आज 24 अक्टूबर को हिंदू पंचांग के अनुसार शनिवार है. शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित माना जाता है. इस दिन शनिदेव का खास तरह से पूजा करने पर व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते है. वहीं जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही होती है वह भी खत्म हो जाती है. माना जाता है कि शनिदोष से मुक्ति के लिए मूल नक्षत्रयुक्त शनिवार से आरंभ करके सात शनिवार तक शनिदेव की पूजा करने के साथ साथ व्रत रखना चाहिए.
विक्रमी संवत्ः 2077,
शक संवत्ः 1942,
मासः द्वितीय (शुद्ध) आश्विनी मास,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः अष्टमी प्रातः 06.59 तक है,
वारः शनिवार,
नक्षत्रः श्रवण रात्रि 02.38 तक,
योगः शूल रात्रि 12.41 तक,
करणः बव,
सूर्य राशिः तुला,
चंद्र राशिः मकर,
राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,
सूर्योदयः 06.31,
सूर्यास्तः 05.38 बजे।
नोटः आज श्रीदुर्गाष्टमी व्रत एवं महाष्टमी महानवमी व्रत हेतु।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।