तक ऑनलाइन गए. कोई सोच भी नहीं सकता. वह हमने कर दिखाया. कोरोना काल (Coronavirus) में हमने दुनिया का सबसे बड़ा NEET का Exam आयोजित करवाया.

अगले सत्र को लेकर भी है पूरी तैयारी

चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव में भी नीट परीक्षा के अनुभव का फायदा उठाया. यह बात जरूर है कि ऑनलाइन क्लासेस (Online Classes) से बच्चों को आंखों में दिक्कत हो रही है. उन्हें धीरे-धीरे इसकी आदत लग जाएगी. बच्चे घर बैठे परेशान हो रहे थे इसीलिए हमने ऑनलाइन क्लासेस शुरू की थीं. इसकी वजह से हो रही परेशानी को दूर करने के लिए हमने प्रज्ञाता प्लेटफॉर्म बनाया है.

एग्‍जाम सेंटर बदलने की मिल सकती है इजाजत
कोरोना को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई स्‍टूडेंट्स को एग्‍जाम सेंटर बदलने की इजाजत दे सकता है। इस दौरान स्टूडेंट्स को सेंटर बदलने की स्थिति में अपने स्कूल को जानकारी देनी पड़ सकती है कि वे किस सेंटर पर परीक्षा दे रहे हैं।

बीमार होने पर बोर्ड को पहले ही देनी पड़ सकती है जानकारी
माता-पिता को यह सुनिश्चित करने के लिए भी सलाह दी जा सकती है कि परीक्षा के समय बच्चा बीमार न हो बच्चे के अस्वस्थ होने पर पहले सीबीएसई को इस बारे में सूचना दी जाएं।

सबसे करीब का परीक्षा केंद्र मिल सकता है
सीबीएसई बच्चों को सबसे करीब परीक्षा दे सकता है। ताकि बच्चों को ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। इसके लिए बच्चों के एड्रेस स्कूल से उनके बारे में जानकारी ली जा सकती है।

2 मीटर की दूरी रखना जरूरी
सभी उम्मीदवारों को शारीरिक दूरी के मानदंडों का पालन करते हुए कम से कम 2 मीटर की दूरी रखने के लिए कहा जा सकता है। केंद्रों पर भीड़ न हो इसके लिए भी स्कूलों को निर्देश दिए जा सकते हैं।

एग्‍जाम सेंटर्स में हो सकती है बढ़ोतरी
महामारी के दौर में सीबीएसई एग्‍जाम सेंटर्स की संख्या भी बढ़ोतरी कर सकता है। जुलाई 2020 में हुए एग्जाम में सीबीएसई ने सेंटर्स की संख्या बढ़ाकर 15 हजार कर दी थी। अब इन्हें और बढ़ाया जा सकता है।

ज्यादा रिस्क वाले एरिए में केंद्रों पर लग सकती है रोक
अगर किसी एरिए में कोरोना के अधिक मामले सामने आ रहे हैं तो उस जोन में आने वाले सभी केंद्रों पर एग्जाम नहीं करवाने का फैसला किया जा सकता है।

परीक्षा केंद्रों पर सैनिटाइजर ले जाना जरूरी
कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए छात्रों के लिए परीक्षा केंद्रों पर मास्क पहनना और सैनिटाइजर ले जाना अनिवार्य हो सकता है। सभी उम्मीदवारों के लिए नाक को ढंकना भी जरूरी होगा।

जल्द जारी हो सकती है हेल्पलाइन
सीबीएसई बोर्ड उम्मीदवारों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर सकता है। ताकि किसी छात्र के पास परीक्षा केंद्र के संबंध में कोई प्रश्न है, तो वह बोर्ड से इस बारे में अपना सवाल पूछ सकता है।

घरों से ही कॉपियां जांचने के आदेश
महामारी के बीच बोर्ड बच्चों की कॉपियां जांचने के लिए सीबीएसई सभी टीचर्स को घरों से ही आंसर शीट जांचने का आदेश दे सकता है।

अगले सत्र से Classes शुरू करने को लेकर भी हमने प्लान तैयार किया है. लेकिन यह सब उस समय की परिस्थिति पर निर्भर करेगा. फीस (Fee) को लेकर सभी राज्यों को हमने कहा है कि वे इस मामले पर विचार करें. लेकिन हमें अभिभावकों का भी ध्यान रखना है, शिक्षकों का भी और छात्रों का भी. कोई भी फैसला सभी को ध्यान में रखते हुए ही लिया जाएगा.

