मुंह की खाने के बाद भी नहीं सुधरा चीन, चुमार में फिर खाई लात
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर एक बार फिर से तनाव बढ़ गया है. अब तक चीन दो दिन में 2 बार घुसपैठ की नाकाम कोशिश कर चुका है, जिसके बाद भारतीय सेना को LAC के लोकेशन से आगे बढ़ना पड़ा है. भारतीय सुरक्षाबलों ने आगे घुसपैठ को रोकने के लिए वाहनों को तैनात कर दिया है. भारतीय जवान चीनी सैनिकों की किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए हाई अलर्ट पर हैं.
नयी दिल्ली(ब्यूरो):
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चीन की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ती जा रही हैं. ड्रैगन ने मंगलवार को चुमार में घुसपैठ की कोशिश की. हालांकि, भारतीय जवानों को देख चीन के सैनिक वहां से उल्टे पांव भाग गए. चीनी सेना की लगभग 7 से 8 बख्तरबंद गाड़ियां चेपुजी कैंप से भारतीय क्षेत्र की ओर बढ़ रही थीं. भारतीय सुरक्षाबलों ने भी घुसपैठ को रोकने के लिए वाहनों को तैनात किया. भारतीय जवान चीनी सैनिकों की किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए हाई अलर्ट पर हैं.
इससे पहले सोमवार की रात को चीन के सैनिकों ने ब्लैक टॉप और हेलमेट टॉप में घुसपैठ की कोशिश की. चीनी सैनिक अंधेरे का फायदा उठाकर भारतीय क्षेत्र में घुस रहे थे, लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने उसकी साजिश को नाकाम कर दिया. चीन ने 29-30 अगस्त की रात को भी घुसपैठ की कोशिश की थी और इस बार भी भारतीय जवानों ने उसे नाकाम कर दिया था.
बता दें कि भारत और चीन के बीच मई के शुरुआती दिनों से ही तनाव की स्थिति है. 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवानों की जान चली गई थी. लेकिन अब अगस्त में एक बार फिर नई जगह पर विवाद शुरू हुआ है. पहले जहां पर विवाद था, अब उससे अलग हटकर पैंगोंग झील की दक्षिणी तरफ आ गया है.
चीन की हरकत पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया था, क्योंकि 29-30 अगस्त की रात के बाद चीनी सैनिकों ने सोमवार की रात को भी घुसैपठ की कोशिश की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्त्व ने कहा कि तनाव को कम करने के लिए सैन्य स्तर की बातचीत हो रही है, लेकिन इसी बीच चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की फिर कोशिश की. अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि हमने राजनयिक और सैन्य माध्यम से चीन के सामने मामला उठाया.
वहीं, चीन से जारी तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर, NSA अजित डोभाल, CDS जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख शामिल हुए. ये बैठक करीब दो घंटे चली.
चीन की हरकतों की पहले से थी जानकारी
सीमा पर भारतीय सेना को चीन की हरकतों की जानकारी पहले से थी. भारतीय सेना की स्पेशल ऑपरेशंस यूनिट, सिख लाइट इन्फेंट्री ने 29-30 अगस्त की रात को चीन की साजिश को नाकाम किया. पिछले एक हफ्ते से ही भारत ने बॉर्डर पर एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल को तैनात किया हुआ है, जिससे चीनी इलाकों पर निशाना बनाया जा सकता है.
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