आज 4 अगस्त को हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह शुरू हो गया है. इसे आम भाषा में भादों का महीना भी कहा जाता है. आज भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है. भाद्रपद माह भगवान कृष्ण और गणेश भगवान को समर्पित माना जाता है.
विक्रमी संवत्ः 2077,
शक संवत्ः 1942,
मासः भाद्रपद़़,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः प्रतिपदा रात्रि 09.55 तक है,
वारः मंगलवार,
नक्षत्रः श्रवण प्रातः 08.11 तक,
योगः सौभाग्य प्रातः 05.15 तक,
करणः बालव,
सूर्य राशिः कर्क,
चंद्र राशिः मकर,
राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक,
सूर्योदयः 05.48,
सूर्यास्तः 07.06 बजे।
नोटः आज रात्रि 8.47 से पंचक प्रारम्भ हो रहे हैं, पंचक काल में तृण, काष्ठ, धातु का संचय व भवन निर्माण और नवीन कार्य तथा यात्रा आदि कर्म वर्जित होते हैं।पंचक काल में शव दाह का भी निषेध होता है।चूंकि शव को इतनी लंबी अवधि हेतु रोकना देश काल परिस्थिति के अनुसार मुश्किल हैं, अतः योग्य वैदिक ब्रह्मण की सलाह लेकर पंच पुतलों का दाह और पंचक नक्षत्रों की शांति विधि पूर्वक करानी चाहिए। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि मृतक व्यक्ति के परिवार व संबंधियों में से ही पाॅच व्यक्तियों के अकालमृत्यु होने की आशंका बनी रहती है।
नोटः आज ऋग्वेदियों के उपाकर्म है।
विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन, मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।