मोबाइल मार्किट सेक्टर-22बी चंडीगढ़ में लगा रक्तदान शिविर

  • मोबाइल मार्किट सेक्टर-22बी चंडीगढ़ में लगा रक्तदान शिविर
  • 28 रक्तदानियों ने किया उत्साह से रक्तदान

चंडीगढ़ 30.12.2020:

  विश्वास फाउंडेशन, रेडक्रॉस सोसाइटी पंजाब स्टेट व ट्रेडर्स एसोसिएशन सेक्टर-22 बी चंडीगढ़ ने आज बुधवार को मिलकर मोबाइल मार्किट सेक्टर-22बीके पार्किंग एरिया में रक्तदान जागरूकता शिविर का आयोजन किया । यह शिविर ठण्ड व कोरोना महामारी के कारण आयी अस्पतालों में रक्त की कमी को पूरा करने हेतु लगाया गया। इतनी ठण्ड होने के बावजूत भी 28 रक्तदानियों ने अपनी स्वेच्छा व उत्साह से रक्तदान किया। रक्त एकत्रित करने के लिए ब्लड बैंक पीजीआई चंडीगढ़ से डॉक्टर्स की टीम आयी। रक्त डॉक्टर मानवी व गौरव गुप्ता की मौजूदगी एकत्रित किया गया।

विश्वास फाउंडेशन की महासचिव साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि शिविर का उद्घाटन ट्रेडर्स एसोसिएशन सेक्टर-22 बी चंडीगढ़ के प्रेजिडेंट श्री सुभाष नारंग ने किया। सुभाष नारंग ने रक्तदाताओं को बैज लगाए व उनसे आह्वान किया कि वे इस नेक कार्य में उत्साह से भाग लें, एक स्वस्थ व्यक्ति का इंसानी, नैतिक और सामाजिक दायित्व बनता है की वह स्वयं को रक्तदान के लिए तैयार रखे। कोरोना महामारी की वजह से अस्पतालों में रक्त की भारी मात्रा में कमी चल रही है, इस संकट की घडी में हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए।

साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि रक्त का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। इससे शरीर में किसी तरह की कमी नहीं आती है। रक्तदान का मकसद उन मरीज़ो की मदद करना है, जिनकी रक्त की कमी से ज़िन्दगी की डोर कमज़ोर पड़ जाती है। शिविर में सामाजिक दूरी, मास्क व सैनिटाईज़ेशन का ख़ास ध्यान रखा गया। इस रक्तदान शिविर में आये सभी रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र, मास्क, साबुन व गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर विश्वास संस्था से अविनाश शर्मा, वर्षा शर्मा, विकास कालिया व अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।

Police Files, Chandigarh – 30 December

‘Purnoor’ Korel, CHANDIGARH – 30.12.2020

One arrested for possessing illicit liquor

          Chandigarh Police arrested Surjit Singh R/o # 1101, Ph-2, Ram Darbar, Chandigarh and recovered 12 Bottles of country liquor from his possession at back side of Plot No. 01, Ph-1, Ind. Area, Chandigarh on 29.12.2020. A case FIR No. 242, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-31, Chandigarh. He was later bailed out. Investigation of the case is in progress.

Action against Gambling

Chandigarh Police arrested Shashi Kant Kumar R/o Jhuggi No. 263, Block-K, Colony No. 4, Chandigarh while playing satta near Sabji Mandi, Colony No.4, Chandigarh on 29.12.2020. Total cash Rs. 12,520/- was recovered from his possession. In this regard, a case FIR No. 225, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh. Later he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

Chandigarh Police arrested Mohamed Nazim R/o # 234, Sector-41, Village Buterla, Chandigarh while playing satta near # 525, Sector-56, Chandigarh on 29.12.2020. Total cash Rs. 1700/- was recovered from his possession. In this regard, a case FIR No. 402, U/S 13A-3-67 Gambling Act has been registered in PS-39, Chandigarh. Later he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

