‘गेहूँ का पेड़ नहीं होता: 4 घंटे की मुलाक़ात में 3 घंटे राहुल गाँधी को समझाते रहे किसान’ : अशोक पंडित

अशोक पंडित के इस पोस्ट को देख कर अब लोग तेजी से कमेंट्स करने में लगे हुए हैं। लोग अब इस पोस्ट पर खूब मजे ले रहे हैं। उनकी पोस्ट देखकर एक यूजर ने लिखा है- ‘किसान होशियार हैं ! उन्होंने ये माथापच्ची कांग्रेसी राजमाता को ही सौंप दी ! संभालो अपना बच्चा ! लेकिन उन्हें 75 साल राजमाता के बारे में भी सोचना चाहिए था, इस उम्र में अब इतनी दिमागी कवायद ठीक नहीं !’ वहीं एक अन्य ने बोला- ‘आज की बेस्ट लाइन थी सर।’

नयी दिल्ली (ब्यूरो):

कृषि कानूनों को रद्द करने की जिद पर अड़े किसानों के आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरीके की बयानबाजी हो रही हैं। जहाँ कई ट्विटर यूज़र्स किसानों के समर्थन में टिप्पणी करते दिख रहे, वहीं कई इसे विपक्षियों की घिनौनी राजनीति भी करार दे रहे हैं। इस बीच फिल्म मेकर अशोक पंडित ने एक ट्वीट करते हुए राहुल गाँधी की बुद्धिमता पर तंज कसा है।

एक पोस्ट के जरिए अशोक पंडित ने राहुल गाँधी का मजाक उड़ाते हुए लिखा, “राहुल गाँधी ने किसानों से 4 घंटे मुलाक़ात की। 3 घंटे तो किसान उन्हें यही समझाते रहे कि गेहूँ का कोई पेड़ नहीं होता! लेकिन वो माने नहीं! आख़िर थक कर किसानों ने पीछा छुड़ाने के लिए उनसे कहा कि गेहूँ के पेड़ इटली में होते होंगे हिंदुस्तान में नहीं!”

वहीं फिर क्या था, फ़िल्म मेकर के ट्वीट करते ही उनके फॉलोवर्स ने भी कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गाँधी के जमकर मजे लेने शुरू कर दिए।

‘देसीकाउंटी’ नाम से एक यूजर ने कॉन्ग्रेस आलाकमान के बेटे की खिल्ली उड़ाते हुए लिखा, “अगर गेहूँ के पेड़ नहीं होता तो आलू कहाँ से निकलता है? पप्पू ने पूछा। तो इसपर किसान ने बोला- फैक्ट्री में बनता है। पप्पू बोला- मुझे मालूम नहीं था पहले, मैं नया था राजनीति में, अब पता चला। आलू गेहूँ के पेड़ में ही उगता है। तभी तो लोग आलू की सब्जी और गेहूँ की रोटी खाते हैं।”

वहीं Anitad नाम के यूजर ने तो इस पर सोनिया गाँधी को भी नहीं बख्शा। उन्होंने लिखा, “किसान होशियार हैं! उन्होंने ये माथापच्ची कॉन्ग्रेसी राजमाता को ही सौंप दी ! संभालो अपना बच्चा ! लेकिन उन्हें 75 साल राजमाता के बारे में भी सोचना चाहिए था, इस उम्र में अब इतनी दिमागी कवायद ठीक नहीं!”

एक अन्य यूजर ने तो राहुल गाँधी की तस्वीर एडिट कर हल के साथ पोस्ट की, जिसमें लिखा था, “समस्या और हल, साथ साथ”

एक यूजर ने कहा- ‘रामपुर के नवाब से कम थोड़े हैं पप्पू।’

गौरतलब है कि इससे पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी को एक आम आदमी पार्टी (AAP) नेता/कार्यकर्ता को धिक्कारते और वहाँ से बाहर निकालते हुए देखा गया। दरअसल, AAP कार्यकर्ता ने प्रति व्यक्ति एक केला देकर कहा था कि ये केजरीवाल सरकार ने दिया है। जिसके बाद भड़के प्रदर्शनकारियों ने उसे बाहर निकाल दिया।

वायरल वीडियो में एक प्रदर्शनकारी कहता है, “तुमने मुझे एक केला दिया और कहा कि ये केजरीवाल सरकार ने दिया है। क्या सरकार एक केला देगी?” प्रदर्शनकारियों ने AAP कार्यकर्ता को घेर लिया अपने पार्टी प्रमुख को प्रमोट करने के लिए उसे आड़े हाथों लिया। जिसके बाद उसने डरी हुई आवाज में कहा, “नहीं, सरकार ने एक केला नहीं दिया। यहाँ कई लोग हैं।”

इसने कृषि विरोधी कानून के प्रदर्शनकारी को और अधिक उत्तेजित कर दिया। उन्होंने गुस्से भरे लहजे में पूछा, “क्या तू हमें एक केला देकर वोट हासिल करने की कोशिश कर रहा है? तेरी हिम्मत कैसे हुई यहाँ आने की?” AAP कार्यकर्ता ने स्थिति को शांत करने के प्रयास करते हुए यह समझाने की कोशिश की कि वह वोट नहीं माँग रहा है। इसके बाद प्रदर्शनकारी ने उसे वहाँ से बाहर निकलने के लिए कहा और पास में खड़े कुछ प्रदर्शनकारियों ने उसे धक्का देकर बाहर निकाल दिया।

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