सारिका तिवारी, पंचकूला- 4 सितम्बर :
क्या वाकई ही पंचकूला महिला थाने की स्थापना से महिलाओं को हाथ में ली है यह एक बड़ा सवाल है आम थाना यहां भी महिलाएं परेशान होती हैं हो सकता है कानूनी पत्र प्रक्रिया चलने से ज्यादातर मामले लंबित पड़ने या जानबूझकर टालते रहने से या तो धराशाई हो जाते हैं या एकतरफा फैसले की बलि चढ़ जाते हैं ।
ऐसा आमतौर पर बाकी थानों में देखने को मिलता है, तो महिला थाने में क्या फ़र्क़।
फाइलों में पड़ी शिकायतें अपना दिन आने की राह देखते हैं पर शिकायत गंभीर होने के बावजूद जल्दी कार्रवाई नहीं होती , कारण चाहे कोई भी हो कई मामलों में सामाजिक राजनीतिक प्रभाव वाले लोगों के खिलाफ शिकायतें भले ही गंभीर हों परन्तु पुलिस कार्रवाई करने में विलंब करती है या संबंधित जांच अधिकारी ही शिकायतकर्ता से बात करते हुए ऐसे लहजे का इस्तेमाल करते हैं जिससे कि शिकायतकर्ता को लगे शायद ही आरोपी बन गई है। ऐसी स्थिति से हताश होकर महिलाएं जांच शामिल होने से गुरेज करती हैं और परिणाम स्वरूप यह कहकर जांच बंद कर दी जाती है कि शिकायतकर्ता सहयोग नहीं कर रहे ।
ऐसा ही एक मामला पंचकूला के महिला थाने में लंबित पड़ा है जिसमें महिला शिकायतकर्ता ने अपने पूर्व पति पर आरोप लगाए हैं परंतु शिकायत करने के 1 महीने के बाद भी पुलिस चमन लाल के विरोध कार्रवाई करना तो दूर अभी तक उसके बयान भी दर्ज नहीं कर सकी।
चमन लाल वार्ड नंबर 3 की पार्षद रहे सुरजीत कौर का पति है, एक व्यवसाई है। सुरजीत कौर और चमनलाल फरवरी 2019 में इनेलो छोड़ जजपा में शामिल हो गए थे।
जांच अधिकारी फोन कर भी चमन लाल के बावजूद दर्ज करवाने थाने नहीं पहुंचा सूत्रों के अनुसार जांच अधिकारी ने फोन के माध्यम से गत बुधवार यानी 2 सितंबर को चमनलाल को थाने में पेश होने के आदेश दिए जब इस रिपोर्टर ने थाने में संपर्क किया तो पता चला कि बुधवार को ना तो चमन लाल ही बयान दर्ज करवाने आया और ना ही उनकी तरफ से कोई संदेशा है । आपको बता दें चमन लाल उसकी पहली पत्नी शिवानी ने आरोप लगाए हैं कि वह तलाक होने के लगभग 18 साल बाद भी उससे मारपीट करता है कभी भी उसके कि मां के घर आकर गाली गलौज करता है उसकी हिम्मत इतनी बढ़ चुकी है कि अब तो वह उसे जान से मारने तक की धमकी देता है।
एक पत्नी के साथ रहते हुए दूसरी महिला से विवाह करना और फिर दूसरी पत्नी से तलाक लेना’ जैसे मामले आम देखने सुनने को मिल जाते हैं।
ऐसे ही एक मामले की शिकायत पंचकूला के महिला थाने में आई है।
कौन है वह रसूखदार व्यक्ति?
