पति ने ब्यूटी पार्लर संचालिका पत्नी को गोली मरवाने के लिए सुपारी दी

मनोज त्यागी करनाल 14जुलाई:

पानीपत  में पुलिस ने चर्चित गोलीकांड की गुत्‍थी को सुलझा लिया है. ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या उसका पति ही करवाना चाहता था। पत्नी को मरवाने के लिए 50 हजार रुपये की सुपारी दे दी थी। गनीमत रही कि पत्नी बच गई। आरोपित पकड़े जा चुके हैं। दरअसल, पति एक युवती के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहना चाहता था। मामला विकास नगर का है। पति इतना शातिर था कि पुलिस को ही रोज धमकाता की पत्नी पर गोली चलाने वालों को पकड़ो, नहीं तो गृहमंत्री को शिकायत कर देगा।सीआइए-टू ने रविवार को गश्त के दौरान आरोपित संदीप, गोली मारने के आरोपित विकास नगर के मोहित, दीपक को विकास नगर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को इन तीनों पर शुरू से ही शक था।

मोहित की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल उसकी डीलक्स बाइक भी बरामद कर ली है। मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी सतीश वत्स ने बताया कि संदीप के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही युवती ने उसके खिलाफ महिला थाने में शिकायत दी थी। वो दबाव डाल रही थी कि वह पत्नी रीटा को छोड़कर उसके साथ रहे। अन्यथा उसे जेल भिजवा देगी। युवती के भाई ने भी संदीप को धमकाया था। इसी वजह से संदीप ने रीटा की हत्या की साजिश रची। ताकि हत्या का शक युवती के भाई पर जाए।पुलिस ने बताया ,आरोपी पति संदीप ने 25 जून को मोहित व दीपक को सैलून पर बुलाया। दोनों को पत्नी रीटा की हत्या की 50 हजार रुपये में सुपारी दी। देसी पिस्तौल खरीदने के लिए दोनों को 10 हजार रुपये दिए। बाकि के 40 हजार रुपये हत्या के बाद दिए जाने थे। दोनों युवकों ने उत्तर प्रदेश के मेरठ रोड से इकड़ी गांव से एक व्यक्ति से 10 हजार रुपये में पिस्तौल व गोली खरीदी।  संदीप ने 29 जून को मोहित व दीपक को बुलाया। दोनों को समझाया कि डाडोला गांव में उसकी सास बीमार है। वह रात को पत्नी रीटा को बाइक से लेकर ससुराल जाएगा। रास्ते में वह बाइक के इंडीकेटर जलाकर इशारा करेगा। इसी दौरान रीटा को गोली मार देना। आसाराम आश्रम के पास पीछे से बाइक से मोहित व दीपक आए। दीपक बाइक चला रहा था। मोहित ने रीटा को गोली मार दी। गोली एक ही चली। गोली रीटा की पीठ में लगी। एक निजी अस्पताल में रीटा का ऑपरेशन किया गया। वारदात के बाद संदीप दोनों आरोपितों को 40 हजार रुपये देने से इन्कार कर गया और बोला कि रीटा की हत्या नहीं हुई है तो फिर रुपये किस बात के।आरोपी संदीप ने यह साजिश पत्नी से छुटकारा और लिव इन रिलेशनशिप में रह रही युवती के भाई को फंसाने के लिए रची थी। घायल रीटा ने ही पति संदीप पर शक जाहिर किया था। सीआईए ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने सच्चाई उगल दी। रविवार शाम को सीआईए ने विकास नगर से आरोपी संदीप, सुपारी किलर विकास नगर निवासी उसके दोस्त मोहित व दीपक को गिरफ्तार कर लिया।

स्मार्ट सिटी से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर तेजी से चल रही तैयारियां : उपायुक्त निशांत कुमार

 स्मार्ट लाईट व स्मार्ट वाटर सप्लाई के लिए तैयार डॉक्यूमेंट को डीएलयूबी से अनुमोदित करवाने से पहले मंथन कर दिया अंतिम रूप 
 

मनोज त्यागी करनाल 14 जुलाई:

