Friday, February 7

पंचायती राज के चुने हुए नुमाइंदों की सुरक्षा करना सरकार का प्रथम फर्ज -‘आआपा’

चण्डीगढ़, 22 मई (राकेश शाह)

      आम आदमी पार्टी (आआपा) पंजाब ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कहा कि अपराधी प्रवृत्ति वाले समाज विरोधी तत्वों को कानून की कोई प्रवाह नहीं है, वह दिन दिहाड़े किसी भी वारदात को अंजाम देने में हिचकिचाहट नहीं दिखाते। जिस कारण आम लोग ही नहीं पंचायती राज प्रणाली के द्वारा चुने हुए नुमाइंदे भी सुरक्षित नहीं हैं।

      पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा पार्टी की मुख्य प्रवक्ता और विधायका प्रो. बलजिन्दर कौर ने कहा कि राज्य के ज़्यादातर पंच सरपंच डर व भयभीत हैं। पंचों-सरपंचों के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री से लेकर विपक्ष के नेताओं तक अपनी सुरक्षा के बारे में पहुंच करनी पड़ रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को फतेहगढ़ साहिब जिले से सम्बन्धित पंचों-सरपंचों और समिति सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल की तरफ से अपनी सुरक्षा के लिए मांग पत्र मुख्यमंत्री को देने के लिए बेबस होना सरकार के लिए बेहद शर्मनाक है। 

      उन्होने कहा कि ग्राम पंचायत हलोताली, मालूहेड़ा, सराणा, मुक्खेपुर, नलिनी, छलेड़ी खुर्द, ताणा, मुहम्मदीपुर, छलेड़ी कलां, पंजोली खुर्द, अमरगड़, पंजोली कलां, नलिना खुर्द, बागडिय़ां, गुणीया माजरा, पटियाला जिले के ग्राम पंचायत चलैला, लग्ग, रौंगला, नन्दपुर केशो और एस.ए.एस नगर जिले की मछली कलां, झंजेड़ी, सुवाड़ा, चूहड़ माजरा, पत्तो आदि पंचायतों ने पटियाला, अमृतसर और अन्य जिलों में सरपंचों की हुई हत्याओं और पंचायती नुमाइंदों पर लॉकडाउन के दौरान हुए हमले की चिंता प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री के पास चुने हुए पंचों, सरपंचों और समिति सदस्यों की सुरक्षा की गुहार लगाई है। 

      उन्होने कहा कि राज्य की खोखली राज्य व्यवस्था के मद्देनजर इन चुने हुए नुमाइंदों की चिंता जायज है। जिस के लिए मुख्य मंत्री को राज्य की कानून व्यवस्था सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिएं, क्योंकि गृह मंत्री की जिम्मेदारी भी मुख्यमंत्री के पास है।