बेहद घटिया हरकत है कैबिनेट में फेरबदल भय दिखा कर मंत्रियों को चुप करवाना -कुलतार सिंह संधवां
- आआपा’ विधायक बोले देखना होगा मंत्री व विधायक ‘डील’ करते हैं या पंजाब के साथ खड़े होते हैं
- मुद्दा मुख्य सचिव का नहीं, पंजाब के लुटेरों को लटकाने का है –आआपा
राकेश शाह, चण्डीगढ़ – 26 मई:
आम आदमी पार्टी (आआपा) पंजाब ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को निशाने पर लेते कहा कि आबकारी घाटे को लेकर पंजाब कैबिनेट में पैदा हुई अंदरूनी लड़ाई को लालच और डंडे के जोर से दबाने की कोशिशें पंजाब और पंजाबियों के लिए बेहद घातक साबित होंगी। मुख्यमंत्री दफ्तर की यह कोशिशें न केवल अनैतिक बल्कि गैर-संवैधानिक भी हैं। कैबिनेट में फेरबदल का भय दिखा कर मंत्रियों की आवाज दबाना निंदनीय है।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा पार्टी के प्रवक्ता और विधायक कुलतार सिंह संधवां, जै कृष्ण सिंह रोड़ी, कुलवंत सिंह पंडोरी और मनजीत सिंह बिलासपुर ने कैबिनेट में फेरबदल का भय दिखा कर मंत्रियों को चुप करवाने की कोशिश को एक भ्रष्ट, कमजोर और तिकड़मबाज शासन की घटिया साजिश करार दिया है।
‘आआपा’ नेताओं ने कहा कि पंजाब और पंजाब के लोगों का हित मुख्य सचिव करण अवतार सिंह के पद पर बने रहने या न रहने से नहीं, बल्कि राज्य के खजाने की हो रही लूट के साथ है। अगर आबकारी राजस्व घाटे के लिए मुख्य सचिव जिम्मेदार हैं तो करण अवतार सिंह पर मामला दर्ज होना चाहिए। इसी तरह यदि इस घाटे के लिए कोई दूसरा मंत्री, विधायक या खुद मुख्यमंत्री दफ्तर जिम्मेदार है तो गाज सम्बन्धित जुंडली पर गिरनी चाहिए, परंतु मसला ‘बिल्ली के गले में घंटी’ बांधने का है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कौन करे? मुख्यमंत्री से अफसरों ने कह दिया है कि कोई घाटा ही नहीं हुआ। हैरानी की बात यह है कि मुख्य मंत्री ने अपने वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल समेत बाकी विधायकों और मंत्रियों की बजाए अफसरशाही पर यकीन करते मुख्य सचिव करण अवतार सिंह को अन-ऐलानी कालीन चिट्ट दे दी है। आम आदमी पार्टी बिना किसी निष्पक्ष और बारीक जांच पड़ताल के दी ऐसी अन-ऐलानी कालीन-चिट्ट को रद्द करती है।
कुलतार सिंह संधवां के अनुसार अब देखना यह होगा कि मुख्य सचिव के द्वारा पूरे मुख्यमंत्री दफ्तर को कटघरे में खड़ा करने वाले कांग्रेसी विधायक, संसद और मंत्री अरबों रुपए की लूट करने वाले पंजाब विरोधी रसूखदारों से पाई-पाई वसूलेंगे या उन की नाजायज जायदादें कुर्क करने के लिए स्टैंड लेते हैं या फिर अपनी लड़ाई सेवामुक्ती की कगार पर खड़े मुख्य सचिव करण अवतार सिंह की कैबिनेट बैठकों में हाजिरी या गैर हाजिरी तक ही सीमित कर लेते हैं।
‘आआपा’ नेताओं ने कहा कि यदि कांग्रेसी विधायक और मंत्री अपने पदों को बचाने के लिए ‘डील’ करके चुप हो जाएंगे तो पंजाब के लोगों को क्या मुंह दिखाऐंगे?
‘आआपा’ नेताओं ने ऐलान किया कि यदि पंजाब के लोगों ने 2022 में आम आदमी पार्टी को मौका दिया तो न केवल शराब माफिया बल्कि सभी माफीए हाईकोर्ट की निगरानी वाली निष्पक्ष और समयबद्ध जांच के हवाले किए जाएंगे। जांच रिपोर्ट के अनुसार इना सभी लुटेरों से पंजाब और पंजाब के लोगों की लूटी हुई अरबों रुपए की दौलत ब्याज समेत वसूली जाएगी और इनकी नाजायज कमाई के साथ बनाए महल सरकार के कब्जे में किए जाएंगे।
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