स्मार्ट सिटी से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट्ïस पर काम करने के लिए तैयारियां तेजी से चल रही हैं। मंगलवार को केएससीएल के सीईओ व उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने लघु सचिवालय के सभागार में दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट स्मार्ट लाईट व स्मार्ट वाटर सप्लाई पर स्काडा के लिए तैयार आर.एफ.पी. के ड्राफ्ट को अंतिम रूप देने के लिए टैक्नीकल कमेटी की मीटिंग ली। मीटिंग में नगर निगम के मुख्य अभियंता रामजी लाल, अधीक्षण अभियंता दीपक किंग्गर, डीएमसी धीरज कुमार, टैक्नीकल एडवाईज़र एस.पी. ठकराल, कार्यकारी अभियंता सौरभ गोयल, यूएचबीवीएन के एक्सईएन धर्म सुहाग, जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईन विकास संगरोहा तथा पीएमसी प्रवीन झा व उनकी टीम के सदस्यों के साथ आर.एफ.पी. या टैण्डर के प्रारूप को निदेशक शहरी स्थानीय निकाय विभाग से अनुमोदित करवाने के लिए सभी प्वाईंटस पर काफी देर तक मंथन हुआ।

         स्मार्ट वाटर सप्लाई पर स्काडा लगाने के प्रोजेक्ट के प्रारूप पर विचार-विमर्श के दौरान बताया गया कि शहर में इस प्रोजेक्ट के तहत 192 नलकूपों के साथ-साथ 200 अन्यों जगहों पर भी पानी का फ्लो बताने वाले फ्लोमीटर लगाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त प्रैशर मीटर व प्रोग्रामेबल लॉजिकल कंट्रोल (पीएलसी) भी लगाए जाएंगे। पेयजल के लिए जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर में 12 जोन बनाए गए हैं, प्रत्येक जोन में करीब 10 नलकूप शामिल हैं। इस बात पर चर्चा की गई कि स्मार्ट वाटर सप्लाई में टेल एंड तक पेयजल पहुंचना सुनिश्चित हो। इस पर मीटिंग में उपस्थित सभी टैक्नीकल व इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों के साथ डिस्कस की गई। स्मार्ट सिटी के इस प्रोजेक्ट का मकसद नागरिकों को पर्याप्त मात्रा में व शुद्घ पेयजल मुहैया करवाना है।

          मीटिंग में दूसरे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट स्मार्ट लाईट पर भी मंथन किया गया। सीईओ ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत पूरे पैन सिटी में 25 हजार एल.ई.डी. लगाई जाएंगी। प्रोजेक्ट के लिए तैयार टैण्डर डॉक्यूमेंट को अंतिम रूप देने के लिए सम्बंधित अधिकारियों के साथ उपायुक्त ने डिस्कस की, जिसमें इस काम को करने वाली कम्पनी के कॉन्ट्रैक्टर की टैक्नीकल क्वालीफिकेशन जैसे प्वाईंट पर चर्चा की गई और चर्चा के बाद जिसमें डॉक्यूमेंट को अंतिम रूप दिया गया। सीईओ ने निगम के मुख्य अभियंता को निर्देश दिए कि वे बुधवार को ही दोनो प्रोजेक्ट के आर.एफ.पी./टैण्डर डॉक्यूमेंट को, डीएलयूबी के कार्यालय में ले जाएं और इन्हें अनुमोदित करवाने की कार्रवाई करें।

      उन्होंने बताया कि अनुमोदन के बाद सम्बंधित प्रोजेक्ट से जुड़े कार्यों के टैण्डर लगाए जाएंगे, जो भी कम्पनियां उसमें भाग लेंगी, उनकी प्रेजेंटेशन, कार्य का अनुभव तथा स्टेटस के आधार पर चयन करके वर्क अलॉट किया जाएगा। उन्होंने उम्मीद की कि यह सारी प्रक्रिया जुलाई माह में पूरी करके अगस्त में काम शुरू कर लेने की प्रबल उम्मीद है।

भारत सरकार से करनाल को मिली करीब 1100 करोड़ रुपये की 2 परियोजनाओं की सौगात : सांसद संजय भाटिया

केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वीसी के माध्यम से किया  परियोजना का उद्घाटन

मनोज त्यागी करनाल 14 जुलाई:

सांसद संजय भाटिया ने कहा कि सड़क, परिवहन और राजमार्ग एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से हरियाणा प्रदेश को करीब 20 हजार करोड़ रुपये के नए आर्थिक सड़क कॉरिडोर की सौगात दी है। इन 11 परियोजनाओं में से 8 परियोजनाओं का शिलान्यास तथा 3 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है। इनमें करनाल जिला की भी करीब 1100 करोड़ रुपये की 2 परियोजनाएं शामिल हैं। करीब 200 करोड़ रुपये की 2 लेन पेव्ड शोल्डर जींद-करनाल हाईवे एनएच-709ए करीब 85.36 किलोमीटर लंबी सड़क का उद्घाटन तथा 6 लेन एक्सेस कंट्रोल ग्रीन फील्ड इस्माईलाबाद से नारनौल खंड एनएच-158डी (8 पैकेजों में) के 2 पैकेजों के तहत करीब 900 करोड़ रुपये की लागत से 15 किलोमीटर लम्बी सड़क का निर्माण किया जाना शामिल है।

  इन परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण के अवसर पर लघु सचिवालय के सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में करनाल के सांसद संजय भाटिया ने शिरकत की। इस मौके पर उपायुक्त निशांत कुमार यादव, जिला राजस्व अधिकारी श्याम लाल, जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद, मेयर रेनू बाला गुप्ता, असंध के पूर्व विधायक स. बख्शीश सिंह विर्क, नेशनल हाईवे से अंकुश वर्मा, राजेश मदान, एके कटारिया, ए बंसल मौजूद रहे। सांसद संजय भाटिया ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कोविड-19 के चलते देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा, लेकिन इसके बावजूद भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज का ऐलान किया गया है। इसी कड़ी में केन्द्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी सड़क तंत्र को मजबूत बनाने व हरियाणा में विकास की गति को तेज करने के लिए 20 हजार करोड़ रुपये की परियेाजनाओं की एक बहुत बड़ी सौगात दी है जोकि हरियाणा के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अनुरोध को न केवल स्वीकार किया बल्कि प्रदेश को बड़ी-बड़ी परियोजनाएं दी जा रही हैं। उन्होंने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम को बढ़ाने पर बल दिया और कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए दृढ़संकल्प है, प्रदेश सरकार इस कार्य में सहयोग दें ताकि युवाओं को गांव स्तर पर ही रोजगार के अवसर मिल सके। इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को विकसित करने तथा युवाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण मुहैया करवाने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार की तर्ज पर अलग से एक मंत्रालय का गठन किया गया है। प्रदेश सरकार ने 5 लाख लोगों को ऋण मुहैया करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए जो विजन शुरू किया है, उसके लिए हरियाणा सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा। एग्रो बेस उद्योग भी लगाए जाएंगे।

विशेष असध खंड के इन गांवों से गुजरेगा एनएच-158डी : सांसद संजय भाटिया

सांसद संजय भाटिया ने बताया कि 6 लेन एक्सेस कंट्रोल ग्रीन फील्ड इस्माईलाबाद से नारनौल खंड एनएच-158डी के अंतर्गत करनाल जिला से असंध खंड के करीब 9 गांवों से यह राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरेगा।  इनमें गांव झिमरी खेड़ा, पोपड़ा, गंगाटेहड़ी, बाहरी, खेड़ी सर्पली, बस्सी, बिलौना, थल तथा राहड़ा शामिल हैं। करीब 15 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण पर करीब 900 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी। इसमें से करीब 250 करोड़ रुपये की राशि भूमि अधिग्रहण किए जाने पर किसानों को मुआवजे के रूप में दी जानी है जिसमें से करीब 228 करोड़ रुपये की राशि किसानों के खाते में जमा करवाई जा चुकी है, शेष राशि भी जल्द दी जाएगी तथा अनुमानित 650 करोड़ रुपये की राशि निर्माण कार्य पर खर्च होगी।