Action against violation of orders of DM, UT, Chandigarh

A case FIR No. 116, U/S 188, 270 IPC & Section 58 of Disaster Management Act 2005 has been registered in PS-03, Chandigarh against owner Sumesh Gagneja R/o # 1466, Progressive Society, Sector-50, Chandigarh who served hukka to customers at basement of Pipe and Barrel Bar, SCO No. 156-157, Sector-9/C, Chandigarh on 29.12.2020 and violated the orders of District Magistrate, UT, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 209, U/S 188, 270, 120B IPC & Section 58 of Disaster Management Act 2005 has been registered in PS-17, Chandigarh against owner Naresh Bhandhari R/o # 1453/2, Sector-29/B, Chandigarh and Sushant Nagpal R/o # 116, Sector-40/A, Chandigarh who served hukka to customers at Poison Bar at SCO No. 45-46-47, 3rd floor, Sector-17A, Chandigarh on 30.12.2020 and violated the orders of District Magistrate, UT, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Parvesh Gandhi R/o # 1416/22, Ph-11, Mohali (PB) reported that unknown person stole away complainant’s Esteem car No. CH-03Z-2424 parked near H.No. 389, Sector-32/A, Chandigarh on the night intervening 25/26-12-2020. A case FIR No. 245, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए अधिकारी कमर कस लें: नगरायुक्त

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

  • स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए अधिकारी कमर कस लें: नगरायुक्त
  • महानगर में एमआरएफ सेंटरों पर जल्दी से जल्दी कम्पैक्टर लगाने के निर्देश

नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने निगम अधिकारियों को एमआरएफ सेंटरों पर जल्दी से जल्दी काॅम्पेक्टर लगाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि कम्पैक्टर लग जाने से पाॅलीथिन, प्लास्टिक व कागज आदि के निस्तारण में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने एमआरएफ सेंटरों को दुरुस्त करने और डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में और तेजी लाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि वे स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए कमर कस कर तैयार हो जाएं।

नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह मंगलवार को अधिकारियों के साथ स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए निगम द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण शुरु हो चुका है, नंबर वन पर आने के लिए अधिकारी कमर कस लें। उन्होंने अधिशासी अभियंता निर्माण व संबद्ध अभियंताओं को निर्देश दिये कि जहां-जहां कम्पैक्टर लगाये जाने है वहां तुरंत प्लेट फाॅर्म बनवाकर तैयार कराये ताकि जल्द से जल्द कम्पैक्टर लगाकर कूड़ा निस्तारण में तेजी लाये जा सके। गैराज प्रभारी एस बी अग्रहरि ने बताया कि मातागढ़ एमआरएफ सेंटर व पुराना घास कांटा पर एक-एक तथा पुरानी चंुगी पर दो कम्पैक्टर लगाये जाने है। निर्माण विभाग द्वारा पुरानी चुंगी पर जैसे ही प्लेटफाॅर्म तैयार कराया जायेगा तुरंत कम्पैक्टर लगा दिए जायेंगे। इसके अतिरिक्त नगरायुक्त ने एमआरएफ सेंटरों की स्थिति की जानकारी लेते हुए उन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए। महानगर में निगम के दस एमआरएफ सेंटर हैं जिन्हें स्वच्छता सर्वेक्षण को ध्यान में रखते हुए दुरुस्त कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त शहर से कूड़ा एकत्रित कर जिन ट्रांसफर स्टेशन पर लाया जाना है, उन ट्रांसफार्मर स्टेशनों के संबंध में भी जानकारी ली।

उन्होंने तालाबों की खुदाई और उनके सौंदर्यीकरण के संबंध में जानकारी लेते हुए अधिकारियों को शीघ्रातिशीघ्र उनके एस्टीमेंट बनाने के निर्देश दिए। अधिशासी अभियंता जल कल सुशील सिंघल ने बताया कि 19 तालाबों का एस्टीमेंट बन चुका है, बाकि की पैमाइश की जा रही है। नगरायुक्त ने जलकल व निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि दोनों विभागों के एक-एक जेई टीम बनाकर पैमाइश के काम को तेजी से निपटाएं।