आदि पत्रकार देवऋषि नारद जयंती का हुआ आयोजन
देवर्षि नारद को दुनिया का प्रथम पत्रकार या पहले संवाददाता होने के गौरव प्राप्त हैं, क्योंकि देवर्षि नारद ने इस लोक से उस लोक में परिक्रमा करते हुए संवादों के आदान-प्रदान द्वारा पत्रकारिता का प्रारंभ किया था। इस प्रकार देवर्षि नारद पत्रकारिता के प्रथम पुरुष/पुरोधा पुरुष/पितृ पुरुष हैं। वे इधर से उधर भटकते या भ्रमण करते ही रहते हैं।
एक अन्य कथा के अनुसार दक्षपुत्रों को योग का उपदेश देकर संसार से विमुख करने पर दक्ष क्रुद्ध हो गए और उन्होंने नारद का विनाश कर दिया। फिर ब्रह्मा के आग्रह पर दक्ष ने कहा कि मैं आपको एक कन्या दे रहा हूं, उसका काश्यप से विवाह होने पर नारद पुनः जन्म लेंगे। पुराणों में ऐसा भी उल्लेख मिलता है कि राजा प्रजापति दक्ष ने नारद को शाप दिया था कि वह दो मिनट से ज्यादा कहीं रुक नहीं पाएंगे। यही वजह है कि नारद अक्सर यात्रा करते रहते हैं।
सुशील पंडित, यमुनानगर – मई 19:
विश्व संवाद केन्द्र यमुनानगर के द्वारा ब्रम्हाण्ड के आदि पत्रकार देवर्षि नारद जयंती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय पत्रिका पांचजन्य के मुख्य संपादक हितेश शंकर उपस्थित थे। उन्होंने कोरोना काल में मीडिया की भूमिका विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस आपदा काल में भी मीडिया बहुत ही ईमानदारी,मेहनत और श्रद्धा के साथ अपनी भूमिका निभा रहा है जो कि स्तुत्य है। न जाने कितने ही मीडिया के साथी कोरोना से संक्रमित हुए मगर उन्होने परवाह न करते हुए भी अपने मीडिया धर्म और कर्म को नही छोडा और अब भी पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपना काम कर रहें हैं जो कि अनुकरणीय व प्रेरक है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ब्रेकिंग न्यूज़ को लेकर बिल्कुल हडबडी न करें। जो भी खबर आए तो पहले जांच परख लें उसके बाद ही प्रसारित व प्रकाशित करें। सच के आगे कभी न झुकें। न्यूज रूम आई हुई खबरों की समीक्षा करें फिर उसे आगे प्रेषित करें। सच कितना भी कडवा क्यो न हो मगर झूठ और असत्य का साथ कभी न दें। आयोजन मे प्रस्तोता की भूमिका विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा के प्रतिनिधि डॉ उदयभान सिंह ने निभाई।
इससे पूर्व इंडियन मीडिया सेंटर हरियाणा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेन्द्र त्यागी ने मुख्य वक्ता हितेश शंकर,मीडिया कर्मियों,मीडिया शिक्षकों,मीडिया विद्यार्थियों व मीडिया के प्रति रूझान रखने वाले प्रबुद्ध नागरिकों का अभिनंदन किया और कहा कि देवर्षि नारद जी तब भी कल्याणकारी कार्यों के लिए जाने जाते थे और आज भी वह हम के प्रेरक हैं। मौके पर इस वेबिनार मे शामिल प्रतिभागियों ने अपनी अनेक जिज्ञासाएं रखीं जिनका समाधान बडे ही सरल तरीके से हितेश शंकर ने किया। वेबिनार मे शामिल सभी लोगों का धन्यवाद विश्व संवाद केन्द्र जगाधरी के प्रतिनिधि हरीश कुमार ने किया। कल्याण मंत्र के साथ आयोजन का सफलता पूर्वक समापन हुआ।
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