Tuesday, February 4

आज 17 सितंबर को हिंदू पंचांग के अनुसार गुरुवार है. गुरुवार का दिन सुख सम्बृद्धि और सौभाग्य का दिन होता है. यह दिन भगवान विष्णु और मां सरस्वती दोनों की पूजा का दिन होता है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु जल्दी प्रसन्न नहीं होते, मगर शास्त्रों में उनको प्रसन्न करने के बेहद आसान उपाय भी बताए गए हैं.

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः आश्विनी़, प्रथम (शुद्ध), 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः अमावस सांय 04.30 तक है, 

वारः गुरूवार, 

नक्षत्रः पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 09.48 तक, 

योगः शुभ रात्रि 11.52 तक, 

करणः नाग, 

सूर्य राशिः कन्या, 

चंद्र राशिः सिंह, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.10, 

सूर्यास्तः 06.20 बजे।

नोटः आज आश्विनी महालय अमावस, सर्वपितृ श्राद्ध और पितृ विसर्जन और अमावस तिथि का श्राद्ध होगा। ऐसे मृतक जो कि अज्ञात तिथि को मृत हुये है उनका श्राद्ध होगा। आज से ही श्राद्ध समाप्त होगे। आज ही भगवान विश्वकर्मा की पूजा होगी।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।