Tuesday, February 4

आज 12 सितंबर को हिंदू पंचांग के अनुसार शनिवार है. शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित माना जाता है. इस दिन शनिदेव का खास तरह से पूजा करने पर व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते है. वहीं जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही होती है वह भी खत्म हो जाती है. माना जाता है कि शनिदोष से मुक्ति के लिए मूल नक्षत्रयुक्त शनिवार से आरंभ करके सात शनिवार तक शनिदेव की पूजा करने के साथ साथ व्रत रखना चाहिए.

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः आश्विनी़, प्रथम (शुद्ध), 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः दशमी रात्रि 04.15 तक है, 

वारः शनिवार, 

नक्षत्रः आद्र्रा सांय 04.25 तक, 

योगः व्यातिपात सांय 05.34 तक, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः सिंह, 

चंद्र राशिः मिथुन, 

राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक, 

सूर्योदयः 06.08, 

सूर्यास्तः 06.26 बजे।

नोटः आज दशमी का श्राद्ध है।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।