हमारे सैनिक मारते मारते शहीद हुए हैं, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा: मोदी

एलएसी पर वायु सेना पूरी तरह तैयार 1967 को बड़े पैमाने पर दोहराएंगे: भारतीय युवा

भारतीय सेना की चीन से झड़प के बाद शहीद हुए भारतीय सैनिकों को लेकर भारतीय जन मानस में जो चीन के प्रति आक्रोश है वही आक्रोश आज प्रधान मंत्री के भावों में भी चिन्हित हुआ। वामपंथी मीडिया और चीन के प्रति सहानुभूति रखने वाले कुछ राजनैतिक दलों को जो महज़ दिखावे के लिए प्रधानमंत्री को चीन नीति पर घेरते रहते हैं उन्हे प्रधान मंत्री ने एक कडा संदेश दिया। इस संदेश में जहां भारतीय जन मानस विशेषकर युवाओं में जो त्साह की चिंगारी जागी है वह अत्यंत भावुक कर देने वाली स्थिति है। मानो आज सालों बाद देश की शिराओं का रक्त दोदने लगा हो। यवाओं का चीन की विश्वासघाती नीतियों और सीमा विस्तार पर पहली बार एक राष्ट्र नेता के उद्गार हमारी सेना को किसी भी असंभव कारी के लिए प्रेरित करने को सक्षम हैं

नई दिल्ली(ब्यूरो) – जून17:

 कोरोना वायरस (Coronavirus) से निपटने को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की 15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक शुरू हो गई है. बैठक शुरू होने से पहले चीन सीमा पर हिसंक झड़प में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि सैनिक मारते-मारते हुए मरे हैं.’ मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में शहीद जवानों के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।

पीएम मोदी बोले- पूरा देश शहीद जवानों के परिवारों के साथ

पीएम मोदी ने कहा, ‘पूरा देश शहीद जवानों के परिवारों के साथ है, जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया. पीएम ने कहा कि भारत अपने स्वाभिमान और हर एक इंच जमीन की रक्षा करेगा. इतिहास भी इस बात का गवाह है कि हमने विश्व में शांति फैलाई, पड़ोसियों के साथ दोस्ताना तरीके से काम किया. हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना की है.

आज मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना को लेकर जब दूसरी बैठक ही तो प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भाव आज कुछ अलग ही थे। सर्वप्रथम उन्होने शहीद सैनिकों के लिए 2 मिनट का मौन रखा और फिर बैठक ही से राष्ट्र को संबोधित करते हुए चीन के विश्वास घात के लिए चीन को चेताया मानो वह यह कह रहे हों कि 1967 से अब तक 53 साल गुज़र चुके हैं और अब तो और भी प्रखर हो कर भारतीय सैनिक जवाब देंगे।

अपने उद्भोदन में प्रधान मंत्री ने कहा कि हमारे सैनिक मारते मारते शहीद हुए हैं (बुज़दिल चीनी सैनिकों की तरह भागते भागते खाई में नहीं गिरे), उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। साथ ही उन्होने अपने पड़ोसियों को चेताया कि भारत कभी भी अपने पड़ोसियों से मतभेदों को विवादों में नहीं बदलना चाहता लेकिन उकसाने पर हर तरह के संभव जवाब देने में सक्षम है और देगा।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘हम कभी किसी को भी उकसाते नहीं हैं, लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता भी नहीं करते हैं. जब भी समय आया है, हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, अपनी क्षमताओं को साबित किया है. त्याग और तितिक्षा हमारे राष्ट्रीय चरित्र का हिस्सा हैं, लेकिन साथ ही विक्रम और वीरता भी उतना ही हमारे देश के चरित्र का हिस्सा हैं. मोदी ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत को उकसाने पर हर हाल में निर्णायक जवाब भी दिया जाएगा.

15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक

बता दें कि कोरोना वायरस पर बात करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 राज्यों के मुख्यमियों के साथ बैठक चल रही है. बैठक में महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात जैसे राज्य शामिल हैं. ये वे राज्य या केंद्र शासित प्रदेश हैं, जिनमें कोरोना विस्फोट हो चुका है. मतलब कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं. इससे पहले पीएम ने मंगलवार को 21 राज्यों के मुखियाओं से बात की गई थी. ये वे 21 राज्य थे जिनमें कोविड-19 की स्थिति कंट्रोल में है.

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