पंचकूला, 17 सितंबर:
जब नागरिक ही पुलिस से तंग आकर उसी की शिकायत करने लगे तो आप समझ सकते हैं कि राज्य की सुरक्षा किस ओर जा रही है ।
अपने ही शहर में नागरिक सुरक्षित नहीं महसूस करते। आज पिंजौर थाने की घटना भी यही कुछ कह रही है ,जहां कांस्टेबल विक्रमजीत ने एक व्यक्ति पर अपनी दबंगई दिखाते हुए उससे मारपीट की ।
राकेश वर्मा वासुदेव पुर गांव मे मकान बनाने का उनके पास ठेका है जिसकी बकाया राशि का भुगतान उनको किया जाना है जिसके लिए सुनील नामक मकान मालिक ने उनको चेक दिया जो बाउंस हो गया। इस पर बात करने के हैं लिए राकेश उन्हें मिला जहां यह क्या हुआ कि वे नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट धारा 138 के तहत कार्रवाई नहीं करेंगे, क्योंकि सुनील ने वादा किया उन्हें नगद राशि जल्द दे देंगे । लेकिन आज शाम राकेश वर्मा को थाने से फोन आया कि सुनील कुमार ने शिकायत दी है और उन्हें तुरंत थाने पहुंचना होगा ।वहां जाकर वादी और प्रतिवादी पक्ष आपस में लेन देन मुद्दे पर सहमत हो गए परंतु कॉन्स्टेबल विक्रम जीत इसी बात पर अड़ा रहा कि “बताओ कैसे करना है।”
राकेश वर्मा ने आरोप लगाया के विक्रम जीत ने उसे शिकायत पढ़ाने से इनकार कर दिया और दफ्तर में ले जाकर लात घूँसों से मारपीट की । राकेश वर्मा ने सरकारी अस्पताल में अपना मेडिकल करवा लिया और पुलिस ने विक्रमजीत की शिकायत दी।
विक्रमजीत के नंबर पर बात की तो उन्होंने मारपीट जैसी किसी भी घटना से इनकार किया और कहा राकेश ने बाहर जा कर खुद से किसी से मारपीट करवा ली होगी।