आशोक गहलोत ने बंधक बनाए अपने ही विधायक, रिज़ॉर्ट राजनीति जारी है
राजस्थान राजनैतिक संकट के दौरान गहलोत द्वारा जो बैठक सुबह 10 बजे बुलवाई गयी थी वह बैठा 2 बजे तक भी शुरू नहीं हो पाई थी। अव्वल तो बैठा में पूरे विधायक नहीं पहुंचे और जो 96 विधाया पहुंचे भी उन्हे बंधक बना लिया गया।
राजस्थान (ब्यूरो) – 13 जुलाई
आशोक गहलोत ने बंधक बनाए अपने ही विधायक, मुख्यमंत्री निवास में सात बसों के आने से ही स्थिति स्पष्ट हो गयी थी की सरकार खतरे में है। गहलोत का दर इतना अधिक है की वह विधायकों से एक पल के लिए भी दूर नहीं हो सकते। इन सात बसों में विधायकों को ‘कूकस’ ले कर जाया जा रहा है। इस बात से साफ ज़ाहिर हो रहा है की गहलोत को अपने आप पर ही भरोसा नहीं है।सचिन खेमे के 10 विधायक भी इन्हीं बंधकों में शामिल हैं।
राजस्थान कॉंग्रेस ने जो सुबह पायलट के पोस्टर उतारने की गलती की उससे जो संदेश जाना था वह तो गया ही साथ ही रही सही कसर सुरजेवाला के बयानों ने पूरी कर दी। सुरजेवाला आए तो संकट का हल निकालने थे परंतु उन्होने सचिन पायलट को राष्ट्रीय मंच से सीधे सीधे चुनौती देने के अंदाज़ में अपील की की आपके पास 48 से 72 घंटे हैं आप वापिस आ जायें इस बयान का क्या अर्थ निकाला जाये कि आ जाओ अन्यथा 48 घंटों से 72 घंटों के पश्चात सब दरवाजे बंद।
राजस्थान में मचे सियासी भूचाल के बीच कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू होनी है। इस बैठक के लिए विधायकों का आना शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी की ओर से व्हिप जारी किया गया है कि जो भी इस बैठक में नहीं आएगा, उसपर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, डिप्टी सीएम सचिन पायलट (CM Sachin Pilot) समर्थक 17 विधायक इसके बावजूद बैठक में शिरकत करने नहीं पहुंचे।
बैठक में 96 विधायक पहुंचे थे जबकि दावा 102 का किया गया था।
बैठक में न पहुंचने वाले विधायक
- राकेश पारीक
- मुरारी लाल मीणा
- जीआर खटाना
- इंद्राज गुर्जर
- गजेंद्र सिंह शक्तावत
- हरीश मीणा
- दीपेंद्र सिंह शेखावत
- भंवर लाल शर्मा
- इंदिरा मीणा
- विजेंद्र ओला
- हेमाराम चौधरी
- पीआर मीणा
- रमेश मीणा
- विश्वेंद्र सिंह
- रामनिवास गावड़िया
- मुकेश भाकर
- सुरेश मोदी
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