Saturday, February 1

आज 18 दिसंबर को शुक्रवार है. शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. मां लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन से पैसों की कमी दूर हो जाती है. सारे कार्य सफल होते हैं. वहीं आज विनायक चतुर्थी व्रत भी है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है.

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः मार्गशीर्ष, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः चतुर्थी दोपहर 02.23 तक है। 

वारः शुक्रवार, 

नक्षत्रः श्रवण सांय 07.04 तक है, 

योगः व्यातिपात दोपहर 02.07 तक, 

करणः विष्टि, 

सूर्य राशिः धनु, 

चंद्र राशिः मकर, 

राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.12, 

सूर्यास्तः 05.23 बजे।

नोटः आज प्रातः 07.16 से पंचक प्रारम्भ हो रहे हैं, पंचक काल में तृण, काष्ठ, धातु का संचय व भवन निर्माण और नवीन कार्य तथा यात्रा आदि कर्म वर्जित होते हैं।पंचक काल में शव दाह का भी निषेध होता है।चूंकि शव को इतनी लंबी अवधि हेतु रोकना देश काल परिस्थिति के अनुसार मुश्किल हैं, अतः योग्य वैदिक ब्रह्मण की सलाह लेकर पंच पुतलों का दाह और पंचक नक्षत्रों की शांति विधि पूर्वक करानी चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि मृतक व्यक्ति के परिवार व संबंधियों में से ही पाॅच व्यक्तियों के अकालमृत्यु होने की आशंका बनी रहती है।

नोटः आज सर्वार्थ सिद्धि योग है।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।