शिकायतकर्ता भले ही एक आम महिला है लेकिन जिसके विरुद्ध शिकायत है वह है जजपा (पहले इनेलो से थीं फरवरी 2019 में पति चमनलाल सहित जजपा से जुड़ीं ) से जुड़ी पिंजौर के वार्ड नम्बर से निर्वाचित रहीं सुरजीत कौर के पति चमनलाल। शिकायतकर्ता मनीमाजरा चंडीगढ़ की रहने वाली शिवानी जो कि चमनलाल की दूसरी पत्नी थी (अब तलाकशुदा) ने अपनी शिकायत में लिखा है कि वह जब भी अपनी माँ से मिलने गाँव घाटीवाला जाती है चमनलाल अपने साथियों के साथ उससे और उसकी माँ से गालीगलौज और मारपीट करता है। शिवानी का कहना है कि स्थानीय पुलिस को सूचित करने पर वहाँ के पुलिस कर्मी भी चमन लाल का साथ देते हैं।
इसी वर्ष जुलाई महीने की 30 तारीख को भी शिवानी से मारपीट की गई।
शिवानी ने अपनी शिकायत में कहा है कि चमनलाल ने उसे भला फुसलाकर धोखे से शादी की क्योंकि वह पहले से शादीशुदा था। पिंजौर के वार्ड नं 3 से पार्षद सुरजीत कौर इस व्यक्ति की पहली पत्नी है जिससे इसको तीन बच्चे हैं ।
चमनलाल और शिवानी का 10 अक्तूबर 1997 में अम्बाला के एक मंदिर में प्रेम विवाह हुआ। उस विवाह से 20 जून 1999 को इन दोनों की बेटी का जन्म हुआ। विवाह के बाद एक दो वर्ष सब कुछ ठीक चलता रहा लेकिन फिर हर छोटी छोटी बात पर चमनलाल पत्नी से मारपीट करने लगा और तलाक के लिए दबाव डालने लगा। रोज रोज की मारपीट से तंग आकर आखिर शिवानी तलाक के लिए तैयार हो गई। परन्तु यह उसकी समस्याओं का अंत नहीं था। चमनलाल उसे अकेली और कमजोर देख कर जब तब उसके घर आता जाता और जबरदस्ती कर शारीरिक संबंध स्थापित करता। शिवानी के अनुसार बाद में पता चला कि यह व्यक्ति पहले से शादीशुदा था और इतने वर्ष उसे धोखा देता रहा।
इस शिकायत के बारे में जब इस रिपोर्टर ने जब चमनलाल से बात की तो उन्होंने शिवानी के चरित्र पर शंका जताते हुए कहा कि उनकी पूर्व पत्नी शिवानी की आदत है शिकायत दर्ज कराने की। पिंजोर और चंडीगढ़ में दर्जनों शिकायतें दर्ज करवा चुकी हैं। वह केवल अपने पूर्व पति यानी चमनलाल ही नहीं अन्य लोगों की भी शिकायत देती रहती है । वह पूर्व में चंडीगढ़ में एक व्यक्ति के खिलाफ में शोषण का मामला दर्ज करवा चुकी है।
शिवानी ने बताया कि चमन लाल और शिवानी की बेटी को पढ़ाई के लिए विदेश भेजने पर चमनलाल ने पैसे खर्च किए ,जिसके बाद से अक्सर उससे से मारपीट करता रहता है और कहता है के शिवानी अपना मनीमाजरा और उसकी माँ पिंजौर घाटी वाला स्थित मकान भी बेच कर उसे पैसे दे क्योंकि उसने भारी खर्च करके उसकी बेटी (जिसका पिता चमनलाल है) को विदेश भेजा है ।
शिवानी का कहना है कि पुलिस उनसे कागज़ नहीं ले रही जिससे साबित होता है कि चमनलाल ने उससे धोखे से शादी की।
इस बाबत जब थाने में सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि जाँच अधिकारी का दूसरी जगह तबादला हो गया है।
पुलिस कार्रवाई करने मे ढील कर रही है जिससे के चमनलाल जैसा व्यक्ति जोकि किसी भी वक्त शिवानी के साथ मारपीट कर सकता हैं कभी भी शिवानी को कोई भी नुकसान पहुँचा सकता है। पुलिस किस चीज का इंतजार कर रही है?