तेल के कुएं में लगी आग गांवों तक पहुंची

तिनसुकिया भारत के असम प्रदेश का एक छोटा सा शहर, तिनसुकिया जिले का प्रशासनिक मुख्यालय तथा नगर निगम बोर्ड है। यह असम राज्य का एक प्रमुख क्षेत्रीय व्यापारिक केंद्र भी है। यह असम कि राजधानी गुवाहाटी से 486 किलोमीटर की दूरी पर उत्तर-पूर्व में और अरुणाचल प्रदेश की सीमा से 84 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। असम के व्यापारिक राजधानी के रूप में प्रसिद्ध इस नगर में असमिया और अन्य भाषाई विशेषकर हिंदीभाषी, बंगाली, नेपाली और सिख लोग रहते हैं। आज तिनसुकिया तेल के कुएं में लगी आग के कारण सुर्खियों में है।

  • पिछले दो हफ्ते से कुएं से गैस का रिसाव जारी
  • इसे रोकने के लिए घटनास्थल पर कई टीम मौजूद

दिल्ली(ब्यूरो):

असम के तिनसुकिया जिले में बघजान स्थित ऑयल इंडिया लिमिटेड के गैस के कुएं में आग लगने की खबर है. घटनास्थल पर नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की टीम पहुंच गई है. आग बुझाने का काम जारी है. पिछले कई दिनों से इस कुएं से गैस बाहर निकल रही थी. मंगलवार को अचानक इसमें आग लग गई. आग के लपटें दो किलोमीटर दूर से भी देखी जा सकती हैं.आग बुझाने के काम में वायुसेना की भी मदद ली जा रही है.

आग की इस घटना में ऑयल फील्ड के आसपास के कम से कम 30 मकान जल गए हैं. आग की लपटें काफी दूर से देखी जा रही हैं. एहतियात के तौर पर घटनास्थल के आसपास से 1610 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर हटा दिया गया है. आग बुझाने के लिए ऑयल इंडिया, ओएनजीसी के दमकल और तिनसुकिया व डिब्रूगढ़ जिले से कई फायर टेंडर की कई गाड़ियां वहां भेजी गई हैं. जिला प्रशासन के कई आला अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं.

एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर आग बुझाने के काम में जुटी है. स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी है. आग की इस घटना में ओएनजीसी का एक कर्मचारी घायल हुआ है जिसे डिब्रूगढ़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल कराया गया है.

सिलॉन्ग में रक्षा प्रवक्ता विंग कमांडर रत्नाकर सिंह ने कहा कि वायुसेना ने फायर टेंडर घटनास्थल पर भेजे हैं. रत्नाकर सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन की मदद में दमकल की 3 गाड़ियां भेजी गई हैं.

एक अधिकारी ने बताया कि पिछले 14 दिन से कुएं से गैस का रिसाव हो रहा था जिसमें मंगलवार को अचानक आग लग गई. आग बुझाने के लिए सिंगापुर से भी एक्सपर्ट बुलाए गए हैं. सिंगापुर की कंपनी अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल के तीन एक्सपर्ट घटनास्थल पर मौजूद हैं. जिस वक्त आग लगी, उस समय कुएं से गैस रिसाव रोकने की कोशिश चल रही थी.

कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. दकमल की कई गाड़ियां घटनास्थल पर लगी हैं और आग बुझाने का काम चल रहा है. आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस घटना के बारे में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को जानकारी दी है. मुख्यमंत्री ने गैस कुएं के आसपास फायर और इमरजेंसी सेवाएं लगाने का निर्देश दिया है. स्थिति नियंत्रण में रहे, इसके लिए सेना और पुलिस की टीम को भी लगाया गया है.

घटना के बारे में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि सरकार ने लोगों की सुरक्षा में पहले से ही कई कदम उठाए हैं. लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख सचिव और डीजीपी को निर्देश दिए गए हैं. एनडीआरएफ, अर्धसैनिक बल और जिला प्रशासन के अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं. इस बारे में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री से भी बात हुई है और उन्हे घटना की जानकारी दी गई है.

ऑयल इंडिया का बयान

ऑल इंडिया ने एक बयान में कहा है कि कुएं की सफाई चल रही थी, इसी दौरान उसमें आग लग गई. किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. ओएनजीसीएल के एक दमकलकर्मी को हल्की चोट आई है. आग बुझाने में दमकल की कई गाड़ियां लगी हैं. घटना को लेकर कुएं के आसपास लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था जिसके बाद असम सरकार के प्रमुख सचिव और जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई. तिनसुकिया जिला प्रशासन से मांग की गई है कि सुरक्षा व्यवस्था कायम की जाए ताकि एक्सपर्ट प्लांट में आ सकें. आसपास रहने वाले ऑयल इंडिया और ओएनजीसी के कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर हटा दिया गया है. स्थिति एक बार सामान्य हो जाए, उसके बाद ‘अलर्ट’ और प्लांट के स्टाफ को वहां बुला लिया जाएगा.

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