- पाले हुए गुंडों से राजनैतिक विरोधियों के कत्ल करवा रहे हैं सत्ताधारी कांग्रेसी-हरपाल सिंह चीमा
- पहले भी झूठे केस में फंसाया गया था मृतक ‘आआपा’ नेता को – जै कृष्ण सिंह रोड़ी
राकेश शाह, चण्डीगढ़ – 26 मई:
आम आदमी पार्टी (‘आआपा’) के सीनियर व नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा और गढ़शंकर से विधायक जै कृष्ण सिंह रोड़ी ने नवां शहर हलके के गांव राणेवाल में आम आदमी पार्टी के नेता और बूथ इंचार्ज परमजीत पम्मा की हुई हत्या की सख्त निंदा करते हुए इस को केवल राजनैतिक कत्ल करार दिया।
पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा हरपाल सिंह चीमा और जै कृष्ण सिंह रोड़ी ने परमजीत पम्मा के परिवार के साथ दुख व्यक्त करते हुए परिवार को इंसाफ और जालिम हत्यारों को सख्त सजा दिलवाने की बात कही।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि परमजीत पम्मा कत्ल केस में सत्ताधारी कांग्रेस के स्थानीय नेता और उनके कुछ संरक्षण वाले पुलिस कर्मी सीधे तौर पर शामिल हैं। इस लिए इस मामले की समयबद्ध न्यायिक जांच करवाई जाए। चीमा ने कहा कि एक हफ्ते के अंदर-अंदर नवां शहर जिले में एक ही तरह का यह दूसरा कत्ल है। राहों के पत्रकार मनप्रीत मांगट की हत्या भी इसी तरह राजनीतिज्ञों और माफिया की जुगलबन्दी का नतीजा था, क्योंकि बतौर पत्रकार मांगट रेत माफिया के विरुद्ध आवाज बुलंद रखता था। इसी तरह परमजीत पम्मा भी आम आदमी पार्टी का निडर नेता और अच्छा प्रवक्ता होने के साथ-साथ पार्टी को संगठनात्मक स्तर पर मजबूत करने में जुटा हुआ था। परमजीत पम्मा की बुलंद आवाज और राजनैतिक गतिविधियां नवां शहर के सत्ताधारी नेताओं को लगातार चुभती आ रही थी।
जै कृष्ण सिंह रोड़ी ने कहा कि परमजीत पम्मा को स्थानीय कांग्रेसी नेता ने पहले भी एक झूठे केस में फंसाया था।
‘आआपा’ नेताओं ने कहा कि जितनी दरिन्दगी के साथ जीप के नीचे परमजीत पम्मा को बार-बार कुचला गया, यह पेशावर कातिलों का काम है जो स्थानीय कांग्रेसी नेता ने पाले हुए हैं।
चीमा और रोड़ी ने कहा कि ऐसे घिनौने अपराध राज्य में कानून व्यवस्था की बजाए जंगलराज के कारण लगातार घट रही हैं, परंतु मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह (जिनके पास गृह विभाग भी है) को कोई परवाह नहीं है। वह अपने सिसवा फार्महाउस पर बैठ कर अपनी डगमगा रही कुर्सी को लंच-डिनर डिप्लोमेसी के साथ बचाने में व्यस्त हैं, परंतु जर्जर कानून व्यवस्था ने पंजाब के आम लोगों का जीना कठिन कर दिया है।