demokraticfront॰com कोरोना योद्धाओं पर अपनी विशेष शृंखला ले कर आ रहा है आज मिलें रोटरी अस्पताल में एमडी मेडिसिन के तौर कार्य करने वाले डॉक्टर अभिषेक मित्तल से।
हमारे करोना योद्धा बहुत ही बहादुरी से करोन से लड़ रहे हैं इसी पीछे लोग अपने परिवार से भी नहीं मिल पा रहे तो आज हम बात करते हैं रोटरी अस्पताल में एमडी मेडिसिन के तौर कार्य करने वाले डॉक्टर अभिषेक मित्तल की अपनी जिम्मेदारी को निभाने के कारण ही 1 माह से अपनी जुड़वा बेटियों से नहीं मिल पाए हैं जब हमने डॉक्टर से बात की तो उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी महिला रोग विशेषज्ञ हैं जो कि अपनी बेटियों की देखभाल अपनी नानी के घर पर कर रही है।
डॉ॰ मित्तल के अनुसार जब से कोरोना वाइरस ने दस्तक दी है तभी से बड़े हस्पताल कोरोना से जंग लड़ रहे हैं, इनके हस्पताल ने लोगों कि परेशानियाँ देखते हुए OPD चालू रखी और सभी टेस्ट x-ray इत्यादि कि सुविधाएं जारी रखी है। पिछले एक महीने से वह मरीजों कि आमद को देखते हुए हस्पताल ही में हैं। हसपटल प्रबंधन से जब बात हुई तो पता लगा कि डॉ मित्तल एक मास से स्वेच्छा से घर नहीं गए हैं। उन्होने अपनी नवजात बेटियों जो कि अब ए मास कि होने वालीन हैं उन्हे देखा नहीं है। इसी के साथ प्रबंधन समिति के सदस्य ने यह भी बताया कि हस्पताल के सभी कार्य no profit – no loss पर आधारित हैं।
यह तो बात हुई डॉ॰ मित्तल कि ऐसे ही कई कोरोना योद्धा अपनि अपनी समरभूमि में डटे होंगे। demokraticfront॰com परिवार उन सभी जाने अंजाने शूरवीरों को नमस्कार करता है।