Sunday, March 16

आज 19 मई मंगलवार को ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है. आज मंगलवार को प्रदोष व्रत है. हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का काफी महत्व है. पौराणिक रीति रिवाजों के अनुसार, इस दिन माता पार्वती और भोले शंकर की आराधना की जाती है. प्रदोष व्रत का महत्व वार के मुताबिक़ अलग अलग होता है. मंगलवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष को मंगल प्रदोष या भौम प्रदोष कहा जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने वाले जातकों के संकट कट जाते हैं. आज कई ग्रह-नक्षत्रों की चाल भी बदल रही है. आइए पंचांग से जानते हैं कि कौन सा मुहूर्त है शुभ और कौन सा है

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः ज्येष्ठ़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः द्वादशी सांय 05.32 तक है, 

वारः मंगलवार, 

नक्षत्रः रेवती सांय 07.53 तक, 

योगः आयुष्मान अरूणोदयकाल 05.20 तक, 

करणः तैतिल, 

सूर्य राशिः वृष, 

चंद्र राशिः मीन, 

राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.32, 

सूर्यास्तः 07.04 बजे।

नोटः आज सांय 07.53 से पंचक समाप्त हो रहे हैं।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर मंगलवार को धनिया खाकर, लाल चंदन, मलयागिरि चंदन का दानकर यात्रा करें।