नेहरू से राहुल तक कॉंग्रेस काश्मीर और लदाख चीन को सौंपने को उतावली

कॉंग्रेस का चीन प्रेम नेहरू के समय ही से जग जाहिर है। चीन के भारत पर आक्रमण के पश्चात भी नेहरू ने चीन को शत्रु देश नहीं माना था और अपनी नीतियाँ चीन के पक्ष ही में रखीं। अब जब डोकलम पर चीन ने फिर से अपनी विसतारवादी नीति का प्रदर्शन कर भारतीय सेना के साथ गुत्थम गूत्था हुई तब भी राहुल चीन के राजदूत के साथ रात्रिभोज करते पाये गए, और तो और यूपीए के शासन काल में चीन की सत्ताधारी पार्टी के साथ कॉंग्रेस ने एक करार किया था जिसके एवज में कॉंग्रेस ने RGF के नाम पर करोड़ों रुपयों का अनुदान लिया। आज जब फिर से चीन की विसतारवादी सोच के कारण जब चीन और भारत यद्ध की स्थिति में पहुँच चुके हैं तो कॉंग्रेस चीन के समर्थन में भारत के जिस नक्शे को प्रदर्शित करती है उसमें काश्मीर और लदाख को चीन का हिस्सा दिखाया गया है। हालांकि अब उस पोस्ट को डिलीट कर दिया गया है।

असम/नयी दिल्ली:

कॉन्ग्रेस पार्टी किसानों के समर्थन की बातें कर रही है। मंगलवार (दिसंबर 8, 2020) को आयोजित ‘भारत बंद’ में भी किसान तो नहीं दिखे, लेकिन कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता जरूर देश भर में उपद्रव करते नजर आए। इसी बीच कॉन्ग्रेस पार्टी ने ट्विटर पर ‘भारत किसानों के साथ है, मोदी अंबानी के साथ हैं’ टैगलाइन के साथ देश का गलत नक्शा शेयर किया और कश्मीर-लदाख को पाकिस्तान-चीन को दे दिया। असम कॉन्ग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ‘स्टैंड विद फार्मर्स’ का टैग लगाते हुए ऐसा किया।

‘असम कॉन्ग्रेस’ ने जो भारत का नक्शा शेयर किया है, उसमें जम्मू कश्मीर और लद्दाख के हिस्सों को भारत का हिस्सा न बता कर चीन और पाकिस्तान को दे दिया गया है। कॉन्ग्रेस ने जो भारत का नक्शा शेयर किया, पाकिस्तान का भी यही रुख है। पाकिस्तान भी दावा करता रहा है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख उसके मुल्क में पड़ते हैं, भारत का हिस्सा नहीं है। उसने कश्मीर के एक हिस्से पर कब्ज़ा भी कर रखा है।

तिरुवनंतपुरम से कॉन्ग्रेस के सांसद शशि थरूर को ‘लिबरल-सेक्युलर’ मीडिया का एक बड़ा वर्ग अपना पोस्टर बॉय भी मानता है। उन्होंने भी दिसंबर 2019 में कुछ ऐसा ही कारनामा किया था। उन्होंने भारत का जो नक्शा शेयर करते हुए CAA विरोधी आंदोलन का समर्थन जताया था, उसमें जम्मू कश्मीर और लद्दाख को भारत का हिस्सा नहीं बताया गया था। तब कॉन्ग्रेस ने ‘भारत बचाओ आंदोलन’ के नाम पर ऐसा किया था।

ट्विटर पर लोगों ने गलत नक़्शे के लिए असम कॉन्ग्रेस को जम कर लताड़ लगाई। लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के लिए कॉन्ग्रेस यहाँ तक गिर चुकी है कि वो देश के नक़्शे के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। एक व्यक्ति ने खबर का स्क्रीनशॉट ट्वीट करते हुए बताया कि भारत का गलत नक्शा दिखाने पर जेल और जुर्माने का भी प्रावधान है। कुछ ने पूछा कि क्या कॉन्ग्रेस ने POK को पाकिस्तान का हिस्सा मान लिया है?

उल्लेखनीय है की विवादों में आने के बाद असम कॉन्ग्रेस ने यह ट्वीट अब डिलीट कर दिया है। हालाँकि, पार्टी की ओर से इसे लेकर किसी भी तरह का कोई स्पष्टीकरण अभी तक नहीं दिया गया है।

0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply