माँ ने कहा- वह सपा में था, उज्जैन है उसकी ससुराल, खंगाली जाएगी बीते 6 दिनों की उसकी हिस्ट्री
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार विकास दुबे को लेकर योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन एक के बाद ऐसे कई सबूत निकलकर सामनें आ रहे हैं जिससे साबित होता है कि विकास दुबे सपा से जुड़ा हुआ है। लेकिन सपाई इस सच को सुंनने के लिए तैयार नहीं हैं। बार-बार कह रहे हैं कि विकास कभी सपा में था ही नहीं? क्या अब सपाई विकास दुबे की माँ को झुठला देंगें।
सारिका तिवारी, चंडीगढ़ – 09 जुलाई:
कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के गिरफ्तार होते ही अखिलेश यादव की चिंता ट्विट्टर पर ज़ाहिर हो गयी। सपा प्रमुख ने ट्वीट कर पूछा की विकास दुबे को गिरफ्तार किया गया है या फिर उसने आत्मसमर्पण किया है। उनए पूछने का लहजा एस था मानो वह जानते हैं की क्या हुआ है आखिर विकास दुबे स्पा का आजीवन का ही सदस्य है और उसकी पत्नी सपा की ही नेत्री है।
कानपुर शूटआउट का मोस्टवांटेड और 5 लाख का इनामी कुख्यात अपराधी विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है। एमपी में गिरफ्तारी के बाद अब यूपी पुलिस की एसटीएफ टीम उसे अपनी कस्टडी में लेने के लिए स्पेशल चार्टर्ड प्लेन से इंदौर पहुँच चुकी है। खबरों के अनुसार उसे चार्टर्ड प्लेन से जल्द से जल्द लखनऊ लाने की तैयारी की जा रही है।
विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान न उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की थी। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार गैंगेस्टर विकास दुबे के गिरफ्तार होते ही यूपी की एसटीएफ टीम के एक दल को तुरंत एमपी के लिए रवाना कर दिया गया था। विकास दुबे की कानूनी औपचारिकता और कागज़ी कार्यवाही पूरी करने के बाद शाम तक पुलिस उसे लखनऊ लेकर आ जाएगी।
वहीं अब गिरफ्तार विकास दुबे का मेडिकल परीक्षण किया जाएगा। साथ ही कोरोना वायरस को मद्देनजर रखते हुए उसका कोरोना टेस्ट भी किया जाएगा। एमपी पुलिस इस बात की भी हिस्ट्री खंगालेगी कि विकास दुबे बीते 6 दिन में कहाँ- कहाँ गया? क्या-क्या किया? पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह उज्जैन कैसे पहुँचा? किसके संपर्क में आया? किसने शरण दी? पुलिस इन बातों का भी खुलासा करने की तैयारी में है।
यह खबर भी सामने आई है कि विकास महाकाल मंदिर में लखनऊ के रस्जिट्रेशन नम्बर की गाड़ी से आया था। साथ ही गाड़ी को लेकर किसी को शक न हो इसलिए उसके नंबर प्लेट पर हाईकोर्ट भी उसने लिखा हुआ था। जाँच में यह बात भी सामने आई कि विकास जिस गाड़ी से आया था वह गाड़ी असल में मनोज यादव के नाम पर रजिस्टर्ड है।
गिरफ्तारी के वक्त विकास के पास से पुलिस ने एक बैग बरामद किया था। जिसमें कुछ कपड़े, एक मोबाइल, उसका चार्जर और कुछ कागजात थे। जिसको देख कर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि विकास हर वक्त पूरी तैयारी में रहता था। मोबाइल का इस्तेमाल वह बहुत ही कम करता था। और बाकी समय उसे स्विच ऑफ ही रखता था। गत 6 दिनों में उसने कई लोगों से संपर्क किया था। जिसकी पुलिस अब जाँच कर रही है।
खबरों के अनुसार विकास दुबे की पहचान सबसे पहले फूलवालें ने की थी। जब वह टिकट लेने के बाद फूल वाले के पास बिना मास्क के पहुँचा था।
वहीं विकास दुबे के पकड़े जाने के बाद उसकी माँ ने उसे कड़ी सजा देने की माँग की है। उन्होंने कहा, “हमको टीवी देख कर पता चला विकास को पकड़ लिया गया है। हम सरकार से कोई अपील नहीं करेंगे, जिनको अपील करना है, वह लोग खुद अपील करेंगे कि विकास को क्या सजा दी जाए।”
उसकी माँ ने यह भी बताया कि विकास दुबे हर साल उज्जैन के महाकाल मंदिर जाता था। विकास दुबे का उज्जैन में ससुराल भी है।
विकास दुबे की माँ सरला देवी ने यह भी कहा, “सरकार जो उचित समझे वो करे, हमारे कहने से कुछ नहीं होगा। मेरा बेटा बीजेपी में नहीं, सपा में है और महाकाल ने विकास को बचा लिया।”
गौरतलब है पुलिस ने आज (9 जुलाई, 2020) सुबह ही विकास के दो साथियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। जिसमें से एक प्रभात मिश्रा पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था। जिसके बाद एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया गया। प्रभात मिश्रा को बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा विकास दुबे गैंग का एक और मोस्ट वांटेड क्रिमिनल बउअन शुक्ला भी इटावा में ढेर हो गया।
रणवीर शुक्ला ने आधी रात महेवा के पास हाईवे से एक स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था। जिसके चलते पुलिस ने उसे काचुरा रोड पर घेर लिया। सरेंडर करने की जगह उसने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिसपर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसे ढेर कर दिया।
उल्लेखनीय है कि गत शुक्रवार को उत्तर प्रदेश पुलिस, कानपुर के चौबेपुर में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने पहुँची थी। जहाँ विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिसवालों पर हमला कर दिया था। जिसमें प्रदेश के डिप्टी SP देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मियों ने अपनी जान गंवा दी थी। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर 60 आपराधिक मामले दर्ज है।