आज 5 अक्टूबर को अधिक मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है. आज संकष्टी चतुर्थी भी है. हिंदू सनातन धर्म में संकष्टी चतुर्थी व्रत गणेश भगवान को समर्पित माना जाता है. भक्त आज गणेश भगवन का आशीर्वाद पाने के लिए संकष्टी चतुर्थी का व्रत करेंगे. गणेश भगवान को विघ्नहर्ता कहा जाता है. यही वजह है कि गणपति पूजन से दुःख, दर्द और उन्नति में आने वाली बाधाएं समाप्त हो जाती हैं .
विक्रमी संवत्ः 2077,
शक संवत्ः 1942,
मासः द्वितीय (अधिक) आश्विनी (मल) मास,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः तृतीया प्रातः 10.03 तक है,
वारः सोमवार,
नक्षत्रः भरणी दोपहर 02.56 तक,
योगः वज्र रात्रि 12.04 तक,
करणः विष्टि,
सूर्य राशिः कन्या,
चंद्र राशिः मेष,
राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,
सूर्योदयः 06.20,
सूर्यास्तः 05.58 बजे।
नोटः आज श्री गणेश चतुर्थी व्रत है।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।