मोदी सरकार पैट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर जनता से कर रही जबरन वसूली,,,अकरम खान

कोशिक खान, छछरौली:

जिले के कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर निरंतर बढ़ रहे पैट्रोल डीजल के दामों को लेकर जिला सचिवालय पर केन्द्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर बढ़ी हुई कीमतों को करने के लिए जिला उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया।

कांग्रेस नेता अकरम खान ने रोष प्रदर्शन के दौरान केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार पैट्रोल डीजल के दामों में अभूतपूर्व बढ़ोतरी कर जनता से जबरन वसूली का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ देश स्वास्थ व आर्थिक महामारी से लड़ रहा है ऐसे में केन्द्र सरकार मुनाफाखोरी करने में लगी हुई है। उन्होंने बताया कि 2014 में भाजपा ने सत्ता संभाली थी। उस समय पेट्रोल पर उत्पादन शुल्क ₹9 रूपए 20 पैसे और डीजल पर उत्पादन शुल्क ₹3 रूपए 46 पैसे लगता था। उसके बाद केंद्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल पर ₹23 रूपए 78 पैसे और डीजल पर ₹28 रूपए 37 पैसे उत्पाद शुल्क की बढ़ोतरी की है। चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा के राज में पिछले 6 सालों में डीजल पर 820 प्रतिशत की उत्पाद शुल्क बढ़ोतरी हुई है और पेट्रोल पर 256 प्रतिशत की उत्पाद शुल्क बढ़ोतरी हुई है। इस तरह भाजपा सरकार ने पिछले 6 सालों में पेट्रोल और डीजल पर बार-बार उत्पाद शुल्क लगाकर 18 लाख करोड रुपए मुनाफाखोरी से कमाए हैं।

कांग्रेसी नेता श्याम सुंदर बत्रा ने कहा कि पिछले 3 महीने में लॉकडाउन के दौरान बार-बार उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी कर मुनाफाखोरी व जबरन वसूली की सारी हदें पार कर दी है। उन्होंने बताया कि 5 मार्च को पेट्रोल में ₹3 की वृद्धि की गई और उसके बाद 5 मई को एकदम से डीजल में उत्पाद शुल्क में ₹13 और पेट्रोल में ₹10 की वृद्धि की गई। 7 जून से 24 जून तक मोदी सरकार ने लगातार 18 दिनों में लगातार बढ़ोतरी कर डीजल में ₹10 रूपए 48 पैसे ओर पेट्रोल में 8 रूपए50 पैसे की बढ़ोतरी की है। पिछले साढ़े तीन महीनों में मूल्य और उत्पाद शुल्क मिलाकर डीजल पर 26 से 48 पैसे और पेट्रोल पर 25 रूपए 50 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।

एक सरकार द्वारा इससे ज्यादा जनता का शोषण और क्या हो सकता है। मोदी सरकार परेशानी से जूझ रही जनता से लूट खसोट व मुनाफाखोरी करने में लगी हुई है। कांग्रेसी नेता निर्मला चौहान ने बताया कि 24 जून को कच्चे तेल के रेट 40.41 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थे। 1 बैरल में 159 लीटर होता है। जोकि डॉलर रुपए भाव के अनुसार 3288 रूपए 71 पैसे प्रति बैरल बनता है। इस हिसाब से कच्चे तेल का रेट 26.68 पैसे बनता है। इसके बावजूद भी पेट्रोल डीजल के दाम बढ़कर ₹80 लीटर तक पहुंच गए हैं जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि मोदी सरकार भारत के नागरिकों की जेबों पर सीधा डाका डाल रही है। 2014 से पहले कच्चे तेल का रेट $108 प्रति बैरल था। उस समय भी पेट्रोल डीजल में इतनी बढ़ोतरी नहीं हुई है जितनी इस समय हो रही है।

 इस मौके पर पूर्व विधायक राजपाल भूखड़ी, नरपाल गुर्जर, संतोष तेजली, मनोज जयरामपुर, महबूब भंगेड़ी, बहन उषा कमल, अमरजीत कोहली, इस्लाम सरपंच, गुरविंदर सिंह, पूर्णचंद, राय सिंह, एडवोकेट जब्बार पोसवाल, देवेंद्र एमसी, टिंकू कंबोज एमसी, जितेंद्र मेहता, हरमिन कौर एमसी, मांगेराम मारूपुर, अशोक कुमार, परमजीत सिंह, मोनू नगली, अजय जोगी, सुमन सैनी, लक्ष्मण, विनायक, टीनू व असलम खेड़ी आदि मौजूद रहे।

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